शिनजेन अल्ट्रा, IFFCO-MC का नया उत्पाद, फसल में दिखेगा जबरदस्त फर्क!

Shinzen Ultra: किसान साथियों, खेती हमारी आजीविका का आधार है, लेकिन कीट और रोग फसलों को नुकसान पहुँचाकर उनकी मेहनत पर पानी फेर देते हैं। IFFCO-MC क्रॉप साइंस प्राइवेट लिमिटेड, जो भारतीय किसान उर्वरक सहकारी (IFFCO) और मित्सुबिशी कॉर्पोरेशन, जापान का संयुक्त उद्यम है, ने हाल ही में शिनजेन अल्ट्रा (फिप्रोनिल 0.6% GR) नामक नया उत्पाद पेश किया है। यह उत्पाद धान, गन्ना, और गेहूँ जैसी फसलों में कीटों को नियंत्रित करने का प्रभावी समाधान है। यह न केवल फसल की रक्षा करता है, बल्कि उत्पादन बढ़ाने और किसानों की आय में वृद्धि करने में भी मदद करता है। आइए, इस उत्पाद के लाभ और उपयोग को विस्तार से समझें।

शिनजेन अल्ट्रा क्या है?

शिनजेन अल्ट्रा एक फिप्रोनिल आधारित कीटनाशक है, जिसमें 0.6% फिप्रोनिल ग्रैन्यूलर (GR) रूप में मौजूद है। यह कीटों के तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है, जिससे वे तुरंत खाना बंद कर देते हैं और मर जाते हैं। यह उत्पाद विशेष रूप से धान में तना छेदक, पत्ती लपेटक, और दीमक जैसे कीटों के खिलाफ प्रभावी है। इसका दानेदार रूप खेत में आसानी से छिड़का जा सकता है, और यह लंबे समय तक कीटों को नियंत्रित करता है। IFFCO-MC का यह उत्पाद एकीकृत कीट प्रबंधन (IPM) के लिए आदर्श है, क्योंकि यह अन्य कीटनाशकों के साथ मिलकर कीट प्रतिरोध को कम करता है।

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किसानों के लिए कैसे लाभकारी है?

शिनजेन अल्ट्रा का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह फसल को कीटों से बचाकर उत्पादन में 15-25% तक की वृद्धि कर सकता है। धान की फसल में तना छेदक और पत्ती लपेटक जैसे कीट पौधों की पत्तियों और तनों को नष्ट कर देते हैं, जिससे उपज कम हो जाती है। शिनजेन अल्ट्रा इन कीटों को तेजी से नियंत्रित करता है, जिससे पौधे स्वस्थ रहते हैं। यह उत्पाद फाइटोटॉनिक प्रभाव भी डालता है, जिससे पौधों की जड़ें मजबूत होती हैं, अधिक कल्ले निकलते हैं, और पानी का अवशोषण बढ़ता है। परिणामस्वरूप, फसल हरी-भरी और उपज में बढ़ोतरी होती है। इसके अलावा, यह लागत प्रभावी है, क्योंकि कम मात्रा में उपयोग से भी लंबे समय तक सुरक्षा मिलती है।

उपयोग का सही तरीका

शिनजेन अल्ट्रा का उपयोग धान की रोपाई के 15-20 दिन बाद करना सबसे प्रभावी है। इसे खेत में समान रूप से छिड़कें, ताकि यह मिट्टी में अच्छी तरह मिल जाए। खेत में हल्का पानी होना चाहिए, ताकि दवा का असर बढ़े। ICAR और IFFCO-MC की सलाह है कि इसका उपयोग प्रारंभिक कीट अवस्था में करें, ताकि नुकसान कम हो। उपयोग से पहले उत्पाद के लेबल और निर्देशों को ध्यान से पढ़ें। यह उत्पाद अन्य कीटनाशकों या जैविक उपायों, जैसे नीम का तेल, के साथ मिलाकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। छिड़काव के समय सुरक्षा उपकरण, जैसे दस्ताने और मास्क, पहनें, ताकि स्वास्थ्य पर असर न पड़े।

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महत्वपूर्ण टिप्स और एकीकृत प्रबंधन

शिनजेन अल्ट्रा के साथ देसी उपायों को अपनाकर कीट नियंत्रण को और प्रभावी बनाया जा सकता है। नीम की पत्तियों का पानी या गोमूत्र (10 लीटर गोमूत्र को 100 लीटर पानी में मिलाकर) का छिड़काव छोटे कीटों को भगाने में मदद करता है। खेत में मूँग या उड़द जैसी दलहनी फसलें अंतरवर्ती खेती के रूप में बोएँ, जो कीटों को कम करती हैं और मिट्टी की उर्वरता बढ़ाती हैं। नियमित रूप से खेत की निगरानी करें और कीटों के शुरुआती लक्षण दिखते ही शिनजेन अल्ट्रा का उपयोग करें। यह एकीकृत कीट प्रबंधन का हिस्सा है, जो रासायनिक और जैविक उपायों का संतुलन बनाता है।

IFFCO-MC शिनजेन अल्ट्रा (फिप्रोनिल 0.6% GR) किसानों के लिए एक वरदान है। यह धान, गन्ना, और गेहूँ जैसी फसलों को कीटों से बचाकर उत्पादन बढ़ाता है और आय में वृद्धि करता है। इसका आसान उपयोग, लंबे समय तक असर, और फाइटोटॉनिक प्रभाव इसे हर किसान के लिए जरूरी बनाता है। देसी उपाय और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी खेती को और समृद्ध बनाएँ। अपने नजदीकी IFFCO-MC डीलर से शिनजेन अल्ट्रा आज ही खरीदें और बंपर फसल की ओर कदम बढ़ाएँ!

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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