अब ड्रोन से नैनो यूरिया और DAP छिड़काव पर भी सब्सिडी, ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन

खेती में रासायनिक खादों का बढ़ता इस्तेमाल मिट्टी की ताकत को कम कर रहा है और पर्यावरण को भी नुकसान पहुँचा रहा है। लेकिन राजस्थान सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अब सरकार नैनो यूरिया और नैनो डीएपी जैसी आधुनिक तकनीक वाली खादों को बढ़ावा दे रही है। इन नैनो उर्वरकों का इस्तेमाल न सिर्फ मिट्टी को स्वस्थ रखता है, बल्कि फसल की पैदावार भी बढ़ाता है। सबसे खास बात, सरकार इनके छिड़काव के लिए किसानों को सब्सिडी दे रही है। यह योजना राजस्थान के किसानों के लिए कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाने का सुनहरा मौका है।

कितना है छिड़काव का लक्ष्य

संयुक्त निदेशक कृषि अतीश कुमार शर्मा ने बताया कि सरकार ने इस साल नैनो उर्वरकों को बढ़ावा देने के लिए बड़ा लक्ष्य रखा है। राजस्थान में 1720 हेक्टेयर खेतों में नैनो यूरिया और 1720 हेक्टेयर में नैनो डीएपी का छिड़काव करने का प्लान है। इसके लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है और उन्हें हर तरह की मदद दी जा रही है। नैनो यूरिया और नैनो डीएपी कम मात्रा में इस्तेमाल होने के बावजूद बंपर पैदावार देते हैं। ये उर्वरक मिट्टी को नुकसान नहीं पहुँचाते और पर्यावरण को भी सुरक्षित रखते हैं।

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कितनी मिलेगी सब्सिडी

राजस्थान सरकार ने किसानों को नैनो उर्वरकों का इस्तेमाल आसान बनाने के लिए सब्सिडी का ऐलान किया है। नैनो यूरिया के छिड़काव पर 2000 रुपये की सब्सिडी मिलेगी। इसमें 600 रुपये नैनो यूरिया की खरीद के लिए और 1400 रुपये ड्रोन से छिड़काव के लिए दिए जाएँगे। वहीं, नैनो डीएपी के छिड़काव पर 2500 रुपये की सब्सिडी मिलेगी, जिसमें 1500 रुपये खाद खरीदने और 1000 रुपये ड्रोन छिड़काव के लिए होंगे। यह सब्सिडी सिर्फ नमो ड्रोन दीदी योजना या कस्टम हायरिंग सेंटर के ड्रोन से छिड़काव करने पर ही मिलेगी। इससे किसानों की लागत कम होगी और फसल की पैदावार बढ़ेगी।

छिड़काव के लिए कहाँ करें आवेदन

किसानों को छिड़काव में कोई परेशानी न हो, इसके लिए कृषि विभाग ने पूरे राजस्थान में ड्रोन दीदी और ड्रोन धारकों की नियुक्ति की है। कोटा जिले में चेचट में दुर्गेश कुमार कुशवाह, खजूरी सांगोद में राहुल शर्मा, मोरपा लाडपुरा में प्रवीण नागर, जाखमूंड में लीलाधर नागर, ढीपरी कालीसिंध में सत्येंद्र कुमार, और सीमलिया में रिम्पी कुमारी को ड्रोन छिड़काव के लिए चुना गया है। सब्सिडी का लाभ लेने के लिए किसानों को राज किसान साथी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन करते समय आधार कार्ड, खेत के कागजात, और पासपोर्ट साइज फोटो जैसे दस्तावेज जमा करने होंगे।

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कैसे और कितना करें छिड़काव

नैनो यूरिया की 500 मिलीलीटर की एक बोतल 45 किलो के यूरिया बैग जितनी ताकत रखती है। बुवाई के 30 से 40 दिन बाद, जब पौधों में पत्तियाँ अच्छी खासी बढ़ जाएँ, तब 2.4 मिलीलीटर नैनो यूरिया को प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। ड्रोन से छिड़काव के लिए एक हेक्टेयर में 2.5 मिलीलीटर की बोतल काफी है। वहीं, नैनो डीएपी का इस्तेमाल बीजोपचार के लिए 5-10 मिलीलीटर प्रति किलो बीज की दर से करें। खड़ी फसल में 2.4 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। ये छोटी मात्रा फसल को ताकत देती है और मिट्टी को भी स्वस्थ रखती है।

राजस्थान सरकार की यह नैनो उर्वरक सब्सिडी योजना खेती में नई क्रांति लाने वाली है। कम लागत, ज्यादा पैदावार, और मिट्टी की सेहत को बनाए रखने वाली यह तकनीक किसानों के लिए वरदान है। चाहे आप धान, बाजरा, या सब्जियाँ उगा रहे हों, नैनो यूरिया और डीएपी आपकी खेती को आसान और फायदेमंद बनाएँगे। सरकार का यह कदम न सिर्फ किसानों की जेब भरेगा, बल्कि राजस्थान की खेती को दुनिया में नई पहचान भी देगा।

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  • Shashikant

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