शिमला मिर्च की ‘कैलिफोर्निया वंडर’ से किसानों की बल्ले-बल्ले! जानिए क्यों है बाजार में जबरदस्त डिमांड

Shimla Mirch ki kheti: आजकल गाँवों में किसान भाई पुरानी खेती को छोड़कर सब्जियों की ओर रुख कर रहे हैं, और इसमें कोई हैरानी नहीं। सब्जियों की माँग तो सालभर रहती है, और इनसे कमाई भी अच्छी हो जाती है। ऐसी ही एक सब्जी है शिमला मिर्च, जो बाजार में हमेशा छाई रहती है। ये न सिर्फ खाने में स्वाद बढ़ाती है, बल्कि किसानों की जेब भी भरती है। चाहे गर्मी हो या सर्दी, शिमला मिर्च की डिमांड कभी कम नहीं होती। अगर आप भी अपने खेत में कुछ नया और फायदेमंद करना चाहते हैं, तो शिमला मिर्च की खेती आपके लिए सुनहरा मौका लेकर आई है।

बाराबंकी में शिमला मिर्च का जलवा

जिला कृषि अधिकारी राजित राम जी बताते हैं कि बाराबंकी के किसान शिमला मिर्च की खेती बड़े पैमाने पर कर रहे हैं। यहाँ के खेतों में ये फसल खूब लहलहाती है, और बाजार में इसकी बिक्री भी जोरों से होती है। साल के बारहों महीने लोग इसे खरीदते हैं, जिससे किसानों को मुनाफा मिलता है। राजित राम जी कहते हैं कि अगर इस महीने खेती शुरू करनी है, तो शिमला मिर्च की नई और उन्नत किस्म आपके लिए बेस्ट रहेगी। ये किस्म खास है, क्योंकि ये सिर्फ 75 दिनों में तैयार हो जाती है और पैदावार भी जबरदस्त देती है। गाँव में लोग कहते हैं कि सही फसल चुनो, तो मेहनत रंग लाती है।

कैलिफोर्निया वंडर: कम समय, ज्यादा कमाई

शिमला मिर्च की एक नई किस्म है कैलिफोर्निया वंडर, जो किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये कम समय में बंपर पैदावार देती है। बाजार में लोग इसे खूब पसंद करते हैं, क्योंकि इसका स्वाद और गुणवत्ता दोनों लाजवाब हैं। ये शिमला मिर्च स्टफिंग के लिए भी बेस्ट मानी जाती है। एक एकड़ में इसकी खेती से 72 से 80 क्विंटल तक फसल मिल सकती है। अगर बाजार भाव अच्छा रहा, तो आप इससे 2 लाख रुपये तक की कमाई आसानी से कर सकते हैं। हमारे गाँवों में जब ऐसी फसल की बात होती है, तो किसान भाइयों का हौसला बढ़ जाता है।

खेती का सही तरीका

शिमला मिर्च की कैलिफोर्निया वंडर किस्म के लिए गर्म दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। खेत में पानी की निकासी भी ठीक होनी चाहिए, वरना जड़ें सड़ सकती हैं। बुवाई से पहले बीजों को अच्छे से उपचारित कर लें, ताकि पौधे स्वस्थ रहें। खेत में गोबर की सड़ी हुई खाद डालना न भूलें, क्योंकि ये मिट्टी को ताकत देती है और फसल को बढ़ने में मदद करती है। बुवाई के बाद करीब 75 दिनों में ये फसल तैयार हो जाती है। सही देखभाल करें, तो फल बड़े, चमकदार और बाजार के लिए एकदम फिट मिलेंगे। गाँव में लोग कहते हैं कि खेत को प्यार दो, तो वो दुगना लौटाता है।

छोटी मेहनत, बड़ा फायदा

गाँवों में देखा गया है कि शिमला मिर्च की खेती करने वाले किसान पानी और खाद का सही इंतजाम रखते हैं। कुछ लोग खेत के किनारे घास डालकर मिट्टी की नमी बनाए रखते हैं, जिससे पौधों को गर्मी में राहत मिलती है। इस फसल को सही समय पर तोड़ना भी जरूरी है, वरना फल खराब हो सकते हैं। बाजार में इसे बेचने वाले बताते हैं कि लोग इसे सब्जी, सलाद और भरवां बनाने के लिए लेते हैं। ये फसल न सिर्फ कमाई देती है, बल्कि गाँव की रसोई में भी रौनक लाती है।

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  • Shashikant

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