Tractor Loan Kaise Lein : किसान भाइयों, खेती-किसानी में ट्रैक्टर किसी जादू की छड़ी से कम नहीं। जुताई, बुवाई, ढुलाई, सब कुछ तेज और आसान हो जाता है। मगर ट्रैक्टर की कीमत लाखों में होती है, और हर किसान के पास इतने पैसे एक साथ नहीं होते। ऐसे में ट्रैक्टर लोन आपकी मेहनत को नई उड़ान दे सकता है। सरकार और बैंक मिलकर छोटे-बड़े किसानों को आसान किस्तों में ट्रैक्टर खरीदने का मौका दे रहे हैं। चाहे आपके पास दो बीघा खेत हो या बीस, ये लोन आपकी खेती को मुनाफे का धंधा बना देगा। चलिए, ट्रैक्टर लोन का पूरा हिसाब-किताब डिटेल में समझते हैं।
ट्रैक्टर लोन लेने का आसान तरीका- Tractor Loan Kaise Lein
ट्रैक्टर लोन लेने के लिए आपको बैंक या फाइनेंस कंपनी के पास जाना होगा। SBI, PNB, HDFC, ICICI और ग्रामीण बैंक जैसे बड़े नाम ये सुविधा देते हैं। कुछ NBFC जैसे महिंद्रा फाइनेंस और टाटा कैपिटल भी ट्रैक्टर फाइनेंस करते हैं। सबसे पहले अपने कागज तैयार करिए। आधार कार्ड, पैन कार्ड, जमीन के कागज (खसरा-खतौनी), पिछले 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट और दो-तीन पासपोर्ट साइज फोटो चाहिए। अगर जमीन आपके नाम नहीं है, तो मालिक से सहमति पत्र (NOC) बनवा लीजिए। गाँव में बैंक दूर हो, तो पटवारी या ई-मित्र से मदद ले सकते हैं। बैंक वाले कागज चेक करेंगे, आपकी कमाई और साख देखेंगे, फिर लोन मंजूर करेंगे। प्रक्रिया में 7-15 दिन लग सकते हैं।
लोन की रकम और ब्याज का पूरा हिसाब
लोन की रकम ट्रैक्टर की कीमत, मॉडल और आपके खेत की हालत पर निर्भर करती है। मान लीजिए आप 5 लाख का महिंद्रा ट्रैक्टर ले रहे हैं। बैंक आमतौर पर 80% यानी 4 लाख तक लोन देगा। बाकी 1 लाख आपको डाउन पेमेंट के तौर पर देना होगा। ब्याज दर 7% से 13% तक रहती है। सरकारी बैंक में ब्याज कम (7-9%) और प्राइवेट में थोड़ा ज्यादा (10-13%) हो सकता है।
लोन चुकाने का वक्त 3 से 7 साल तक होता है। हर महीने किस्त दे सकते हैं, या फसल सीजन (6 महीने में एक बार) के हिसाब से भी इंतजाम हो सकता है। मासिक किस्त 8-10 हजार तक आ सकती है, जो आपकी कमाई पर निर्भर करेगी। ट्रैक्टर जितना बड़ा होगा, लोन और किस्त भी बढ़ेगी।
सरकार की स्कीम्स से बड़ा फायदा
सरकार भी ट्रैक्टर लोन को आसान बनाने में जुटी है। प्रधानमंत्री किसान ट्रैक्टर योजना के तहत 20-50% तक सब्सिडी मिल सकती है। मध्य प्रदेश में 5 रुपये में कनेक्शन के साथ ट्रैक्टर स्कीम चल रही है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में भी ऐसी योजनाएँ हैं। सब्सिडी से ट्रैक्टर की कीमत लाखों रुपये कम हो सकती है। मान लीजिए 5 लाख का ट्रैक्टर है, तो 1-2 लाख की सब्सिडी मिल जाए, और बाकी लोन से चुकता कर लें। अपने गाँव के कृषि अधिकारी या पंचायत से पूछ लीजिए, आपके इलाके में कौन सी स्कीम चल रही है। सब्सिडी के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर भी आवेदन होता है।
