गेहूं की खेती में जुताई से लेकर बुवाई तक सारे काम करेगी ये मशीन, जानें खासियत और कीमत

Super Seeder Machine Benefits: रबी सीजन की शुरुआत होते ही भारतीय किसान गेहूँ की खेती की तैयारियों में व्यस्त हो जाते हैं। धान की कटाई के बाद खेतों में पराली का प्रबंधन और गेहूँ की बुवाई एक बड़ी चुनौती बन जाती है। पराली जलाने से न केवल पर्यावरण को नुकसान होता है, बल्कि समय और ईंधन की भी बर्बादी होती है। लेकिन अब एक ऐसी मशीन आ गई है जो इन सारी परेशानियों का समाधान देती है।

सुपर सीडर मशीन न केवल पराली को खेत में ही नष्ट कर देती है, बल्कि जुताई, बीज बोआई, खाद डालने और मिट्टी को समतल करने का काम भी एक साथ कर देती है। इससे किसानों का समय और पैसा दोनों बचता है। आइए जानते हैं कि यह मशीन कैसे काम करती है, इसकी खासियतें क्या हैं और इसे कैसे खरीदा या किराए पर लिया जा सकता है।

मल्टीटास्किंग मशीन जो बदल देगी खेती का तरीका

सुपर सीडर एक आधुनिक कृषि उपकरण है, जो 45-90 हॉर्स पावर के ट्रैक्टर से जुड़कर काम करता है। यह मशीन खासकर धान-गेहूँ फसल चक्र वाले क्षेत्रों, जैसे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश, के लिए बहुत उपयोगी है। धान कटाई के बाद बचे अवशेषों को जलाए बिना, यह मशीन उन्हें मिट्टी में मिला देती है। इससे खेत की उर्वरता बनी रहती है और हवा प्रदूषण की समस्या भी कम होती है।

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एक घंटे में यह लगभग एक एकड़ जमीन को तैयार कर देती है, जो पारंपरिक तरीके से कई दिनों का काम है। किसान भाई अगर आपके पास छोटा खेत है, तो इसे किराए पर लेकर भी आजमा सकते हैं। कई सहकारी समितियाँ और कृषि केंद्र इसे 500-800 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से उपलब्ध कराते हैं।

मशीन की प्रमुख विशेषताएँ जो बढ़ाएँगी पैदावार

सुपर सीडर की सबसे बड़ी ताकत इसकी एकीकृत कार्यप्रणाली है। यह मशीन रोटरी टिलर की मदद से पराली को काटकर मिट्टी में मिलाती है, फिर बीज और खाद को सटीक दूरी और गहराई पर बो देती है। बीजों के बीच 20-25 सेंटीमीटर की दूरी और 5-7 सेंटीमीटर की गहराई स्वचालित रूप से बन जाती है, जिससे अंकुरण दर 90-95% तक पहुँच जाती है। इससे फसल घनी और एकसमान बढ़ती है, और पैदावार में 10-15% की वृद्धि हो सकती है।

इसके अलावा, यह मशीन डीजल की 30-40% बचत करती है, क्योंकि अलग-अलग जुताई और बोआई के लिए इंजन की जरूरत नहीं पड़ती। मिट्टी को पलटे बिना काम करने से नमी बरकरार रहती है, जो गेहूँ की शुरुआती बढ़ोतरी के लिए फायदेमंद है। ब्रांड जैसे जगतजीत, शक्तिमान, फील्डकिंग या जॉन डियर की मशीनें 7-9 फीट चौड़ाई वाली होती हैं, जो मध्यम आकार के खेतों के लिए बिल्कुल सही हैं। अगर आप जैविक खेती कर रहे हैं, तो यह मशीन पराली को प्राकृतिक खाद के रूप में उपयोग करने में भी मदद करती है।

कीमत और सरकारी सब्सिडी

सुपर सीडर मशीन की कीमत ब्रांड और साइज के आधार पर अलग-अलग होती है। 2025 में बेसिक मॉडल की कीमत 80,000 रुपये से शुरू होकर 3 लाख रुपये तक पहुँच सकती है। उदाहरण के लिए, 7 फीट वाली जगतजीत या शक्तिमान मशीन की कीमत लगभग 2.6 से 2.7 लाख रुपये है। लेकिन अच्छी बात यह है कि केंद्र और राज्य सरकारें इसे खरीदने पर 50% तक सब्सिडी देती हैं।

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पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में सब्सिडी के बाद कीमत आधी रह जाती है, यानी 40,000 से 1.5 लाख रुपये। सब्सिडी के लिए कृषि विभाग के पोर्टल पर आवेदन करें या नजदीकी कृषि केंद्र से संपर्क करें। छोटे और सीमांत किसानों के लिए यह एक बड़ा अवसर है। अगर बजट कम है, तो कस्टम हायरिंग सेंटर (सीएचसी) से किराए पर लेना बेहतर विकल्प है। इससे बिना मशीन खरीदे आप इसका फायदा उठा सकते हैं।

खरीदने या उपयोग से पहले ये बातें ध्यान रखें

सुपर सीडर का उपयोग शुरू करने से पहले ट्रैक्टर की जाँच करवाएँ, क्योंकि यह कम से कम 50 एचपी का ट्रैक्टर माँगती है। बुवाई से पहले बीज और खाद की मात्रा सेट करें प्रति एकड़ 40-50 किलो बीज और 20-25 किलो यूरिया पर्याप्त होता है। मशीन चलाते समय गति 4-6 किलोमीटर प्रति घंटा रखें, ताकि बीज सही जगह गिरें।

रखरखाव के लिए चाकू और रोलर को नियमित साफ करें। अगर आपके क्षेत्र में पराली जलाने पर जुर्माना लगता है, तो यह मशीन पर्यावरण नियमों का पालन करने में भी मदद करेगी। कई किसान बता रहे हैं कि इससे न केवल समय बचे, बल्कि गेहूँ की फसल में खरपतवार भी कम हुए हैं। अगर आप पहली बार उपयोग कर रहे हैं, तो स्थानीय कृषि विशेषज्ञ से डेमो लें।

किसानों के लिए एक नया दौर

सुपर सीडर जैसी मशीनें भारतीय खेती को आधुनिक बना रही हैं। यह न केवल पराली प्रबंधन की समस्या हल करती है, बल्कि किसानों की आय बढ़ाने में भी योगदान देती है। अगर आप गेहूँ की बुवाई की तैयारी कर रहे हैं, तो इस मशीन को आजमाएँ। इससे आपकी मेहनत कम होगी और फसल की गुणवत्ता बेहतर बनेगी। अधिक जानकारी के लिए कृषि विभाग या ऑनलाइन पोर्टल्स पर जाकर देखें। यह छोटा निवेश लंबे समय तक फायदा देगा।

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  • Shashikant

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