आपके राज्य में कौन-सी तिल की किस्म सबसे बेस्ट है? देखें पूरी लिस्ट

Sesame Varieties: किसान भाइयो, तिल की खेती गाँवों में मुनाफे का एक भरोसेमंद रास्ता बन चुकी है। चाहे खरीफ का मौसम हो या गर्मी का, ये फसल कम मेहनत में अच्छी कमाई देती है। लेकिन सही किस्म का बीज चुनना ऐसा है जैसे खेत में सोने की बाली बो देना। भारत के हर राज्य की मिट्टी और मौसम अलग है, इसलिए तिल की किस्में भी अलग-अलग हैं। इस लेख में बताया जा रहा है कि किस राज्य में कौन-सी तिल की किस्म सबसे बेहतर है, बीज का रंग क्या है, और बुवाई का सही समय व तरीका क्या है। इन गुरों को अपनाकर किसान भाई अपनी फसल और कमाई दोनों को बढ़ा सकते हैं।

मिट्टी और बीज की सही तैयारी

तिल की खेती के लिए मिट्टी का सही होना बहुत ज़रूरी है। हल्की दोमट या रेतीली मिट्टी, जिसमें पानी आसानी से निकल जाए, इस फसल के लिए सबसे अच्छी है। मिट्टी का पीएच 5.5 से 8.0 के बीच होना चाहिए, क्योंकि भारी या बहुत अम्लीय मिट्टी तिल की जड़ों को नुकसान पहुँचाती है। बुवाई से पहले खेत को 2-4 बार जोतकर ढेले तोड़ लें। बीज को रोगों से बचाने के लिए बाविस्टिन 2 ग्राम प्रति किलो की दर से उपचारित करें। अगर पत्ती धब्बा रोग का खतरा हो, तो बीज को एग्रीमाइसिन-100 के 0.025% घोल में आधा घंटा भिगो लें। प्रति हेक्टेयर 5 किलो बीज काफी है। बीज को रेत या अच्छी तरह छनी हुई गोबर की खाद के साथ 1:20 के अनुपात में मिलाकर बोएँ, ताकि वो खेत में बराबर फैले।

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हर राज्य में तिल की शानदार किस्में

भारत के अलग-अलग राज्यों में तिल की कई खास किस्में उगाई जाती हैं।

गुजरात में गुजरात तिल-1, 2, 3 और गुजरात तिल-10 जैसी किस्में किसानों की पसंद हैं। इनके बीज सफेद और काले रंग के होते हैं। खरीफ में जून के आखिरी हफ्ते से जुलाई के दूसरे पखवाड़े तक और गर्मी में जनवरी-फरवरी में बुवाई करें, रोपण दूरी 45 x 10 सेंटीमीटर रखें।

मध्य प्रदेश में टीकेजी-21, 22, 55, 306, 308, जेटीएस-8, और पीकेडीएस-11, 12 जैसी किस्में चलती हैं, जिनके बीज सफेद, गहरे भूरे, या बोल्ड काले हैं। यहाँ खरीफ में जुलाई के पहले हफ्ते और गर्मी में फरवरी के आखिरी हफ्ते में बोएँ, दूरी 30 x 10-15 सेंटीमीटर।

राजस्थान में आरटी-46, 103, 125, 127, 346, 351, और आरटी-54 जैसी किस्में मशहूर हैं, जिनके बीज सफेद या हल्के भूरे हैं। जून के आखिरी से जुलाई की शुरुआत तक खरीफ में बोएँ, दूरी 30 x 15 सेंटीमीटर।

महाराष्ट्र में एकेटी-64, एकेटी-101, जेएलटी-408, और पीकेवीएनटी-11 जैसी सफेद बीज वाली किस्में अच्छी उपज देती हैं। यहाँ जून के दूसरे पखवाड़े से जुलाई तक खरीफ में और फरवरी में गर्मी में बोएँ, दूरी 30 x 15 सेंटीमीटर।

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उत्तर प्रदेश में टी-78 और शेखर जैसी सफेद बीज वाली किस्में खूब उगती हैं, जिन्हें जुलाई के दूसरे पखवाड़े में बोया जाता है, दूरी 30-45 x 15 सेंटीमीटर।

तमिलनाडु में टीएसएस-6, सीओ-1, पैयूर-1, वीआरआई-1, वीआरआई-2, और टीएमवी-7 जैसी किस्में हैं, जिनके बीज सफेद, काले, या भूरे हैं। मई-जून, नवंबर-दिसंबर, या जनवरी-मार्च में बोएँ, दूरी 22.5 x 22.5 या 30 x 10 सेंटीमीटर।

पश्चिम बंगाल में रमा और सावित्री जैसी भूरे बीज वाली किस्में फरवरी-मार्च में गर्मी के सीज़न में बोई जाती हैं, दूरी 30 x 15 सेंटीमीटर।

ओडिशा में निर्मला, शुभ्रा, प्राची, अमृत, और स्मारक जैसी सफेद, भूरे, या सुनहरे पीले बीज वाली किस्में जून-जुलाई, सितंबर-अक्टूबर, या फरवरी में बोई जाती हैं, दूरी 30 x 15 सेंटीमीटर।

आंध्र प्रदेश में वराह, गौतम, चंदन, श्वेता तिल, और हिमा जैसी भूरे या सफेद बीज वाली किस्में मई, जनवरी, या जुलाई में बोई जाती हैं, दूरी 30 x 10-15 सेंटीमीटर। कर्नाटक में डीएस-1 और डीएसएस-9 जैसी गहरे भूरे या सफेद मोटे बीज वाली किस्में जून-जुलाई या अप्रैल-मई में बोई जाती हैं, दूरी 30 x 15 सेंटीमीटर।

बुवाई का सही तरीका और मुनाफा

तिल की बुवाई कतारों में करना सबसे अच्छा है, क्योंकि इससे निराई-गुड़ाई आसान होती है। बीज को 2-3 सेंटीमीटर गहराई पर बोएँ और खेत में नमी बनाए रखें। ऊँची ज़मीन पर 100-110 दिन वाली किस्में और निचली ज़मीन पर 80-90 दिन वाली किस्में चुनें। तिल की फसल कम पानी में भी लहलहाती है, और इसका तेल बाज़ार में अच्छी कीमत पर बिकता है। सही किस्म और बुवाई का समय अपनाकर किसान भाई 20-30 फीसद ज़्यादा उपज पा सकते हैं। नज़दीकी कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क करके बीज और खेती के नए तरीके सीखें।

तिल की खेती छोटी सी मेहनत में बड़ा मुनाफा देती है। सही किस्म चुनकर, सही समय पर बुवाई करके, और वैज्ञानिक तरीकों को अपनाकर किसान भाई अपने खेत को मुनाफे का खज़ाना बना सकते हैं। तो इंतज़ार न करें, अपने राज्य की बेस्ट किस्म चुनें और तिल की खेती से कमाई की नई राह बनाएँ!

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  • Shashikant

    नमस्ते, मैं शशिकांत। मैं 2 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती से सम्बंधित सभी विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी एकदम सटीक ताजा खबरें बताऊंगा। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं। जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप Krishitak.com के साथ जुड़े रहिए।

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