Subsidy On Wheat harvesting machine : गेहूं की फसल तैयार होने का समय आते ही किसान भाइयों की चिंता बढ़ जाती है। मजदूरों की कमी और उनकी बढ़ती मजदूरी ने खेती को और मुश्किल बना दिया है। खासकर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जैसे इलाकों में, जहां गेहूं की फसल अब कटाई के लिए तैयार है, किसानों को समय पर मजदूर ढूंढने में पसीने छूट रहे हैं। लेकिन अब चिंता करने की जरूरत नहीं। बाजार में एक ऐसी मशीन आ चुकी है, जो इन सारी परेशानियों को चुटकियों में दूर कर सकती है। इस मशीन का नाम है रीपर बाइंडर, और ये गेहूं की कटाई को आसान, तेज और सस्ता बना रही है।
रीपर बाइंडर मशीन: दर्जनों मजदूरों का काम अकेले
रीपर बाइंडर मशीन गेहूं की कटाई के लिए किसी वरदान से कम नहीं। ये मशीन न सिर्फ गेहूं को तेजी से काटती है, बल्कि उसे गट्ठर में बांधकर रखने का काम भी करती है। इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये एक लीटर डीजल में करीब एक एकड़ गेहूं की कटाई कर सकती है। यानी, जहां पहले किसान को कई मजदूरों को दिनभर काम पर लगाना पड़ता था, वहां अब ये मशीन कुछ ही घंटों में सारा काम निपटा देती है। इससे न सिर्फ समय बचता है, बल्कि मजदूरी का खर्चा भी कई गुना कम हो जाता है।
ये मशीन छोटी और हल्की है, जिसे खेत में आसानी से ले जाया जा सकता है। ये कम जगह घेरती है और इसका इस्तेमाल भी बहुत आसान है। चाहे छोटा किसान हो या बड़ा, हर कोई इसे अपनी जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल कर सकता है।
लखीमपुर खीरी में 50% सब्सिडी का मौका
लखीमपुर खीरी के किसानों के लिए खुशखबरी ये है कि रीपर बाइंडर मशीन खरीदने पर सरकार 50% सब्सिडी दे रही है। जिले के कृषि उप निरीक्षक अरविंद मोहन मिश्रा बताते हैं कि इस सब्सिडी का फायदा उठाने के लिए किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ये योजना खास तौर पर उन छोटे और मझोले किसानों के लिए है, जिनके लिए मशीन का पूरा खर्चा उठाना मुश्किल होता है। सब्सिडी की मदद से मशीन की कीमत आधी हो जाएगी, और किसानों को इसे खरीदने में आसानी होगी।
मशीन के फायदे, एक नजर में
रीपर बाइंडर मशीन किसानों की जिंदगी को कई तरह से आसान बनाती है। सबसे पहले, ये समय बचाती है। जहां पहले एक एकड़ गेहूं काटने में कई दिन लगते थे, अब ये काम कुछ घंटों में हो जाता है। दूसरा, ये मशीन मजदूरी की लागत को बहुत कम कर देती है। तीसरा, ये गेहूं को साफ-सुथरे तरीके से काटती और बांधती है, जिससे फसल की क्वालिटी बनी रहती है। साथ ही, ये मशीन बार-बार इस्तेमाल की जा सकती है, यानी एक बार खरीदने के बाद ये लंबे समय तक आपका साथ देगी।
सब्सिडी के लिए आवेदन कैसे करें
लखीमपुर खीरी के किसान इस सब्सिडी का फायदा उठाने के लिए अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय या कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जा सकते हैं। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश सरकार की कृषि विभाग की वेबसाइट (upagriculture.com) पर जाकर भी ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। आवेदन के लिए आपको कुछ जरूरी कागजात चाहिए होंगे, जैसे आधार कार्ड, बैंक पासबुक, जमीन का प्रमाण और खेती से जुड़ा रिकॉर्ड। आवेदन करने से पहले अपने ब्लॉक के कृषि अधिकारी से संपर्क करके पूरी जानकारी ले लें, ताकि कोई गलती न हो।
खेती को बनाएं आसान और मुनाफे वाला
रीपर बाइंडर मशीन न सिर्फ गेहूं की कटाई को आसान बनाती है, बल्कि किसानों की जेब पर पड़ने वाला बोझ भी कम करती है। लखीमपुर खीरी जैसे इलाकों में, जहां गेहूं की खेती बड़े पैमाने पर होती है, ये मशीन किसानों के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है। सरकार की 50% सब्सिडी इस मशीन को और भी किफायती बना रही है। तो देर न करें, इस मौके का फायदा उठाएं और अपनी खेती को समय के साथ और मजबूत करें।
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