Pusa Paddy Seeder Machine: धान की खेती हमारे देश का दिल है। लाखों किसान भाई-बहन इस खेती से अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं। लेकिन, पुराने तरीकों से धान बोने में मेहनत भी खूब लगती है और समय भी बहुत जाता है। खेतों में पानी भरकर रोपाई करना, गीली मिट्टी में पसीना बहाना ये सब कोई आसान काम नहीं। लेकिन अब वक्त बदल रहा है। नई तकनीकें किसानों का बोझ हल्का कर रही हैं। ऐसी ही एक कमाल की मशीन है पूसा पूर्व अंकुरित धान सीडर, जो धान की खेती को आसान और फायदेमंद बना रही है। आइए, जानते हैं इस मशीन के बारे में, जो हमारे किसान भाइयों का सच्चा दोस्त बन रही है।
पूसा धान सीडर क्या है?
पूसा धान सीडर (Pusa Paddy Seeder Machine) एक ऐसा यंत्र है, जिससे बिना खेत में पानी भरे और बिना रोपाई के धान की सीधी बुआई की जा सकती है। पुराने तरीके में जहां किसान को खेत में घंटों पानी भरकर, पौधे उखाड़कर और फिर रोपाई करके मेहनत करनी पड़ती थी, वहीं ये मशीन उस सारी झंझट को खत्म कर देती है। इसकी खास बात ये है कि ये कम मेहनत, कम पानी और कम खर्च में धान की फसल तैयार करती है। साथ ही, फसल भी जल्दी पककर तैयार हो जाती है, जिससे किसान भाई को ज्यादा समय और मुनाफा मिलता है। ये मशीन छोटे और बड़े, दोनों तरह के खेतों के लिए कारगर है।
बीज तैयार करने का आसान तरीका
इस मशीन को इस्तेमाल करने से पहले धान के बीज को तैयार करना पड़ता है। इसके लिए बीज को पहले नमकीन पानी में डालकर अंकुरित किया जाता है। एक बाल्टी पानी में 1-2 चम्मच नमक मिलाकर बीज को उसमें 24 घंटे तक भिगोया जाता है। फिर इन बीजों को निकालकर गीली जूट की बोरियों में लपेटकर 24 से 48 घंटे तक रखा जाता है।
इस दौरान बीज में छोटे-छोटे अंकुर निकल आते हैं। अब इन अंकुरित बीजों को पूसा सीडर मशीन (Pusa Paddy Seeder Machine) की मदद से खेत में बो दिया जाता है। ये तरीका इतना आसान है कि कोई भी किसान इसे अपने खेत में आजमा सकता है। इससे बीज की ताकत भी बनी रहती है और फसल अच्छी होती है।
काम कैसे करती है ये मशीन?
पूसा धान सीडर (Pusa Paddy Seeder Machine) दो तरह की होती है एक तीन कतार वाली और दूसरी छह कतार वाली। तीन कतार वाली मशीन छोटे खेतों के लिए बेस्ट है, जिसे एक या दो लोग आसानी से चला सकते हैं। इससे एक दिन में करीब 0.2 हेक्टेयर खेत में बुआई हो सकती है। वहीं, छह कतार वाली मशीन बड़े खेतों के लिए बनाई गई है।
ये दो लोगों द्वारा चलाई जाती है और एक दिन में 0.4 हेक्टेयर तक बुआई कर सकती है। दोनों मशीनें कतारों के बीच 15-25 सेंटीमीटर की दूरी रखती हैं, जिससे फसल को बढ़ने के लिए सही जगह मिलती है। किसान भाई अपनी जरूरत के हिसाब से इनमें से कोई भी मशीन चुन सकते हैं।
कितनी है इसकी कीमत?
अब बात करते हैं इस मशीन की कीमत की। पूसा धान सीडर की कीमत करीब 7200 रुपये है, जो कि किसानों के लिए एक किफायती निवेश है। इतने कम खर्च में ये मशीन न सिर्फ मेहनत बचाती है, बल्कि समय और पानी की भी बचत करती है। एक बार इसे खरीदने के बाद कई सालों तक ये आपके खेतों में काम आएगी। सरकार भी कई बार ऐसी मशीनों पर सब्सिडी देती है, तो अपने नजदीकी कृषि केंद्र से इसके बारे में जरूर पूछें।
क्यों है ये किसानों के लिए फायदेमंद?
इस मशीन का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इससे धान की फसल 10-15 दिन पहले पक जाती है। यानी, आपकी फसल जल्दी तैयार होकर बाजार में बिकने को तैयार होगी। साथ ही, सीधी बुआई की वजह से पानी की खपत भी कम होती है, जो आज के समय में बहुत जरूरी है। कम पानी का मतलब है कि आप सूखे या कम बारिश वाले इलाकों में भी धान की खेती आसानी से कर सकते हैं। ये मशीन पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचाती, क्योंकि इसमें कम पानी और कम मेहनत लगती है। कुल मिलाकर, ये मशीन किसानों के लिए समय, पैसे और मेहनत तीनों की बचत करती है।
आखिरी बात
अगर आप धान की खेती करते हैं और पुराने तरीकों से थक चुके हैं, तो पूसा पूर्व अंकुरित धान सीडर आपके लिए एक वरदान हो सकती है। ये मशीन न सिर्फ आपका काम आसान बनाएगी, बल्कि आपकी फसल को बेहतर और जल्दी तैयार करेगी। तो देर किस बात की? अपने खेतों में इस नई तकनीक को अपनाएं और खेती को और फायदेमंद बनाएं। अपने नजदीकी कृषि केंद्र से इस मशीन के बारे में और जानकारी लें और इसे आजमाकर देखें।
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