PM Kisan Yojana: किसान भाइयों, आपके लिए बड़ी खुशखबरी है! प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम किसान) के एक खास मुहिम शुरू हो रही है, जो आपके खेतों और जेब को और मजबूत करेगी। केंद्र सरकार के निर्देश पर 1 मई 2025 से 31 मई 2025 तक हर गाँव में 30 दिन का सेचुरेशन कैंप लगेगा। इस कैंप का मकसद है कि जो पात्र किसान अभी तक इस योजना का लाभ नहीं ले पाए, उन्हें इससे जोड़ा जाए। साथ ही, आगामी 20वीं किस्त के लिए कुछ जरूरी काम पूरे करने होंगे। आइए, जानें कि यह कैंप आपके लिए क्या लाया है और आप कैसे इसका फायदा उठा सकते हैं।
छूटे हुए किसानों के लिए सुनहरा मौका
किसान भाइयों, अगर आप पात्र हैं लेकिन अब तक पीएम किसान योजना से नहीं जुड़ पाए, तो यह कैंप आपके लिए है। राजस्थान के हर गाँव में 1 मई से 31 मई 2025 तक लगने वाले इन कैंपों में विलेज नोडल अधिकारी (VNO), नागरिक सेवा केंद्र (CSC) के संचालक, और इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (IPPB) के समन्वयक मौजूद रहेंगे। ये लोग आपका आवेदन पूरा करने में मदद करेंगे। अगर आपने पहले आवेदन नहीं किया, तो इन कैंपों में जाकर तुरंत पंजीकरण करा सकते हैं।
फार्मर रजिस्ट्री आईडी
पीएम किसान योजना के तहत अब फार्मर रजिस्ट्री आईडी बनवाना अनिवार्य कर दिया गया है। यह एक खास डिजिटल पहचान है, जो आपके आधार और जमीन के रिकॉर्ड से जुड़ी होती है। बिना इस आईडी के आगामी किस्तें, जैसे 20वीं किस्त (जून-जुलाई 2025 में आने की उम्मीद), आपके खाते में नहीं आएँगी। अगर आपने अभी तक फार्मर आईडी नहीं बनवाई, तो अपने नजदीकी पटवारी या तहसीलदार से संपर्क करें। वो आपकी जमीन और आधार की जानकारी के आधार पर यह आईडी बना देंगे।
राजस्थान उन 10 राज्यों में शामिल है, जहाँ 1 जनवरी 2025 से नए आवेदकों के लिए फार्मर आईडी जरूरी है। यह कदम आपकी खेती को डिजिटल बनाने और योजना के लाभ को सही व्यक्ति तक पहुँचाने के लिए उठाया गया है।
ई-केवाईसी और आधार सीडिंग
किसान भाइयों, पीएम किसान की किस्त पाने के लिए तीन चीजें बहुत जरूरी हैं: ई-केवाईसी (e-KYC), आधार सीडिंग (DBT इनेबल), और फार्मर रजिस्ट्री आईडी। सेचुरेशन कैंप में आप ये सारे काम आसानी से कर सकते हैं।
ई-केवाईसी: आप pmkisan.gov.in पर जाकर अपने आधार नंबर और ओटीपी के जरिए ई-केवाईसी कर सकते हैं। अगर ऑनलाइन नहीं कर पाए, तो नजदीकी CSC सेंटर पर जाकर बायोमेट्रिक (फिंगरप्रिंट या आँखों की स्कैनिंग) से इसे पूरा करें।
आधार सीडिंग: आपका आधार नंबर आपके बैंक खाते से जुड़ा होना चाहिए। अगर नहीं जुड़ा, तो बैंक या CSC सेंटर में जाकर इसे लिंक कराएँ।
कैंप में मदद: कैंप में मौजूद अधिकारी और CSC संचालक इन कामों को पूरा करने में आपकी मदद करेंगे।
फॉरेस्ट रिजर्व और पीवीटीजी किसानों के लिए खास सुविधा
अगर आप फॉरेस्ट रिजर्व एक्ट के तहत पट्टा धारक हैं या विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (PVTG) से हैं, तो आपके लिए भी पीएम किसान योजना का लाभ तैयार है। आपको अपने दस्तावेज (जैसे आधार, जमीन का पट्टा, और बैंक डिटेल्स) लेकर अपने जिले के जिला नोडल अधिकारी (PM Kisan) के दफ्तर में संपर्क करना होगा। सेचुरेशन कैंप में भी आप इस बारे में जानकारी ले सकते हैं। यह योजना हर पात्र किसान को जोड़ने के लिए बनाई गई है, और सरकार आपका पूरा साथ दे रही है।
पीएम किसान योजना: 6000 रुपये सालाना मदद
पीएम किसान योजना के तहत पात्र भूमिधारक किसान परिवारों को हर साल 6000 रुपये की मदद दी जाती है। यह राशि तीन बराबर किस्तों (2000 रुपये प्रति किस्त) में हर चार महीने में सीधे आपके बैंक खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए आती है। 19वीं किस्त 24 फरवरी 2025 को 9.8 करोड़ किसानों को दी गई थी, जिसमें 22,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर हुए। 20वीं किस्त जून-जुलाई 2025 में आने की उम्मीद है।
किसान भाइयों, पीएम किसान योजना और सेचुरेशन कैंप आपके लिए एक सुनहरा मौका हैं। यह न सिर्फ आपको आर्थिक मदद देगा, बल्कि आपकी खेती को डिजिटल और स्मार्ट बनाने में भी मदद करेगा। 1 मई से शुरू होने वाले कैंप में जरूर जाएँ। अपने आधार, बैंक पासबुक, और जमीन के कागजात साथ ले जाएँ। अगर कोई दिक्कत हो, तो PM Kisan हेल्पलाइन (155261 या 011-24300606) पर संपर्क करें।
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