Tractor Sale: किसान भाइयों, जून 2025 में ट्रैक्टर बिक्री ने आठ महीने बाद एक बार फिर एक लाख का आँकड़ा पार कर लिया है। ये खबर किसी उत्सव से कम नहीं, क्योंकि खेती-किसानी में नई जान आई है। समय पर आए मानसून, बंपर रबी फसल, और खरीफ फसलों की बुवाई में सुधार ने किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है। ट्रैक्टरों की बढ़ती माँग से साफ है कि गाँवों की अर्थव्यवस्था मज़बूत हो रही है। आइए जानते हैं कि इस बिक्री में क्या खास है और ये किसानों के लिए क्यों मायने रखती है।
जून में 10 प्रतिशत ज्यादा बिक्री
जून 2025 में ट्रैक्टर उद्योग ने कुल 1 लाख 21 हजार 613 ट्रैक्टर बेचे, जो पिछले साल जून 2024 के 1 लाख 10 हजार 348 की तुलना में 10 प्रतिशत ज़्यादा है। मई 2025 की तुलना में भी बिक्री में 22 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई। ये आँकड़े ट्रैक्टर एंड मैकेनाइजेशन एसोसिएशन ने दिए हैं। इससे पहले अक्टूबर 2024 में ट्रैक्टर बिक्री एक लाख के पार गई थी, लेकिन इसके बाद चार महीने तक बिक्री में कमी आई। मार्च 2025 से हालात सुधरने लगे, और जून में ये उछाल किसानों के लिए अच्छी खबर लेकर आया।
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इस साल समय पर आए मानसून ने खेती-किसानी को नई रफ्तार दी है। आनंद राठी रिसर्च की एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, जून में ट्रैक्टर बिक्री में आए इस उछाल का बड़ा कारण अच्छी बारिश और खेती की गतिविधियों में तेज़ी है। बंपर रबी फसल ने किसानों की जेब में नकदी बढ़ाई है, और खरीफ फसलों की बुवाई में सुधार ने भी माहौल को बेहतर किया। सरकार ने खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ाया है, जैसे धान का MSP 2,300 रुपये प्रति 100 किलो और मक्का का 2,225 रुपये। इससे किसानों का हौसला बढ़ा है, और वो ट्रैक्टर जैसे खेती के उपकरणों में निवेश कर रहे हैं।
महिंद्रा और एस्कॉर्ट्स का शानदार प्रदर्शन
ट्रैक्टर उद्योग की बड़ी कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने जून में शानदार प्रदर्शन किया। कंपनी ने घरेलू बाजार में 51 हजार 769 ट्रैक्टर बेचे, जो पिछले साल की तुलना में 13 प्रतिशत ज़्यादा है। साथ ही, निर्यात में भी 1,623 ट्रैक्टर बेचे गए, जो 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी दिखाता है।
कंपनी के कृषि उपकरण व्यवसाय के अध्यक्ष विजय नाकरा का कहना है कि रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन, जैसे धान, गेहूं और दलहन, और सरकार की आय बढ़ाने वाली योजनाओं से ट्रैक्टर की माँग और बढ़ेगी। दूसरी ओर, एस्कॉर्ट्स कुबोटा ने भी 11 हजार 498 ट्रैक्टर बेचे, जो पिछले साल से 2.2 प्रतिशत ज़्यादा है। कंपनी का कहना है कि समय पर मानसून, खरीफ बुवाई में सुधार, और MSP में बढ़ोतरी ने किसानों का भरोसा बढ़ाया है।
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जून की इस बिक्री ने गाँवों की अर्थव्यवस्था में नई जान डाली है। अच्छे मानसून की भविष्यवाणी, जलाशयों में पानी का ऊँचा स्तर, और रिकॉर्ड खरीफ फसल का अनुमान बता रहा है कि आने वाले महीनों में ट्रैक्टर की माँग और बढ़ेगी। किसानों की जेब में पैसा आया है, और कर कटौती के साथ उनकी खर्च करने की ताकत भी बढ़ी है। इससे न सिर्फ़ ट्रैक्टर उद्योग को फायदा होगा, बल्कि गाँवों में रोजगार और खुशहाली भी बढ़ेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि 2025-26 में ट्रैक्टर बिक्री 10 लाख का आँकड़ा पार कर सकती है, जो भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।
किसानों के लिए सुनहरा मौका
अगर आप किसान हैं और नया ट्रैक्टर खरीदने की सोच रहे हैं, तो ये समय आपके लिए सही है। सरकार की योजनाएँ, जैसे किसान क्रेडिट कार्ड के तहत कम ब्याज पर 5 लाख तक का लोन, और बंपर फसलों से बढ़ी आमदनी, ट्रैक्टर खरीदना आसान बना रही हैं। अपने नज़दीकी डीलर से संपर्क करें और इस मौके का फायदा उठाएँ। ये न सिर्फ़ खेती को आसान बनाएगा, बल्कि आपकी कमाई को भी बढ़ाएगा।
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