देवरिया के बरियारपुर में गन्ना खेती का नया तरीका किसानों के लिए वरदान बन रहा है। गड्ढा विधि से खेती करने वाले किसानों की फसल न सिर्फ ज्यादा पैदावार दे रही है, बल्कि सहफसलों से अतिरिक्त कमाई भी हो रही है। प्रगतिशील किसान उमाशंकर राय ने इस तकनीक को अपनाकर मिसाल कायम की है। बजाज हिंदुस्तान शुगर इंडस्ट्रीज के मार्गदर्शन में शुरू हुई यह पहल किसानों की आय कई गुना बढ़ाने का रास्ता खोल रही है। आइए जानें इस नई तकनीक की खासियत।
गड्ढा विधि: गन्ना खेती का नया तरीका
बरियारपुर के खोरोबारी रामपुर गांव के किसान उमाशंकर राय ने गड्ढा विधि से गन्ना खेती शुरू की, जो अब चर्चा का विषय बन गई है। इस विधि में गन्ने के पौधों के बीच 9 फीट की दूरी रखी जाती है। इससे खेत में मजदूरों की जरूरत कम होती है और ट्रैक्टर से निराई-गुड़ाई आसान हो जाती है। परंपरागत खेती के मुकाबले इस तरीके से गन्ने की पैदावार में जबरदस्त इजाफा हुआ है। बजाज हिंदुस्तान शुगर इंडस्ट्रीज, प्रतापपुर के गन्ना विभागाध्यक्ष श्रीराम कुमार शर्मा ने बताया कि यह तकनीक किसानों के लिए गेम-चेंजर है।
सहफसलों से दोगुनी कमाई
गड्ढा विधि की खासियत यह है कि इसमें गन्ने के साथ-साथ सहफसलों की खेती भी आसानी से हो सकती है। उमाशंकर राय ने अपने खेत में गन्ने के साथ गेहूं और सरसों की फसल उगाई। जब ये फसलें कट गईं, तो उसी खेत में मक्का बोया गया। इस तरह एक साल में तीन सहफसलों और गन्ने की बंपर पैदावार हुई। इससे न सिर्फ गन्ने का उत्पादन बढ़ा, बल्कि गेहूं, सरसों, और मक्का से अतिरिक्त आय भी हुई। यह तरीका लागत कम करने और मुनाफा बढ़ाने का शानदार जरिया बन रहा है।
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किसानों के लिए फायदे
गड्ढा विधि से खेती करने से मजदूरों की कमी का संकट नहीं रहता। 9 फीट की दूरी की वजह से ट्रैक्टर से खेती के सारे काम आसानी से हो जाते हैं। यह विधि मिट्टी की उर्वरता बनाए रखती है और सहफसलों से किसानों को कई स्रोतों से कमाई होती है। श्रीराम कुमार शर्मा के मुताबिक, इस तकनीक से गन्ना उत्पादन बढ़ता है और किसानों की आय कई गुना हो सकती है। बजाज हिंदुस्तान का लक्ष्य है कि इस विधि को और ज्यादा किसानों तक पहुंचाया जाए, ताकि पूरे क्षेत्र में खेती का स्तर सुधरे।
किसानों के लिए सलाह
किसान भाइयों, गड्ढा विधि गन्ना खेती का नया और फायदेमंद तरीका है। इसे अपनाकर आप न सिर्फ गन्ने की पैदावार बढ़ा सकते हैं, बल्कि गेहूं, सरसों, और मक्का जैसी सहफसलों से अतिरिक्त कमाई भी कर सकते हैं। अपने नजदीकी कृषि केंद्र या बजाज हिंदुस्तान के गन्ना विभाग से संपर्क करें। इस विधि के लिए सही बीज और तकनीकी मार्गदर्शन लें। सितंबर में खेती की शुरुआत करें और अपनी मेहनत को दोगुना मुनाफे में बदलें।
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