उत्तर प्रदेश में खेती-किसानी को मुनाफे का धंधा बनाने के लिए यूपी सरकार दिन-रात मेहनत कर रही है। किसान क्रेडिट कार्ड योजना इस दिशा में बड़ा कदम है। 2024-25 में 71 लाख से ज्यादा किसानों को इस योजना से जोड़ा गया है। अब 2025-26 में 25 लाख नए किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड देने का लक्ष्य रखा गया है। अगर आप खेती करते हैं, तो ये योजना आपके लिए समय पर पैसों की जरूरत पूरी कर सकती है। सरकार का मकसद है कि हर किसान साहूकारों के चक्कर से बचे और कम ब्याज पर लोन लेकर अपनी फसल की पैदावार बढ़ाए।
पीएम किसान लाभार्थियों को बड़ा फायदा
योगी सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना के सभी लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ने का काम तेज कर दिया है। सहकारी बैंक, वाणिज्यिक बैंक, और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक मिलकर ये कार्ड बाँट रहे हैं। भारत सरकार ने भी सभी पात्र किसानों को केसीसी से जोड़ने के निर्देश दिए हैं। इस कार्ड से आप फसली लोन ले सकते हैं, जिससे उन्नत बीज, खाद, कीटनाशक, और मशीनरी खरीदना आसान हो जाता है। 2024 में यूपी में 1.1 करोड़ किसान क्रेडिट कार्ड चालू थे, जो देश में सबसे ज्यादा है। ये आँकड़ा दिखाता है कि सरकार किसानों की आर्थिक मजबूती के लिए कितनी गंभीर है।
किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए फसली लोन की रफ्तार बढ़ी है। ये लोन 4 फीसदी की कम ब्याज दर पर मिलता है, जिससे किसानों को खेती के लिए जरूरी चीजें खरीदने में आसानी होती है। चाहे धान, गेहूँ, गन्ना, या तिल की खेती हो, इस लोन से आप समय पर निवेश कर सकते हैं। इससे ना सिर्फ फसल की पैदावार बढ़ती है, बल्कि लागत भी कम होती है। सरकार ने 2025-26 के लिए बजट में केसीसी की लोन सीमा 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी है। इससे किसानों को बड़ी राहत मिलेगी और वो बड़े स्तर पर खेती कर सकेंगे।
25 लाख नए कार्ड का मेगा प्लान
2025-26 में योगी सरकार 25 लाख नए किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ने की योजना बना रही है। इसके लिए मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। जिला स्तर पर विशेष कैंप और अभियान चलाए जाएँगे, ताकि पात्र किसानों को आसानी से कार्ड मिल सके। सहकारी समितियों और बैंकों को भी इस काम में तेजी लाने को कहा गया है। अगर आप पीएम किसान योजना के लाभार्थी हैं, तो आपके लिए ये कार्ड लेना और आसान होगा। बस अपने नजदीकी बैंक या कृषि विभाग से संपर्क करें।
कैसे काम करता है किसान क्रेडिट कार्ड
किसान क्रेडिट कार्ड 1998 में शुरू हुआ था, जिसे 2004 और 2012 में और बेहतर किया गया। ये कार्ड किसानों को उनकी जमीन के आधार पर दिया जाता है। इससे आप खेती के लिए अल्पकालिक लोन ले सकते हैं, जैसे बीज, खाद, और कीटनाशक के लिए। साथ ही, दीर्घकालिक लोन डेयरी, मछली पालन, और दूसरी गतिविधियों के लिए भी मिलता है। कार्ड की खास बात ये है कि ये एक चुंबकीय स्ट्रिप कार्ड है, जिसे आप किसी भी बैंक के ATM या माइक्रो ATM पर इस्तेमाल कर सकते हैं। लोन की सीमा आपकी जमीन, फसल, और बैंक के आकलन पर निर्भर करती है।
योगी सरकार किसानों को डिजिटल पहचान देने की तैयारी कर रही है। आधार की तर्ज पर स्मार्ट कार्ड बनाए जाएँगे, जिससे सरकारी योजनाओं का लाभ सिर्फ असली किसानों को मिले। ये कार्ड ऑनलाइन रजिस्ट्री से जुड़ा होगा, जिससे केसीसी और दूसरी सुविधाएँ लेना आसान हो जाएगा। अगर आप इस स्मार्ट कार्ड के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो अपने जिले के कृषि विभाग से संपर्क करें।
कैसे लें किसान क्रेडिट कार्ड
किसान क्रेडिट कार्ड लेना बहुत आसान है। अपने नजदीकी बैंक की वेबसाइट पर जाएँ, केसीसी का ऑप्शन चुनें, और आवेदन फॉर्म भरें। आपको आधार कार्ड, वोटर आईडी, जमीन के दस्तावेज, और दो फोटो देने होंगे। आवेदन जमा करने पर आपको रेफरेंस नंबर मिलेगा। अगर आप पात्र हैं, तो 3-4 दिन में बैंक आपसे संपर्क करेगा। पीएम किसान लाभार्थी होने पर प्रक्रिया और तेज होती है।
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