टमाटर की नर्सरी में गलती नहीं चलेगी, सीखिए सही तरीका और बनिए कामयाब किसान!

किसान भाइयों, टमाटर की खेती की शुरुआत होती है एक मज़बूत नर्सरी से, चाहे सब्ज़ी बनानी हो या सलाद, टमाटर हर घर की शान है, और उसकी बंपर फसल के लिए नर्सरी सही ढंग से तैयार करना ज़रूरी है। टमाटर की नर्सरी डालना कोई बड़ा मुश्किल काम नहीं, बस थोड़ी सी समझ और मेहनत चाहिए। सही बीज, मिट्टी, और देखभाल से आप अपने खेत में लाल-लाल टमाटरों की फसल लहलहा सकते हैं।इस लेख में हम आपको बताएँगे, कि टमाटर की नर्सरी कैसे डालें, किन बातों का ध्यान रखें, और कैसे इसे कामयाब बनाएँ।

सही किस्म का बीज और मिट्टी का जुगाड़

टमाटर की नर्सरी की शुरुआत अच्छे बीज से होती है। नज़दीकी कृषि केंद्र से संकर बीज, जैसे पूसा रूबी, अर्का रक्षक, या NS-501, चुनें, जो रोगों से लड़ सकें और अच्छी पैदावार दें। प्रति एकड़ के लिए 100-150 ग्राम बीज काफी हैं। मिट्टी तैयार करने के लिए दोमट मिट्टी, गोबर की खाद, और रेत को 2:1:1 के अनुपात में मिलाएँ। इस मिश्रण को धूप में 2-3 दिन सुखाएँ, ताकि कीटाणु मर जाएँ। मिट्टी को बारीक छान लें और उसमें नीम की खली या ट्राइकोडर्मा (5 ग्राम प्रति किलो मिट्टी) मिलाएँ, ताकि फफूंद से बचाव हो।

नर्सरी के लिए 1-1.5 मीटर चौड़ी और 15 सेंटीमीटर ऊँची क्यारियाँ बनाएँ। क्यारियों को पॉलिथीन से ढककर 2-3 दिन धूप में रखें, ताकि मिट्टी पूरी तरह साफ हो। बीज बोने से पहले मिट्टी को हल्का गीला करें।

ये भी पढ़ें – एक ही पौधे में आलू और टमाटर: रांची के किसान ‘पोमेटो’ तकनीक से कर रहे हैं खेती

बुआई का सही समय और तरीका

टमाटर की नर्सरी का सही समय मौसम पर निर्भर करता है। गर्मियों के लिए जनवरी-फरवरी, बरसात के लिए मई-जून, और सर्दियों के लिए सितंबर-अक्टूबर बुआई के लिए अच्छे महीने हैं। बीज को 0.5-1 सेंटीमीटर गहराई पर 10 सेंटीमीटर की दूरी पर पंक्तियों में बोएँ। बुआई के बाद क्यारियों को पतली मिट्टी या खाद की परत से ढक दें। हल्का पानी छिड़कें, ताकि मिट्टी नम रहे। क्यारियों को जाल या पुआल से ढक दें, ताकि पक्षी बीज न खाएँ और नमी बनी रहे। 5-7 दिन में अंकुरण शुरू हो जाता है।

अगर गर्मी ज़्यादा हो, तो सुबह-शाम हल्का पानी दें। अंकुरण के बाद पुआल हटा दें, ताकि पौधों को धूप और हवा मिले। नर्सरी को तेज़ बारिश या ओलावृष्टि से बचाने के लिए पॉलिथीन शेड का इस्तेमाल करें।

नन्हे पौधों की देखभाल

नर्सरी में पौधों की देखभाल माँ की तरह करनी पड़ती है। अंकुरण के बाद 10-15 दिन तक पौधों को हल्का पानी देते रहें। ज़्यादा पानी से जड़ें सड़ सकती हैं, इसलिए मिट्टी की नमी पर नज़र रखें। खरपतवार को समय-समय पर हटाएँ, ताकि पौधों को पोषण मिलता रहे। अगर पौधे ज़्यादा घने हों, तो कमज़ोर पौधों को निकाल दें, ताकि बाकी पौधे मज़बूत हों। डैम्पिंग ऑफ जैसे फंगल रोग से बचने के लिए बाविस्टिन (1 ग्राम प्रति लीटर पानी) का छिड़काव करें। कीटों, जैसे चेपा या सफेद मक्खी, से बचाव के लिए नीम का तेल (5 मिली प्रति लीटर पानी) छिड़कें।

ये भी पढ़ें – एक बीघा में कमाइए एक लाख, सब्जी की नर्सरी लगाइए, कम जगह में ज्यादा मुनाफा कमाइए

20-25 दिन बाद, जब पौधे 10-15 सेंटीमीटर लंबे और 4-6 पत्तियों वाले हों, तो उन्हें मुख्य खेत में रोपने के लिए तैयार करें। रोपाई से 2-3 दिन पहले पानी देना कम करें, ताकि पौधे मज़बूत हों।

टमाटर की नर्सरी को कामयाब बनाने का मंत्र

टमाटर की नर्सरी को बंपर फसल का आधार बनाने के लिए कुछ देसी नुस्खे अपनाएँ। हमेशा प्रमाणित बीज ही खरीदें और नज़दीकी कृषि विज्ञान केंद्र से सलाह लें। मिट्टी की जाँच करवाएँ, ताकि पोषक तत्वों की कमी न रहे। नर्सरी को छायादार जगह पर बनाएँ, ताकि तेज़ धूप से पौधे बचे रहें। जैविक खाद, जैसे वर्मी-कम्पोस्ट या अज़ोला, का इस्तेमाल करें, ताकि मिट्टी की सेहत बनी रहे। नर्सरी में पानी का छिड़काव हल्के फव्वारे से करें, ताकि बीज अपनी जगह से हिलें नहीं। रोपाई से पहले पौधों को 1-2 घंटे छाया में रखें, ताकि वो नए माहौल में आसानी से ढल जाएँ।

अगर बजट कम है, तो पुराने गमलों या ट्रे में भी नर्सरी डाल सकते हैं। स्थानीय मंडी या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर टमाटर की मांग देखकर किस्म चुनें। इन छोटी-छोटी बातों से आपकी नर्सरी मज़बूत होगी और खेत में लाल-लाल टमाटर लहलहाएँगे!

ये भी पढ़ें – बुवाई का झंझट छोड़ें गन्ने की नर्सरी बनाकर रोपाई से कमाएं ₹1 लाख प्रति एकड़, जानें पूरी प्रक्रिया

Author

  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र पिछले तिन साल से पत्रकारिता कर रहा हूँ मै ugc नेट क्वालीफाई हूँ भूगोल विषय से मै एक विषय प्रवक्ता हूँ , मुझे कृषि सम्बन्धित लेख लिखने में बहुत रूचि है मैंने सम्भावना संस्थान हिमाचल प्रदेश से कोर्स किया हुआ है |

    View all posts

Leave a Comment