किसान भाइयों की बल्ले-बल्ले! अब उगाइए बेबी कॉर्न-स्वीट कॉर्न और पाइए बीज पर सब्सिडी, सरकार ने शुरू की योजना

खेतों में धान और गेहूं की लहरें तो हर किसान भाई का दिल जीत लेती हैं, लेकिन अब शेखपुरा के खेतों में एक नई फसल की बयार बहने वाली है। जी हां, बेबी कॉर्न और स्वीट कॉर्न की खेती का मौका अब आपके अपने जिले में आ गया है। ये फसलें न सिर्फ कम पानी मांगती हैं, बल्कि बाजार में इनकी कीमत भी इतनी अच्छी मिलती है कि किसान भाई की जेब भारी हो सकती है। सरकार ने शेखपुरा में इसकी खेती को हरी झंडी दे दी है, और साथ में अनुदान और मुफ्त ट्रेनिंग का भी इंतजाम किया है। तो चलिए, जानते हैं कि ये नई खेती आपके लिए कैसे गेम-चेंजर बन सकती है।

नई फसलों का नया मौका

शेखपुरा में धान, गेहूं और प्याज की खेती तो सालों से होती आई है, लेकिन अब समय है कुछ नया आजमाने का। बेबी कॉर्न और स्वीट कॉर्न ऐसी फसलें हैं, जो कम समय में तैयार हो जाती हैं और बाजार में इनकी डिमांड आसमान छू रही है। चाहे बड़े शहरों के होटल हों या छोटे बाजार, हर जगह लोग बेबी कॉर्न की सब्जी, सूप, और स्वीट कॉर्न की चाट बड़े चाव से खाते हैं।

शेखपुरा के जिला कृषि पदाधिकारी सुजाता कुमारी जी का कहना है कि ये खेती पहली बार जिले में शुरू हो रही है, और इसका मकसद है किसान भाइयों की आमदनी को दोगुना करना। इस खेती की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसे साल में तीनों मौसम खरीफ, रबी और गरमा में उगाया जा सकता है। यानी, आपके खेत साल भर हरे-भरे रहेंगे और जेब भी भरी रहेगी।

ये भी पढ़ें- मखाना की खेती से होगी बंपर कमाई! जानिए कैसे सरकार दे रही है भारी भरकम लोन

सरकार का साथ

सरकार ने शुरूआत में 1100 हेक्टेयर जमीन पर इस खेती को आजमाने की योजना बनाई है। ये एक तरह का पायलट प्रोजेक्ट है, जिसमें किसानों को हर कदम पर मदद मिलेगी। खेती के लिए अच्छी क्वालिटी के बीज भी अनुदान पर दिए जाएंगे। बेबी कॉर्न के लिए 800 किलो और स्वीट कॉर्न के लिए 300 किलो बीज का इंतजाम किया गया है। एक हेक्टेयर में करीब 10 किलो बीज लगता है, और अगर फसल अच्छी हुई तो 12 से 15 क्विंटल तक उपज मिल सकती है। अनुदान के बाद बेबी कॉर्न का बीज 750 रुपये प्रति किलो और स्वीट कॉर्न का बीज 2250 रुपये प्रति किलो मिलेगा।

ये कीमत भले थोड़ी ज्यादा लगे, लेकिन फसल की कमाई देखकर आपका दिल खुश हो जाएगा। बाजार में बेबी कॉर्न की कीमत 100 से 200 रुपये प्रति किलो तक जाती है, और स्वीट कॉर्न 20 से 50 रुपये प्रति पीस बिकता है। शहरों में होटल और रेस्तरां में तो ये और भी महंगे दामों पर बिकता है।

किसानों में जोश

शेखपुरा के किसान भाई, विनोद कुमार और ब्रहमदेव यादव, इस नई खेती को लेकर खासे उत्साहित हैं। उनका कहना है कि ये योजना किसानों के लिए नया रास्ता खोलेगी, बशर्ते कृषि विभाग इसे पारदर्शी तरीके से लागू करे। इन फसलों के पौधों के अवशेष को पशुओं के लिए चारे के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जो आपके पशुपालन का खर्चा भी कम करेगा। इस खेती को शुरू करने के लिए सरकार मुफ्त ट्रेनिंग भी दे रही है। इसमें आपको बीज बोने से लेकर फसल काटने तक की पूरी जानकारी दी जाएगी। खेती के लिए दोमट मिट्टी, जो शेखपुरा में खूब मिलती है, सबसे अच्छी मानी जाती है।

अपने खेत को बनाएं स्मार्ट

बुवाई के लिए 25 से 35 डिग्री तापमान सबसे सही है, जो बिहार की जलवायु के लिए एकदम फिट है। शेखपुरा के किसान भाइयों, ये मौका आपके लिए सुनहरा है। अगर आप परंपरागत खेती से हटकर कुछ नया करना चाहते हैं, तो बेबी कॉर्न और स्वीट कॉर्न की खेती आपके लिए वरदान साबित हो सकती है। सरकार का साथ है, बाजार की डिमांड है, और आपकी मेहनत तो है ही। अपने नजदीकी कृषि कार्यालय में जाकर अनुदान और ट्रेनिंग की जानकारी लें, और अपने खेतों को नया रंग दें। ये फसल न सिर्फ आपकी जेब भरेगी, बल्कि शेखपुरा की खेती को भी नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।

ये भी पढ़ें- Best Kharif Crops: खरीफ सीजन में उगाएं ये बेस्ट फसलें, कम समय में तिजोरी भर जाएगी नोटों से

Author

  • Shashikant

    नमस्ते, मैं शशिकांत। मैं 2 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती से सम्बंधित सभी विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी एकदम सटीक ताजा खबरें बताऊंगा। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं। जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप Krishitak.com के साथ जुड़े रहिए।

    View all posts

Leave a Comment