किसान साथियों, पत्ते वाली सुरती (तंबाकू की एक किस्म) की खेती एक शानदार तरीका है, जिससे कम समय, कम मेहनत में अच्छी कमाई हो सकती है, इसके पत्तों का इस्तेमाल पान, बीड़ी, गुटखा, सिगरेट में होता है, ये फसल 120-130 दिन में तैयार हो जाती है, और एक एकड़ से 1.5-2 लाख रुपये तक मुनाफा दे सकती है, ये खेती छोटे, बड़े दोनों तरह के किसानों के लिए फायदेमंद है, पानी, मजदूरी की कम जरूरत पड़ती है, और मिट्टी को भी ज्यादा नुकसान नहीं होता, अगर सही तरीके से खेती करें, तो ये आपकी जेब भरने का बढ़िया जरिया बन सकती है, तो तैयार हो जाइए, सुरती की खेती से कमाई शुरू करें।
खेत की तैयारी
सुरती की खेती शुरू करने से पहले खेत को अच्छे से तैयार करें, ये दोमट, रेतीली मिट्टी में अच्छी होती है, जिसमें जल निकासी ठीक हो, मिट्टी का pH 5.5-6.5 के बीच होना चाहिए, खेत की गहरी जुताई करें, फिर 4-5 टन गोबर की खाद प्रति एकड़ डालें, 20-25 किलो नाइट्रोजन, 40 किलो फॉस्फोरस मिलाएँ, खरपतवार हटाने के लिए रोटावेटर चलाएँ, और सुहागा फेरकर मिट्टी को समतल करें, अगर मिट्टी ज्यादा सूखी हो, तो हल्की सिंचाई करें, फरवरी-मार्च या अक्टूबर-नवंबर में खेत तैयार करें, ये मौसम इसके लिए बेस्ट है, सही तैयारी से पौधे तेजी से बढ़ते हैं, और पत्तियाँ बड़ी, स्वस्थ निकलती हैं, जो बाजार में अच्छा दाम लाती हैं।
नर्सरी और बुआई
सुरती की खेती (Surti Ki kheti) के लिए पहले नर्सरी तैयार करें, बीज को कृषि केंद्र से लें, प्रति एकड़ 2-3 किलो बीज काफी है, बीज को 24 घंटे पानी में भिगोएँ, फिर नर्सरी में बोएँ, 30-40 दिन में पौधे 15-20 सेमी के हो जाएँ, तो खेत में रोपाई करें, रोपाई के लिए कतार से कतार 60 सेमी, पौधे से पौधे 45 सेमी की दूरी रखें, गड्ढों में 1 किलो गोबर की खाद डालें, फरवरी-मार्च में रोपाई शुरू करें, ताकि गर्मी शुरू होने से पहले पौधे जड़ पकड़ लें, बीज को बोने से पहले थिरम (2 ग्राम प्रति किलो) से उपचारित करें, ये फफूंद से बचाता है,
देखभाल और सिंचाई
सुरती के पौधों की देखभाल आसान है, रोपाई के बाद पहली सिंचाई तुरंत करें, फिर हर 10-15 दिन में हल्का पानी दें, ज्यादा जलभराव से बचें, 20-25 दिन बाद पहली गुड़ाई करें, खरपतवार हटाएँ, फूल आने पर 15-20 किलो यूरिया प्रति एकड़ डालें, कीट जैसे तंबाकू की सुंडी, हरा तेला दिखें, तो नीम का तेल (5 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी) छिड़कें, पत्तियाँ नीचे से सूखने लगें, तो कटाई के लिए तैयार समझें, गर्मी में 25-30 डिग्री तापमान इसके लिए बेस्ट है, सही देखभाल से पत्तियाँ बड़ी, चमकदार निकलती हैं, जो बाजार में ऊँचा दाम लाती हैं, मेहनत का पूरा फल मिलता है।
कटाई और सुखाने का तरीका
सुरती की कटाई 120-130 दिन में शुरू करें, जब पत्तियाँ नीचे से सूखकर कठोर होने लगें, पौधों को जड़ से काटें, या पत्तियों को अलग-अलग तोड़ें, कटाई सुबह या शाम करें, ताकि पत्तियाँ ताजी रहें, काटने के बाद पत्तियों को गुच्छों में बाँधें, और छाया में 10-15 दिन सुखाएँ, धूप में सुखाने से रंग खराब हो सकता है, सुखाने के बाद पत्तियाँ हल्की भूरी, सुगंधित हो जाएँ, तो पैकिंग करें, एक एकड़ से 8-10 क्विंटल सूखी पत्तियाँ मिलती हैं, जो 150-200 रुपये प्रति किलो बिकती हैं, सही कटाई, सुखाने से क्वालिटी बनी रहती है, और मुनाफा बढ़ता है।
मुनाफा और बाजार लाखों की कमाई
सुरती की खेती से मोटी कमाई का रास्ता खुलता है, एक एकड़ में लागत 20-25 हजार रुपये लगती है, और 8-10 क्विंटल सूखी पत्तियाँ मिलती हैं, बाजार में 150-200 रुपये प्रति किलो बिकती हैं, यानी 1.5-2 लाख रुपये तक कमाई हो सकती है, लागत निकालकर 1-1.5 लाख मुनाफा बचता है, इसे लोकल मार्केट, बीड़ी कंपनियों, या ऑनलाइन बेचें, गर्मियों में इसकी डिमांड बढ़ती है, जिससे दाम और ऊँचे मिलते हैं, सरकार से सब्सिडी, प्रशिक्षण का फायदा उठाएँ, ये खेती लंबे समय तक फायदा देती है, और मेहनत को सोने में बदलती है।
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