24 Inch Cow: खेती-किसानी और पशुपालन में कुछ नया करने की हिम्मत हो तो कमाई के रास्ते अपने आप खुल जाते हैं। झारखंड की राजधानी रांची के कांके प्रखंड में शौकत अली ने ऐसा ही कमाल कर दिखाया है। उनके पास 24 इंच की दो छोटी-सी गायें हैं, जो देखने में इतनी प्यारी हैं कि लोग इन्हें देखने के लिए लाइन लगाए खड़े रहते हैं। ये पुंगनूर नस्ल की गायें हैं, जो कर्नाटक से लाई गई हैं। इनका दूध मलाई और रबड़ी जैसा स्वाद देता है और 1000 रुपये प्रति लीटर बिकता है।
छोटी गाय बड़ी शान
शौकत अली को घोड़े पालने का बड़ा शौक है, लेकिन इस बार उन्होंने कुछ अलग करने की ठानी। कर्नाटक से उन्होंने पुंगनूर नस्ल की दो गायें मंगवाईं, जिनके नाम उन्होंने बड़े प्यार से ‘गुड्डी’ और ‘लाडो’ रखे। ये गायें सिर्फ 24 इंच की हैं, यानी किसी बड़े कुत्ते जितनी। इनकी खूबसूरती ऐसी कि जो देखे, बस देखता रह जाए। शौकत बताते हैं कि पिछले कई दिनों से उनके घर पर लोग इन गायों को देखने आ रहे हैं। बच्चे तो इन्हें प्यार से पुचकारते हैं और चारा खिलाते हैं। शौकत हंसते हुए कहते हैं, “सुबह से शाम तक लोग गुड्डी और लाडो को देखने आते हैं, जैसे मेला लगा हो!”
दूध कम, कीमत ज्यादा
पुंगनूर गाय ज्यादा दूध नहीं देती, दिनभर में बस एक या दो लीटर। लेकिन इसका दूध इतना खास है कि लोग इसे पहले से बुक कर लेते हैं। शौकत बताते हैं, “लोग 500 रुपये एडवांस देकर दूध बुक करते हैं। इसका स्वाद ऐसा है जैसे मलाई या रबड़ी पी रहे हो।” इस दूध की कीमत 1000 रुपये प्रति लीटर है, क्योंकि ये पौष्टिक और औषधीय गुणों से भरपूर होता है। शौकत कहते हैं कि इस दूध को पीने के बाद न मलाई खरीदनी पड़ती है, न रबड़ी। ये अपने आप में पूरा पैसा वसूल है।
ये भी पढ़ें- ये हैं दुनिया की 7 सबसे छोटी गाय की नस्लें, कम खर्च में देंगी ज्यादा मुनाफा
कैसे लाए शौकत ये गायें?
शौकत ने बताया कि उन्होंने एक घोड़े के बदले ये गायें खरीदीं। बाजार में इनकी कीमत करीब दो लाख रुपये है। ये गायें पहले और भी छोटी थीं, लेकिन शौकत ने इन्हें अच्छा चारा और देखभाल देकर थोड़ा हेल्दी कर लिया। पुंगनूर गाय एक दुर्लभ नस्ल है, जो आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले से आती है। ये नस्ल अब कम होती जा रही है, लेकिन इसका दूध और गोबर भी बेचकर अच्छी कमाई हो सकती है।
शौकत को ये गायें पालने की प्रेरणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिली। वो कहते हैं, “मोदी जी और योगी जी हमेशा देसी गायों के संरक्षण की बात करते हैं। उनकी बात सुनकर मैंने सोचा कि कुछ करना चाहिए, और ये गायें ले आया।”
पुंगनूर गाय की खासियत
पुंगनूर गाय छोटी होने के बावजूद कमाल की होती है। इसका दूध A2 प्रोटीन से भरपूर होता है, जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। इसकी देखभाल भी आसान है। ये ज्यादा चारा नहीं खाती, इसलिए खर्चा कम लगता है। शौकत बताते हैं कि गुड्डी और लाडो को हरा चारा और घर का बना खाना देते हैं। इनका गोबर भी खेती के लिए अच्छी खाद बनता है। अगर आप भी ऐसी गाय पालना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी पशुपालन केंद्र से संपर्क करें। वहाँ से आपको इस नस्ल की जानकारी और खरीदने का तरीका पता चल सकता है।
पुंगनूर गाय पालने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसे ज्यादा जगह की जरूरत नहीं। छोटे से तबेले या आँगन में भी इसे रख सकते हैं। ये गाय कम खाना खाती है, लेकिन इसका दूध इतना कीमती है कि लागत जल्दी निकल आती है। शौकत कहते हैं, “एक गाय से सालभर में अच्छी कमाई हो सकती है। दूध बेचने के साथ-साथ गोबर से जैविक खाद भी बनाई जा सकती है। अगर आप गाँव में रहते हैं, तो ये गाय आपके लिए कमाई का अच्छा जरिया बन सकती है।
कैसे शुरू करें?
अगर आप भी पुंगनूर गाय पालना चाहते हैं, तो पहले अपने इलाके के पशुपालन विभाग से बात करें। वहाँ से आपको इस नस्ल की गायें खरीदने और उनकी देखभाल की जानकारी मिलेगी। शौकत सलाह देते हैं कि गाय को साफ-सुथरा रखें और अच्छा चारा दें। अगर आपके पास गाय-भैंस पहले से हैं, तो उनके गोबर से जैविक खाद बनाकर खेत में डालें। इससे आपकी खेती भी बेहतर होगी। गाँव के दूसरे किसानों के साथ मिलकर चारा या उपकरण खरीदें, इससे खर्चा और कम होगा।
ये भी पढ़ें- अपने घर पर ही रहकर कमाना चाहते हैं 2 लाख रूपये महीना, तो शुरू कीजिए डेयरी फार्मिंग