Subsidy on Dragon Fruit Farming : किसान भाइयों, अगर आपके पास बंजर जमीन धूल खा रही है, तो उसे मुनाफे का खजाना बनाने का टाइम आ गया है। ड्रैगन फ्रूट (Dragon Fruit Farming) की खेती वो जादू है, जो कम मेहनत में मोटी कमाई दे सकती है। ये विदेशी फल किसी भी मिट्टी में उग जाता है, और एक बार लगाओ तो 35 साल तक फल देता है। ऊपर से सरकार 3 साल तक सब्सिडी भी दे रही है। उद्यान विभाग इसे बढ़ावा दे रहा है, ताकि आपके खेत लहलहाएँ और जेब भरे। चलिए, इसकी खेती का नक्शा देखते हैं।
बंजर जमीन का मित्र
ड्रैगन फ्रूट की सबसे बड़ी ताकत ये है कि ये बंजर, रेतीली, या पथरीली, किसी भी जमीन पर उग जाता है। इसका पौधा कंटीला होता है, तो गाय-भैंस या आवारा जानवर इसे छूते नहीं। बीमारी भी इसे कम सताती है। एक बार लगाइए, और 30-35 साल तक फल तोड़ते रहिए। बंजर जमीन को हरा करने का इससे सस्ता और आसान तरीका नहीं मिलेगा। गर्म इलाकों में ये खूब फलता-फूलता है।
तीन साल तक सरकार का साथ- Subsidy on Dragon Fruit Farming
सरकार आपके लिए सब्सिडी का तोहफा लाई है। ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू करने पर 3 साल तक अनुदान मिलेगा। पहले साल 30 हजार रुपये सीधे आपके बैंक में। दूसरे और तीसरे साल भी सब्सिडी आएगी। ये पैसा पौधे, खाद, और देखभाल में हाथ बटाएगा। उद्यान विभाग में पंजीकरण करवाइए, और ये फायदा पक्का। टाइम रहते नाम लिखवा लीजिए, वरना बाद में पछताना पड़ेगा।
पंजीकरण का सीधा रास्ता
सब्सिडी पाने के लिए उद्यान विभाग की वेबसाइट (www.uphorticulture.in) पर जाइए। या अपने जिला उद्यान अधिकारी के दफ्तर चले जाइए। आधार कार्ड, बैंक पासबुक, खतौनी, और दो फोटो लेते जाइए। वहाँ फॉर्म भर दीजिए। गाँव में नेटवर्क की दिक्कत हो, तो पटवारी या ई-मित्र से मदद लीजिए। पंजीकरण हो गया, तो सब्सिडी का रास्ता खुल जाएगा, और खेती में बोझ हल्का होगा।
खेती शुरू करने का तरीका
ड्रैगन फ्रूट की खेती आसान है। जुलाई-अगस्त में मानसून के वक्त पौधे लगाइए। एक एकड़ में 400-500 पौधे आएँगे। हर पौधे को सीमेंट या लकड़ी का खंभा दीजिए, ये बेल की तरह चढ़ता है। मिट्टी का pH 6.5-7.5 बेस्ट, मगर कोई भी चलेगी। हर पौधे के पास 10 किलो गोबर की सड़ी खाद डालिए। पहले साल 10-15 दिन में पानी दीजिए, बाद में 20-25 दिन में। 12-18 महीने में फल शुरू हो जाएँगे।
देखभाल और कमाल
देखभाल में ज्यादा सिरदर्द नहीं। गर्मी में 15-20 दिन में हल्का पानी डालिए। कीड़ों से बचाने के लिए नीम का तेल यूज करिए। मई-जून में फूल खिलते हैं, और जुलाई-अक्टूबर तक फल पकते हैं। एक पौधा 10-15 किलो फल देता है। बाजार में 100-200 रुपये किलो बिकता है। जानवर इसे खराब नहीं करते, और बीमारी का झंझट कम। थोड़ी सी मेहनत से 35 साल तक फायदा पक्का।
मुनाफे का हिसाब
एक एकड़ में 400 पौधे लगाइए। तीसरे साल से हर पौधा 10 किलो फल दे, तो 4000 किलो होगा। 150 रुपये किलो भी बिका, तो 6 लाख की कमाई। शुरू में पौधे, खंभे, और खाद का खर्च 2-2.5 लाख लगेगा। सब्सिडी मिलाकर लागत और कम। तीसरे साल से हर साल 3-4 लाख शुद्ध मुनाफा। 35 साल तक ये धंधा चलेगा। बंजर जमीन से इतना फायदा, ये तो कमाल ही है।
सावधानियाँ और नुस्खे
पौधे अच्छी नर्सरी से लीजिए, ताकि फल बढ़िया आए। खंभे मजबूत लगाइए, बेल भारी हो जाती है। पानी ज्यादा मत डालिए, जड़ें गल सकती हैं। फल पकने पर तुरंत तोड़ लीजिए, वरना खराब होंगे। उद्यान विभाग के अफसर से सलाह लीजिए, वो सही रास्ता बताएँगे। बाजार में जूस या फल कंपनियों से बात करिए, बड़ा ऑर्डर मिल सकता है।
तो भाइयों, ड्रैगन फ्रूट की खेती बंजर जमीन को सोने में बदल देगी। 35 साल तक कमाई का दरवाजा खुलेगा। सब्सिडी लीजिए, पंजीकरण करिए, और खेत में उतर जाइए। आपकी मेहनत रंग लाएगी, और जेब भरेगी!
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