मक्का की वह किस्म जो किसानों को बना रही है करोड़पति!, ICAR लुधियाना का है नवाचार

किसान साथियों, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) और इसके घटक संस्थानों ने एक बार फिर किसानों के लिए एक शानदार तोहफा पेश किया है Pusa Waxy Maize Hybrid-1 (AQWH-4) IEMJ। यह नई मक्का की हाइब्रिड किस्म भारतीय कृषि में नवाचार और टिकाऊ खेती का प्रतीक है। हाल ही में साझा की गई छवि में इस किस्म के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है, जिसमें इसके गुण, खेती के तरीके, और लाभ साफ दिखाई देते हैं। आइए, इस छवि से प्रेरित होकर जानते हैं कि यह किस्म किसानों की मेहनत को कैसे मुनाफे में बदल सकती है।

इस हाईब्रिड मक्के का परिचय

Pusa Waxy Maize Hybrid-1 (AQWH-4) IEMJ ICAR-भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान, लुधियाना द्वारा विकसित एक उन्नत मक्का हाइब्रिड है। छवि में बताया गया है कि यह किस्म चिप्स, कॉर्न स्टार्च, और ग्लूकोज सिरप जैसे औद्योगिक उत्पादों के लिए आदर्श है। इसके दाने वैक्सी स्टार्च से भरपूर होते हैं, जो खाद्य उद्योग में उच्च मांग रखते हैं। यह किस्म 90-95 दिन में पककर तैयार हो जाती है, जो इसे जल्दी फसल चक्र के लिए उपयुक्त बनाती है। छवि में इसके स्वस्थ पौधे और बड़े दानों से इसकी उत्पादकता का अंदाजा लगता है।

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जलवायु और मिट्टी के लिए उपयुक्त

छवि में दी गई जानकारी के अनुसार, यह किस्म गर्म और आर्द्र जलवायु में अच्छी तरह फलती-फूलती है, जहां तापमान 25-35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहे। इसे उपजाऊ दोमट या बलुई दोमट मिट्टी में उगाना सबसे बेहतर है, जिसमें अच्छी जल निकासी हो। यह कम नमी और मध्यम उर्वरता वाली मिट्टी में भी बढ़ सकता है, जो सूखा प्रभावित क्षेत्रों के लिए फायदेमंद है। छवि में पौधे की मजबूत जड़ें और हरे पत्ते इस बात का सबूत हैं कि यह किस्म प्रतिकूल परिस्थितियों में भी मजबूत रहती है।

खेती का आसान तरीका

छवि में दिए गए दिशानिर्देशों के आधार पर, इस हाइब्रिड को उगाने के लिए बीज को मई-जून में बोया जा सकता है। पंक्ति से पंक्ति की दूरी 60-75 सेंटीमीटर और पौधे से पौधे की दूरी 20-25 सेंटीमीटर रखें। मिट्टी में 10-12 टन गोबर की खाद और 120-150 किलो नाइट्रोजन, 60-80 किलो फॉस्फोरस, और 40-50 किलो पोटाश प्रति हेक्टेयर डालें। ड्रिप सिंचाई या बारिश के पानी का बेहतर प्रबंधन करें। छवि में दिखने वाले स्वस्थ पौधे से प्रेरणा लेकर समय पर खरपतवार हटाना और कीट नियंत्रण जरूरी है।

उत्पादन और आर्थिक लाभ

Pusa Waxy Maize Hybrid-1 प्रति हेक्टेयर 6-8 टन उपज दे सकता है, जैसा कि छवि में उल्लेखित है। इसके बड़े और चमकदार दाने औद्योगिक उपयोग के लिए उच्च मूल्य प्राप्त करते हैं, जो किसानों की आय को बढ़ाने में मदद करते हैं। जल्दी पकने की वजह से यह फसल चक्र को छोटा करता है, जिससे साल में दो फसलें उगाने का मौका मिलता है। छवि में दानों की गुणवत्ता से पता चलता है कि यह किस्म बाजार में प्रतिस्पर्धी बढ़त दे सकती है, खासकर खाद्य उद्योग के लिए।

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पोषण और औद्योगिक उपयोग

यह हाइब्रिड मक्का अपने वैक्सी स्टार्च के कारण खास है, जो चिप्स, कॉर्न स्टार्च, और ग्लूकोज सिरप बनाने में इस्तेमाल होता है। छवि में दिखने वाले दाने इस बात का संकेत हैं कि इसमें प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की अच्छी मात्रा होती है, जो मानव और पशु आहार के लिए भी उपयोगी है। यह किस्म न केवल किसानों को आर्थिक लाभ देती है, बल्कि उद्योगों को कच्चे माल की आपूर्ति कर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करती है।

तकनीक और नवाचार

ICAR का यह प्रयास आधुनिक प्रजनन तकनीकों का नतीजा है, जो छवि में दिखने वाले स्वस्थ पौधे को और मजबूत बनाता है। ड्रिप सिंचाई और सटीक उर्वरक प्रबंधन इस किस्म की पैदावार को बढ़ाने में मदद करते हैं। छवि में फसलों की ताजगी से प्रेरित होकर, समय पर कटाई और सही भंडारण से गुणवत्ता बनी रहती है। ये तकनीकें मक्का की खेती को टिकाऊ और लाभकारी बनाती हैं।

किसानों की बढ़ती रुचि

कई किसान अब Pusa Waxy Maize Hybrid-1 को अपनी फसलों में शामिल कर रहे हैं, जैसा कि छवि में दिखने वाले पौधे से प्रेरणा मिलती है। युवा किसान आधुनिक तरीकों जैसे मशीनरी और मिट्टी परीक्षण को अपनाकर शानदार परिणाम हासिल कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि सही बीज और तकनीक से यह किस्म आने वाले समय में मक्का उत्पादन में क्रांति ला सकती है। यह फसल न केवल पैदावार बढ़ाती है, बल्कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाती है।

साथियों, Pusa Waxy Maize Hybrid मक्का  आपकी खेती को नई दिशा दे सकता है। यह न केवल पैदावार बढ़ाएगा, बल्कि औद्योगिक लाभ भी देगा। आधुनिक तकनीकों को अपनाएँ और अपने क्षेत्र के कृषि केंद्र से इस हाइब्रिड के बीज प्राप्त करें।

किसान भाईयों, ICAR की इस नई मक्का किस्म को अपनाकर अपनी मेहनत को मुनाफे में बदलें। छवि में दिखने वाले स्वस्थ पौधे से प्रेरणा लें और सही तकनीक से अपने खेत को समृद्ध करें।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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