रुपये छापने की मशीन है इस सफ़ेद फल की खेती, एक बार लगाएं सालों साल कमाइए

किसान भाइयों, आपने काले जामुन तो खूब खाए होंगे, लेकिन क्या कभी सफेद जामुन का नाम सुना? ये जामुन का एक खास किस्म है, जो स्वाद में मीठा और सेहत के लिए बड़ा फायदेमंद होता है। गाँव में रहने वाले हमारे किसान भाइयों के लिए ये एक नया मौका है। बाजार में इसकी मांग बढ़ रही है, और आम जामुन से इसका दाम भी अच्छा मिलता है। तो चलिए, आज हम बात करते हैं कि इसे अपने खेत में कैसे उगा सकते हैं।

खेती के लिए जमीन और मौसम

सफेद जामुन की खेती के लिए ज्यादा मेहनत की जरूरत नहीं है। ये पौधा हमारे देसी मौसम में बड़ी आसानी से पनप जाता है। बस जमीन ऐसी होनी चाहिए, जिसमें पानी ठहरे नहीं। अगर आपके खेत में मिट्टी थोड़ी बलुई या दोमट है, तो ये सबसे बढ़िया रहेगा। बारिश का मौसम इसके लिए अच्छा रहता है, लेकिन सर्दी और गर्मी में भी इसे लगाया जा सकता है, बशर्ते पानी की व्यवस्था ठीक हो। गाँव में जहाँ पानी की किल्लत रहती है, वहाँ भी ये पौधा कम पानी में काम चला लेता है।

पौधा कहाँ से लें और कैसे लगाएं

अब सवाल ये है कि पौधा मिलेगा कहाँ से? इसके लिए आप अपने नजदीकी नर्सरी में चले जाइए। वहाँ सफेद जामुन का पौधा आसानी से मिल जाएगा। अगर नर्सरी दूर है, तो गाँव के किसी जानकार किसान से पूछ लें, कई बार वो बीज या कलम दे देते हैं। पौधा लगाने से पहले खेत को अच्छे से जोत लें। फिर 10-12 फीट की दूरी पर गड्ढे खोदें, हर गड्ढा करीब 2 फीट गहरा और चौड़ा हो। इसमें गोबर की खाद डालकर मिट्टी मिला दें। अब पौधे को गड्ढे में डालकर मिट्टी से ढक दें और हल्का पानी डाल दें। बस, काम शुरू हो गया!

देखभाल कैसे करें

सफेद जामुन का पौधा बड़ा नाजुक नहीं होता, लेकिन थोड़ी देखभाल तो बनती है। शुरू के दिनों में हफ्ते में दो बार पानी डालें। जब पौधा बड़ा होने लगे, तो पानी की जरूरत कम हो जाती है। खेत में खरपतवार न पनपने दें, वरना पौधे की ताकत कम हो जाएगी। साल में एक-दो बार गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट डाल दें, इससे पौधा हरा-भरा रहेगा। कीड़ों से बचाने के लिए नीम का तेल पानी में मिलाकर छिड़काव कर सकते हैं, ये देसी तरीका बड़ा कारगर है।

फल कब मिलेगा और कमाई कैसे होगी

अब सबसे जरूरी बात—फल कब तक आएगा? अगर आपने पौधा लगाया है, तो 4-5 साल में फल शुरू हो जाएंगे। हाँ, अगर कलम से लगाया है, तो 2-3 साल में ही फल मिलने लगते हैं। एक पेड़ से 50-60 किलो तक जामुन मिल सकता है। बाजार में सफेद जामुन का दाम 100-150 रुपये किलो तक जाता है, क्योंकि ये आम नहीं मिलता। गाँव में अगर मंडी दूर है, तो लोकल बाजार में भी इसे बेच सकते हैं। लोग सेहत के लिए इसे खूब पसंद करते हैं।

कुछ जरूरी सावधानियाँ

खेती में थोड़ी सावधानी बरतनी पड़ती है। पौधे को ज्यादा पानी से बचाएं, वरना जड़ें सड़ सकती हैं। गर्मी में अगर पत्तियाँ मुरझाने लगें, तो हल्की छाया का इंतजाम करें। और हाँ, फल आने पर पक्षियों से थोड़ा बचाव करना पड़ेगा, इसके लिए पेड़ के पास ढोल या टिन की आवाज कर सकते हैं। ये देसी जुगाड़ बड़ा काम आता है।

क्यों करें सफेद जामुन की खेती

सफेद जामुन की खेती इसलिए फायदेमंद है, क्योंकि इसमें लागत कम लगती है और मुनाफा अच्छा मिलता है। हमारे गाँव के किसान भाइयों के लिए ये एक नया रास्ता हो सकता है। इसे उगाने में मेहनत कम है, और बाजार में इसकी कीमत भी बढ़िया है। तो देर किस बात की? अपने खेत में थोड़ी जगह निकालें और सफेद जामुन की खेती शुरू करें।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र पिछले तिन साल से पत्रकारिता कर रहा हूँ मै ugc नेट क्वालीफाई हूँ भूगोल विषय से मै एक विषय प्रवक्ता हूँ , मुझे कृषि सम्बन्धित लेख लिखने में बहुत रूचि है मैंने सम्भावना संस्थान हिमाचल प्रदेश से कोर्स किया हुआ है |

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