ट्रैक्टर लोन की शर्तें और प्रक्रिया- Tractor Loan Kaise Lein
लोन लेने की कुछ शर्तें हैं। आपकी उम्र 18-60 साल के बीच होनी चाहिए। खेत कम से कम 2-3 एकड़ का होना चाहिए, ताकि बैंक को भरोसा हो कि आप किस्त चुका देंगे। अगर आप किराए की जमीन पर खेती करते हैं, तो मालिक का सहमति पत्र जरूरी है। लोन मंजूर होने के बाद बैंक सीधे डीलर को पैसे देगा, और आपको ट्रैक्टर मिल जाएगा। हर महीने किस्त समय पर चुकाइए, वरना जुर्माना लग सकता है। कुछ बैंक प्रोसेसिंग फीस (500-2000 रुपये) भी लेते हैं। सब्सिडी चाहिए, तो पहले स्कीम में रजिस्टर करिए, फिर लोन लीजिए।
लोन लेते वक्त सावधानियाँ
ट्रैक्टर लोन लेने से पहले कुछ बातें चेक कर लीजिए। सबसे पहले ट्रैक्टर का मॉडल चुनिए। महिंद्रा, स्वराज, जॉन डियर, सोनालिका जैसे ब्रांड हैं। अपने खेत के हिसाब से छोटा (20-30 HP) या बड़ा (40-50 HP) ट्रैक्टर लीजिए। बैंक में कागज सही-सही जमा करिए, गलती हुई तो लोन रुक सकता है। ब्याज दर और किस्त का पूरा हिसाब पूछ लीजिए। अगर पुराना ट्रैक्टर ले रहे हैं, तो उसकी हालत देखिए, कहीं खराब न निकले। ऑनलाइन आवेदन का ऑप्शन हो, तो ई-मित्र से करवा लीजिए। डीलर से डिस्काउंट की बात करिए, कुछ हजार बच सकते हैं। ये सावधानियाँ आपको नुकसान से बचाएँगी।
2025 में ट्रैक्टर लोन का बढ़िया मौका
2025 में ट्रैक्टर लोन और आसान होने वाला है। सरकार छोटे और मझोले किसानों के लिए नई स्कीम ला रही है। ब्याज दरें 7% तक कम हो सकती हैं, और सब्सिडी 50% तक बढ़ सकती है। अप्रैल 2025 तक आवेदन कर लीजिए, ताकि खरीफ सीजन से पहले ट्रैक्टर घर आ जाए। ट्रैक्टर से जुताई-बुवाई तेज होगी, और फसल का उत्पादन बढ़ेगा। किराए पर चलाएँ, तो सालाना 50-60 हजार की कमाई अलग से हो सकती है। गाँव में ट्रैक्टर की डिमांड बढ़ रही है, तो ये आपके लिए मुनाफे का धंधा बन सकता है। अभी से बैंक में बात शुरू कर लीजिए।
ट्रैक्टर से खेती में बदलाव
ट्रैक्टर लोन लेकर आप खेती को नई रफ्तार दे सकते हैं। पहले जहाँ बैल से जुताई में हफ्तों लगते थे, वहाँ ट्रैक्टर से कुछ घंटों में काम हो जाता है। बड़े खेत हों, तो फसल की ढुलाई आसान होगी। बारिश से पहले बुवाई जल्दी कर लेंगे, तो पैदावार बढ़ेगी। ट्रैक्टर से मिट्टी पलटाई, खाद डालना, और खरपतवार हटाना भी आसान है। एक बार लोन चुक गया, तो ट्रैक्टर आपका हो जाएगा, और सालों तक कमाई का जरिया बनेगा। छोटे किसान भी इसे किराए पर चलाकर जेब भर सकते हैं।
तो भाइयों, ट्रैक्टर लोन आपकी खेती का खेल बदल देगा। बैंक में जाइए, कागज तैयार करिए, और आसान किस्तों में ट्रैक्टर घर लाइए। सरकार सब्सिडी दे रही है, बैंक लोन दे रहे हैं, बस थोड़ी मेहनत आपकी बारी है। खेत हरा-भरा होगा, फसल लहलहाएगी, और जेब भरेगी।
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