फरवरी में गेहूं की बाली निकलते समय खेत में करें ये चमत्कारी स्प्रे, एक बिस्वा में होगा 2 मण गेहूं

गेहूं की फसल में बाली निकलने का समय किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान फसल की देखभाल और सही उर्वरकों का उपयोग करने से दाने की गुणवत्ता और उत्पादन में वृद्धि होती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश, जो गेहूं की पैदावार के लिए एक प्रमुख क्षेत्र है, में इस समय गेहूं की फसल में बाली निकलनी शुरू हो चुकी है। आइए, जानते हैं कि कैसे एनपीके और बोरान का छिड़काव करके आप अपनी फसल को मजबूत और उत्पादक बना सकते हैं।

बाली निकलने का समय और इसकी महत्वपूर्णता

गेहूं की फसल में बाली निकलने का समय फसल के लिए निर्णायक होता है। इस दौरान पौधे में दाने बनने की प्रक्रिया शुरू होती है। यदि इस समय फसल को सही पोषण नहीं मिलता है, तो बालियाँ कमजोर हो सकती हैं और दाने पूरी तरह से नहीं बन पाते। इससे उत्पादन और गुणवत्ता दोनों प्रभावित होते हैं। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी और प्रोफेसर डॉक्टर आई. के. कुशवाह के अनुसार, बाली निकलते समय एनपीके 00-52-34 और बोरान का छिड़काव करना चाहिए। यह फसल को मजबूत बनाता है और दाने की गुणवत्ता में सुधार करता है।

एनपीके 00-52-34 और बोरान का उपयोग

एनपीके 00-52-34 उर्वरक को 2 से 3 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। यह फसल को फॉस्फोरस और पोटेशियम प्रदान करता है, जो बाली को मजबूत बनाने और दाने के विकास में मदद करता है। साथ ही, बोरान को 1 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। बोरान दाने के वजन और गुणवत्ता को बढ़ाता है।

छिड़काव का सही तरीका

छिड़काव सुबह के समय धूप निकलने के बाद करें। बारिश या तेज हवा के समय छिड़काव न करें। प्रति एकड़ 200 से 250 लीटर पानी में एनपीके और बोरान को मिलाकर छिड़काव करें। बाली निकलने के समय केवल एक बार छिड़काव करना पर्याप्त है।

इस छिड़काव से बालियाँ मजबूत और स्वस्थ होती हैं। दाने का आकार और वजन बढ़ता है, जिससे उत्पादन में 10-15% तक वृद्धि हो सकती है। फसल की गुणवत्ता बेहतर होती है, जिससे मंडी में अच्छा दाम मिलता है।

किसानों के लिए सलाह

किसानों को फसल की नियमित निगरानी करनी चाहिए और बाली निकलने के समय छिड़काव जरूर करना चाहिए। उर्वरकों की सही मात्रा और गुणवत्ता का ध्यान रखें। मौसम का पूर्वानुमान देखकर ही छिड़काव करें।

गेहूं की फसल में बाली निकलने का समय फसल के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान एनपीके 00-52-34 और बोरान का छिड़काव करने से बालियाँ मजबूत होती हैं और दाने की गुणवत्ता में सुधार होता है। किसानों को इस समय फसल की विशेष देखभाल करनी चाहिए ताकि उन्हें अच्छा उत्पादन और बेहतर मूल्य मिल सके।

स्रोत: कृषि विज्ञान केंद्र, सहारनपुर।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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