सफ़ेद मुली हो गयी गुजरे ज़माने की बात, लाल मुली से किसान हो रहे मालामाल

सालों से खेती में अपनी मेहनत झोंकने वाले किसान अब पारंपरिक फसलों से हटकर नए प्रयोग करने लगे हैं। यह बदलाव कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति का संकेत है। आज हम ऐसी ही एक फसल के बारे में बात करेंगे, जिसे खेती के लिए न केवल फायदेमंद माना जा रहा है, बल्कि इसकी बाजार मांग भी तेजी से बढ़ रही है। यह फसल है लाल मूली, जो न केवल आर्थिक दृष्टि से फायदेमंद है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद उपयोगी है।

इस लेख में, हम लाल मूली की खेती, देखभाल, फायदे, और इसके बाजार मूल्य पर चर्चा करेंगे। अगर आप किसान हैं और अनोखी फसल की तलाश में हैं, तो लाल मूली आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकती है।

लाल मूली (Red Radish) की खासियत

लाल मूली सफेद मूली से अलग होती है। इसकी चमकदार लाल रंगत इसे अन्य मूली से अलग बनाती है। बाजार में इसकी मांग इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि यह पोषण से भरपूर और कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है।

लाल मूली में विटामिन-C, फाइबर, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाने, पाचन को सुधारने और हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इसे स्किन के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।

लाल मूली की खेती कैसे शुरू करें?

लाल मूली की खेती का तरीका सफेद मूली की तरह ही है, लेकिन इसमें कुछ खास ध्यान रखने की जरूरत होती है।

खेत की तैयारी

खेत की अच्छी जुताई करें और उसमें 10 क्विंटल प्रति हेक्टेयर सड़ा गोबर डालें। गोबर को अच्छी तरह से मिलाने के बाद खेत में क्यारियां बनाएं और कतारबद्ध तरीके से मेड़ें तैयार करें। अच्छी क्वालिटी के बीज या नर्सरी से लाए गए पौधों का उपयोग करें। बीज को 5-6 सेमी की दूरी पर लगाएं। पौधों की रोपाई के बाद खेत की सिंचाई करें।

उर्वरक और पोषण

रोपाई के एक महीने बाद, 3 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट प्रति हेक्टेयर के हिसाब से डालें। इससे पौधों की ग्रोथ बेहतर होगी। खेत में खरपतवार न उगने दें। खुरपी की मदद से निराई करें। इससे पौधों को उचित पोषण मिलेगा।

फसल की कटाई

लाल मूली की फसल दो महीने के भीतर तैयार हो जाती है। पत्तों के पीले होने पर एक मूली निकालकर देख लें। अगर मूली का आकार सही हो गया है, तो फसल की खुदाई शुरू कर सकते हैं। एक एकड़ खेत से 54-55 क्विंटल पैदावार प्राप्त की जा सकती है।

लाल मूली के फायदे

लाल मूली न केवल खेती के लिए बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। इसकी बाजार में ऊंची कीमत मिलती है, जिससे किसानों को अधिक मुनाफा होता है। इसके अलावा, लाल मूली विटामिन-C, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है, जो इम्यूनिटी बढ़ाने, पाचन सुधारने और हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करती है। यह ब्लड प्रेशर और शुगर को कंट्रोल करने में भी सहायक होती है।

लाल मूली की खेती के बाजार में संभावनाएं

आज की बढ़ती हेल्थ-अवेयरनेस के चलते बाजार में लाल मूली की मांग लगातार बढ़ रही है। रेस्टोरेंट्स, होटल्स और ऑर्गेनिक बाजार में इसकी खपत बढ़ी है। इसके अलावा, विदेशी बाजारों में भी लाल मूली की मांग काफी अधिक है।

लाल मूली की खेती उन किसानों के लिए बेहतरीन विकल्प है, जो पारंपरिक खेती से हटकर कुछ नया करना चाहते हैं। इसकी बाजार मांग, स्वास्थ्य लाभ, और आसान खेती प्रक्रिया इसे एक लाभदायक फसल बनाती है।

तो अगर आप अपनी खेती में एक नई दिशा की तलाश में हैं, तो लाल मूली की खेती शुरू करके एक बेहतर भविष्य की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।

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  • Shashikant

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