Up Farmer Registry: उत्तर प्रदेश सरकार किसानों की फार्मर रजिस्ट्री बनाने की प्रक्रिया को तेज़ी से आगे बढ़ा रही है, और हाल ही में इस पहल को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की गई है। मंगलवार को, उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग ने अपनी आधिकारिक पोर्टल पर फार्मर रजिस्ट्री से जुड़ी महत्वपूर्ण अपडेट्स दीं। फार्मर रजिस्ट्री किसानों के लिए कई फायदे लेकर आएगी, जिससे उन्हें वित्तीय संसाधनों, सरकारी योजनाओं और सब्सिडी तक आसानी से पहुंच प्राप्त होगी।
इस आर्टिकल में, हम फार्मर रजिस्ट्री की प्रमुख विशेषताओं, इसके लाभ, रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया और उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए इसके महत्व को समझेंगे। तो चलिए जानते हैं कि यह परिवर्तनकारी पहल किस प्रकार कृषि क्षेत्र को नया दिशा देगी।
उत्तर प्रदेश में फार्मर रजिस्ट्री का परिचय
फार्मर रजिस्ट्री एक डिजिटल पहल है जिसे उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के पंजीकरण के लिए शुरू किया है। इस रजिस्ट्री में किसानों का बुनियादी डेटा, उनकी कृषि गतिविधियाँ और वित्तीय लेन-देन जमा किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को सरकारी योजनाओं और सेवाओं तक सुगमता से पहुँच प्रदान करना है।
यह रजिस्ट्री कृषि योजनाओं को सरल और पारदर्शी बनाने में मदद करेगी, जिससे किसानों को लाभ मिल सके। एक प्रमुख लाभ यह है कि ई-केवाईसी प्रक्रिया को बार-बार नहीं करना पड़ेगा, जो किसानों पर अतिरिक्त बोझ कम करेगा।
फार्मर रजिस्ट्री के प्रमुख लाभ
- बार-बार ई-केवाईसी की आवश्यकता नहीं
रजिस्ट्री के बाद किसानों को बार-बार ई-केवाईसी प्रक्रिया से गुजरने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे उन्हें कृषि संबंधित सेवाओं तक जल्दी और सुगमता से पहुंच मिलेगी। - डिजिटल KCC के माध्यम से तुरंत लोन प्राप्त करें
डिजिटल किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के जरिए किसान बिना किसी दस्तावेज के 2 लाख रुपये तक का लोन तुरंत प्राप्त कर सकते हैं। यह लोन पात्रता के आधार पर उसी दिन मिल सकता है, जिससे किसानों की वित्तीय समस्याओं का त्वरित समाधान होगा। - कृषि योजनाओं में सब्सिडी का पारदर्शी वितरण
फार्मर रजिस्ट्री के जरिए सभी कृषि योजनाओं में सब्सिडी का लाभ पारदर्शी तरीके से मिलेगा। इससे किसानों को उचित समय पर सहायता मिल सकेगी। - फसल ऋण और फसल बीमा में आसानी
रजिस्ट्री के बाद किसानों को फसल ऋण और फसल बीमा की क्षतिपूर्ति प्राप्त करने में कोई समस्या नहीं होगी। यह उनके लिए एक वित्तीय सुरक्षा का काम करेगा। - MSP पर पंजीकरण
किसानों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर पंजीकरण अब ऑनलाइन माध्यम से किया जा सकेगा, जिससे उन्हें बेहतर मूल्य पर अपनी फसल बेचने का मौका मिलेगा। - संस्थागत खरीददारों से जुड़े
किसानों को संस्थागत खरीददारों से जुड़ने का अवसर मिलेगा, जिससे वे अपनी फसलों को उचित कीमत पर बेच सकेंगे और बेहतर मुनाफा कमा सकेंगे। - रियल टाइम खतौनी के माध्यम से अपडेट
खतौनी (भूमि रिकॉर्ड) के जरिए किसानों की सभी जानकारी रियल टाइम में अपडेट की जाएगी, जिससे वे अपनी कृषि गतिविधियों को सही तरीके से ट्रैक कर सकेंगे। - धोखाधड़ी से सुरक्षा
फार्मर रजिस्ट्री के माध्यम से किसानों को धोखाधड़ी से बचने में मदद मिलेगी। सभी जानकारी डिजिटल रूप में सुरक्षित और पारदर्शी रहेगी।
फार्मर रजिस्ट्री करने का तरीका
किसान अपने आप upfr.agristack.gov.in पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके लिए किसानों को खतौनी, आधार कार्ड और आधार लिंक्ड मोबाइल नंबर की आवश्यकता होगी, जो OTP प्राप्त करने के लिए जरूरी है।
इसके अलावा, किसान Farmer Registry UP ऐप के जरिए भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी दस्तावेज़
फार्मर रजिस्ट्री के लिए किसानों को निम्नलिखित दस्तावेज़ चाहिए:
- आधार कार्ड (आधार लिंक्ड मोबाइल नंबर के साथ)
- खतौनी (भूमि रिकॉर्ड)
- मोबाइल नंबर जो आधार से लिंक हो, ताकि OTP प्राप्त किया जा सके।
इन दस्तावेज़ों के साथ रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी की जा सकती है।
फार्मर रजिस्ट्री की अंतिम तारीख
उत्तर प्रदेश सरकार ने 31 जनवरी 2025 तक फार्मर रजिस्ट्री कराने का अंतिम तारीख निर्धारित की है। इस तारीख के बाद बिना रजिस्ट्री किए हुए किसानों को PM Kisan Samman Nidhi की किस्त नहीं दी जाएगी। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि केवल रजिस्टर्ड किसान ही योजनाओं का लाभ उठाएं।
सरकारी योजनाओं में रजिस्ट्री का महत्व
फार्मर रजिस्ट्री किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ लेने में मदद करेगी, जैसे:
- PM Kisan Samman Nidhi
रजिस्ट्री के बाद किसानों को PM Kisan Samman Nidhi योजना का लाभ मिलेगा, जिससे वे आर्थिक मदद प्राप्त कर सकेंगे। - फसल बीमा योजनाएं
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana के तहत रजिस्ट्री होने से किसानों को फसल बीमा का लाभ आसानी से मिलेगा। - कृषि इनपुट सब्सिडी
रजिस्ट्री से किसान कृषि इनपुट्स जैसे बीज, खाद, और कीटनाशक पर सब्सिडी प्राप्त कर सकेंगे, जिससे उनकी खेती लागत में कमी आएगी।
प्राकृतिक आपदाओं में राहत
प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, सूखा या तूफान की स्थिति में, फार्मर रजिस्ट्री किसानों को राहत प्रदान करने में मदद करेगी। किसानों की सूचना रजिस्ट्री में उपलब्ध होगी, जिससे उन्हें त्वरित राहत और वित्तीय सहायता प्राप्त होगी।
फार्मर रजिस्ट्री से कृषि में बदलाव
उत्तर प्रदेश में फार्मर रजिस्ट्री कृषि क्षेत्र में बड़े बदलाव का प्रतीक है। यह पहल न केवल कृषि योजनाओं को सरल बनाएगी, बल्कि कृषकों को उनके अधिकारों की रक्षा में भी मदद करेगी। डिजिटल प्रणाली के माध्यम से, राज्य सरकार कृषि क्षेत्र में नवाचार और विकास को बढ़ावा दे रही है।
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