PM Modi Himachal visit: हिमाचल प्रदेश की धरती पर आज एक नई उम्मीद जगी है। मुख्यमंत्री श्री सुक्खविंदर सिंह सुक्खू ने आज धर्मशाला में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। पीएम अपने दौरे पर आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने आए हैं, जहां हाल की बारिश और भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है। इस कठिन घड़ी में पीएम का हिमाचल आगमन स्थानीय लोगों के लिए संबल बन गया है, और हर कोई उनकी मौजूदगी से राहत की आस लगाए बैठा है।
आपदा का मंजर, लोगों की पीड़ा
हिमाचल के पहाड़ों पर इस साल प्रकृति का कहर देखने को मिला है। भारी बारिश और भूस्खलन ने घरों को निगल लिया, सड़कें टूट गईं, और कई परिवार बेघर हो गए। धर्मशाला समेत कई इलाकों में लोग दुख की घड़ी से गुजर रहे हैं। फसलों का नुकसान और बुनियादी सुविधाओं की कमी ने किसानों और आम जनता की जिंदगी मुश्किल कर दी है। ऐसे में मुख्यमंत्री सुक्खू ने पीएम के दौरे को एक सुनहरा मौका बताया, जहां आपदा से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकते हैं।
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उम्मीद की किरण, पीएम का आगमन
मुख्यमंत्री सुक्खू का कहना है कि पीएम मोदी का यह दौरा हिमाचल के लिए उम्मीद लेकर आया है। उन्होंने कहा कि आपदा की इस मार से उबरने के लिए केंद्र सरकार से विशेष सहायता पैकेज की उम्मीद है। पीएम के दौरे के दौरान प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण और स्थानीय नेताओं के साथ बैठक होने वाली है, जो राहत कार्यों की गति बढ़ा सकती है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि पीएम की मौजूदगी से न सिर्फ तत्काल मदद मिलेगी, बल्कि लंबे समय तक पुनर्वास के लिए भी रास्ता खुलेगा। यह दौरा हिमाचल के घायल दिलों को सुकून देने वाला साबित हो सकता है।
09 सितंबर 2025 को मौसम में हल्की ठंडक है, जो पीएम के दौरे के लिए अनुकूल माना जा रहा है। हालांकि, बारिश के आसार बने हुए हैं, जिससे प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में दिक्कतें आ सकती हैं। स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें पहले से तैयार हैं, ताकि पीएम के निरीक्षण के दौरान कोई बाधा न आए। मुख्यमंत्री ने आशा जताई कि इस दौरे से मौसम के बावजूद राहत सामग्री और सहायता प्रभावितों तक पहुंचेगी, जो उनकी जिंदगी को पटरी पर लाने में मदद करेगी।
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स्थानीय भावनाएं, एकजुटता का संदेश
धर्मशाला के लोग पीएम के स्वागत को अपने लिए सम्मान मान रहे हैं। गाँव-गाँव में चर्चा है कि पीएम की नजर से उनकी समस्याएं सामने आएंगी। महिलाएं और बच्चे सड़कों पर स्वागत की तैयारी कर रहे हैं, जबकि बुजुर्ग दुआएं मांग रहे हैं कि यह दौरा उनके बर्बाद हुए घरों को फिर से बसाने का जरिया बने। मुख्यमंत्री सुक्खू ने भी इस मौके को एकजुटता का प्रतीक बताया, जहां केंद्र और राज्य सरकार मिलकर आपदा से लड़ने का संकल्प लेंगी।
पुनर्निर्माण का रास्ता
पीएम मोदी का यह दौरा न सिर्फ राहत का वादा करता है, बल्कि भविष्य के लिए एक मजबूत नींव भी रख सकता है। स्थानीय लोग चाहते हैं कि इस दौरे के बाद बाढ़ और भूस्खलन से बचाव के लिए दीर्घकालिक योजना बने। मुख्यमंत्री ने संकेत दिया कि पीएम से विशेष आर्थिक पैकेज और वन संरक्षण कानून में बदलाव की मांग की जाएगी, ताकि बेघर हुए परिवारों को नई जमीन मिल सके। यह कदम हिमाचल को आपदा से उबरने और आत्मनिर्भर बनाने में मददगार होगा।
आज का दिन हिमाचल के लिए सिर्फ एक दौरा नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है। मुख्यमंत्री सुक्खू और पीएम मोदी की मुलाकात से लोगों को विश्वास है कि उनकी आवाज सुनी जाएगी। स्थानीय लोग कहते हैं कि अगर सरकार का साथ मिला, तो वे इस मुश्किल घड़ी से उबरकर फिर से अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं। तो आइए, इस संकल्प को मजबूत करें और हिमाचल को फिर से हरा-भरा देखें!
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