पूसा कृषि ग्रांट 2025: स्टार्टअप्स और स्टूडेंट्स के लिए 2 दिन बाकी!

Pusa Krishi Grant-in-Aid Incubation Program 2025: कृषि में नवाचार और उद्यमिता का सपना देख रहे हैं? भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) का पूसा कृषि ग्रांट इन ऐड आपके लिए सुनहरा मौका है। यह ग्रांट कृषि स्टार्टअप्स और स्टूडेंट्स को उनके नवाचारों को हकीकत में बदलने के लिए वित्तीय सहायता देता है। चाहे आप पंजाब के खेतों में ड्रोन खेती शुरू करना चाहते हों या बिहार में जैविक खेती का स्टार्टअप, यह ग्रांट आपके सपनों को पंख दे सकता है। लेकिन जल्दी करें, क्योंकि आवेदन की अंतिम तारीख 30 अप्रैल 2025 है, यानी केवल 2 दिन बाकी हैं! इस लेख में हम पूसा कृषि ग्रांट की पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, और लाभों को सरल तरीके से समझाएंगे, ताकि आप समय रहते मौका पकड़ सकें।

कृषि का नया सूरज: पूसा ग्रांट की ताकत

पूसा कृषि ग्रांट, Pusa Krishi (ICAR-IARI का इनक्यूबेटर) द्वारा शुरू किया गया, 2014 से कृषि स्टार्टअप्स और स्टूडेंट्स को सपोर्ट कर रहा है। यह स्टार्टअप्स को प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट, प्रोटोटाइप डेवलपमेंट, और मार्केट एंट्री के लिए फंडिंग देता है। स्टूडेंट्स के लिए यह ग्रांट कृषि नवाचार परियोजनाओं, जैसे स्मार्ट खेती या बायोफोर्टिफाइड फसलों पर शोध, को बढ़ावा देता है। 2025 में यह ग्रांट उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, और बिहार जैसे राज्यों के युवाओं और किसानों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। इस ग्रांट ने उनके ड्रोन और जैविक खाद स्टार्टअप्स को लाखों का मुनाफा दिलाया। पूसा कृषि विज्ञान मेला 2025 (22-24 फरवरी) में ग्रांट विजेताओं के लिए विशेष सत्र होंगे।

कौन उठा सकता है फायदा: पात्रता का मंत्र

पूसा कृषि ग्रांट के लिए पात्रता सरल लेकिन सख्त है। स्टार्टअप्स के लिए, आपका बिजनेस कृषि या संबद्ध क्षेत्र (जैसे ड्रोन, जैविक खाद, एग्री-प्रोसेसिंग) से जुड़ा होना चाहिए। स्टार्टअप को DPIIT (Startup India) से मान्यता प्राप्त होना बेहतर है, ताकि टैक्स छूट और अन्य लाभ मिल सकें। स्टूडेंट्स के लिए, आपको किसी मान्यता प्राप्त संस्थान (जैसे IARI, PAU, या अन्य कृषि विश्वविद्यालय) में पढ़ाई कर रहे होना चाहिए और आपकी परियोजना कृषि नवाचार से जुड़ी होनी चाहिए। 18-35 वर्ष की आयु वाले युवा प्राथमिकता पाते हैं। पंजाब के एक स्टूडेंट ने अपनी स्मार्ट सिंचाई परियोजना के लिए यह ग्रांट पाया और आज उसका स्टार्टअप लाखों कमा रहा है। अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र से पात्रता की पुष्टि करें।

आवेदन का रास्ता: 2 दिन में करें कमाल

आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन और आसान है, लेकिन समय कम है। सबसे पहले, Pusa Krishi की आधिकारिक वेबसाइट (pusakrishi.in) पर जाएं। वहां “Grant-in-Aid 2025” सेक्शन में आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें। स्टार्टअप्स को अपना बिजनेस प्लान, DPIIT सर्टिफिकेट (यदि हो), और प्रोटोटाइप डिटेल्स जमा करनी होंगी। स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट प्रपोजल, प्रोफेसर की अनुशंसा, और संस्थान का प्रमाण पत्र देना होगा। सभी दस्तावेज स्कैन कर 30 अप्रैल 2025 तक ऑनलाइन अपलोड करें। फॉर्म में अपनी परियोजना की यूनिकनेस और मार्केट पोटेंशियल को हाइलाइट करें। बिहार के एक स्टार्टअप ने अपने बायो-पेस्टिसाइड प्रपोजल से ग्रांट हासिल किया। आवेदन के बाद, चयनित उम्मीदवारों को पूसा कृषि विज्ञान मेला 2025 में बुलाया जाएगा।

ग्रांट के खजाने: लाभ और अवसर

पूसा कृषि ग्रांट स्टार्टअप्स को 5-25 लाख रुपये तक की फंडिंग दे सकता है, जो प्रोटोटाइप, मार्केटिंग, और स्केलिंग के लिए इस्तेमाल हो सकती है। स्टूडेंट्स को 1-5 लाख रुपये तक मिल सकते हैं, जो शोध, उपकरण, और फील्ड ट्रायल्स के लिए पर्याप्त हैं। इसके अलावा, आपको IARI के विशेषज्ञों से मेंटरशिप, पूसा कृषि विज्ञान मेला 2025 में प्रदर्शन का मौका, और Startup India के तहत टैक्स छूट जैसे लाभ मिलते हैं। हरियाणा के एक स्टूडेंट ने इस ग्रांट से ड्रिप इरिगेशन सिस्टम बनाया और आज उसका स्टार्टअप गाँवों में क्रांति ला रहा है। यह ग्रांट न केवल पैसा देता है, बल्कि आपके आइडिया को राष्ट्रीय मंच पर लाता है।

गर्मी में भी चमक: पूसा के साथ सपने साकार

गर्मी हो या सर्दी, पूसा कृषि ग्रांट आपके सपनों को सींचता है। यह ग्रांट खास तौर पर उन युवाओं और किसानों के लिए है, जो गर्मी में भी नवाचार करना चाहते हैं, जैसे सूखा प्रतिरोधी फसलों पर शोध या स्मार्ट खेती के उपकरण। पूसा कृषि विज्ञान मेला 2025 में ग्रांट विजेताओं के लिए डिजिटल कृषि और स्टार्टअप सत्र होंगे, जहां आप ड्रोन, AI, और डेटा एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों में नेटवर्किंग कर सकते हैं। अपने प्रपोजल में गर्मी की चुनौतियों (जैसे पानी की कमी, मिट्टी की उर्वरता) को हल करने वाले आइडिया शामिल करें। बिहार के एक स्टार्टअप ने गर्मी में जैविक खेती के लिए ग्रांट पाया और आज लाखों कमा रहा है।

समय की पुकार: 2 दिन में बदलें किस्मत

केवल 2 दिन बाकी हैं, और यह मौका फिर नहीं मिलेगा। पूसा कृषि ग्रांट आपके स्टार्टअप या प्रोजेक्ट को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है। चाहे आप उत्तर प्रदेश के गाँव में जैविक खेती का सपना देख रहे हों या पंजाब में ड्रोन टेक्नोलॉजी शुरू करना चाहते हों, यह ग्रांट आपके लिए है। अपने दस्तावेज तैयार करें, प्रपोजल को मजबूत बनाएं, और 30 अप्रैल 2025 से पहले आवेदन जमा करें। अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र या IARI के प्रसार विभाग से संपर्क करें। पूसा कृषि विज्ञान मेला 2025 में अपने आइडिया को प्रदर्शित करने का सपना सच करें। आज ही कदम उठाएं, क्योंकि समय इंतजार नहीं करता!

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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