Subsidy on Farm Machinery: मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों को खेती में नई ताकत देने के लिए बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार 8 बड़े कृषि यंत्रों—रोटावेटर, पावर टिलर, रीपर, मल्चर, सुपर सीडर, सीड ड्रिल, थ्रेशर और स्प्रेयर पर भारी सब्सिडी दे रही है। इसका मकसद है कि आप आधुनिक तकनीक से खेती करें, मेहनत कम हो, और मुनाफा ज्यादा बढ़े। पहले आवेदन की आखिरी तारीख 26 मार्च 2025 थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 8 अप्रैल 2025 कर दिया गया है। 9 अप्रैल को लॉटरी से चयन होगा। ये मौका हाथ से न जाने दें, चलिए पूरी बात समझते हैं।
कितना मिलेगा अनुदान
इस योजना में सब्सिडी आपकी श्रेणी पर निर्भर करेगी महिला, पुरुष, जाति वर्ग और जमीन की जोत के हिसाब से। सामान्य तौर पर 40% से 50% तक अनुदान मिलेगा। यानी अगर कोई यंत्र 50,000 रुपये का है, तो आपको 20,000 से 25,000 रुपये तक की छूट मिल सकती है। सही हिसाब जानने के लिए ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर सब्सिडी कैलकुलेटर यूज़ कर सकते हैं। ये सब्सिडी ट्रैक्टर से चलने वाले और दूसरी शक्ति-चालित मशीनों पर लागू है।
किन यंत्रों पर मिलेगी सब्सिडी
ये योजना कई तरह के यंत्रों को कवर करती है। आवेदन 27 फरवरी 2025 से शुरू हो चुके हैं और 8 अप्रैल 2025 तक चलेंगे। यहाँ यंत्रों की लिस्ट और डिमांड ड्राफ्ट (DD) की राशि दी गई है:
- बैकहो / बैकहो लोडर (35 HP ट्रैक्टर चालित): 8,000 रुपये
- सब साइलर: 7,500 रुपये
- स्टोन पिकर: 7,800 रुपये
- रेज्ड बेड प्लान्टर: 6,000 रुपये
- पावर स्प्रेयर / बूम स्प्रेयर: 5,000 रुपये
- लेजर लेवलर: 6,500 रुपये
- फर्टिलाइजर ब्राडकास्टर: 5,500 रुपये
- पल्वेराइज़र (3 HP तक): 7,000 रुपये
इसके अलावा, रोटावेटर, पावर टिलर, रीपर, मल्चर, सुपर सीडर, सीड ड्रिल, थ्रेशर जैसे यंत्र भी शामिल हैं।
पात्रता और शर्तें
सब्सिडी पाने के लिए कुछ नियम हैं, ध्यान से पढ़ लीजिए:
- आपके पास अपना ट्रैक्टर होना चाहिए।
- पिछले 5 साल में इस योजना से कोई अनुदान नहीं लिया हो।
- तय वक्त में यंत्र खरीदना होगा।
- आवेदन के 7 दिन के भीतर दस्तावेज ऑनलाइन अपलोड करने होंगे।
- अगर आवेदन रद्द हुआ, तो 6 महीने तक दोबारा मौका नहीं मिलेगा।
- यंत्र सिर्फ चयनित डीलर से ही खरीदना होगा, डीलर बदल नहीं सकते।
- भुगतान नकद नहीं, सिर्फ ड्राफ्ट, चेक या ऑनलाइन होगा।
- हर यंत्र के लिए अलग-अलग डिमांड ड्राफ्ट जमा करना होगा, जो जिले के सहायक कृषि यंत्री के नाम से बनेगा।
जरूरी दस्तावेज
आवेदन के बाद ये कागजात ऑनलाइन जमा करने होंगे:
- आधार कार्ड की कॉपी
- बैंक पासबुक का पहला पेज
- जाति प्रमाण पत्र (SC/ST के लिए)
- बी-1 की कॉपी
- बिजली कनेक्शन का सबूत (सिंचाई यंत्रों के लिए)
जिला अधिकारी इनकी जाँच के बाद ही क्रय स्वीकृति आदेश देंगे।
आवेदन और खरीद का तरीका
यहाँ स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया है:
- आवेदन: 27 फरवरी से 8 अप्रैल 2025 तक ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर ऑनलाइन फॉर्म भरें।
- लॉटरी: 9 अप्रैल 2025 को लॉटरी से किसानों का चयन होगा।
- डीलर चुनें: चयनित डीलर से ही यंत्र लें।
- खरीद: स्वीकृति आदेश के 20 दिन के भीतर यंत्र खरीद लें।
- सत्यापन: डीलर के दस्तावेज अपलोड करने के 7 दिन में विभाग सत्यापन करेगा।
- अनुदान: सत्यापन ठीक रहा, तो सब्सिडी आपके खाते में आएगी।
मुनाफे का हिसाब
मान लो, आप रोटावेटर लेते हैं, जिसकी कीमत 1 लाख रुपये है। 50% सब्सिडी मिली, तो आपको सिर्फ 50,000 रुपये देने होंगे। बाकी 50,000 सरकार देगी। ये यंत्र खेती को तेज और सस्ता बनाएगा, जिससे फसल बढ़ेगी और कमाई दोगुनी हो सकती है।
भाइयों, 8 अप्रैल 2025 तक आवेदन का मौका है। पोर्टल पर जाइए, फॉर्म भरिए, और 9 अप्रैल की लॉटरी का इंतजार करिए। ये योजना खेती को आसान और फायदेमंद बनाने का सुनहरा रास्ता है। मेहनत करिए, मालामाल होइए!
महत्वपूर्ण लिंक:
- ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल: यहाँ क्लिक करें
- डिमांड ड्राफ्ट जानकारी: यहाँ क्लिक करें
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