UP Muft Boring Scheme: उत्तर प्रदेश सरकार की लघु सिंचाई विभाग ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए मुफ्त बोरिंग योजना शुरू की है। इस योजना के तहत जिले के 3700 किसानों को बोरिंग कराने के लिए सरकारी मदद मिलेगी। इसमें सामान्य वर्ग के 2300 और अनुसूचित जाति के 1400 किसानों को शामिल किया गया है। खास बात ये है कि इस योजना का लाभ केवल ऑनलाइन आवेदन करने वाले किसानों को मिलेगा। आइए जानते हैं कि ये योजना क्या है और इसका फायदा कैसे उठाएं।
फ्री बोरिंग योजना का मकसद
महराजगंज के गाँवों में पानी की कमी खेती की सबसे बड़ी समस्या है। लघु सिंचाई विभाग की इस योजना का मकसद हर खेत तक पानी पहुंचाना है। इस योजना के तहत किसानों को बोरिंग के लिए सामग्री और अनुदान दिया जाएगा, ताकि उनकी फसलों को समय पर पानी मिले और पैदावार बढ़े। जिले के 12 ब्लॉकों में ये योजना लागू हो रही है। धानी ब्लॉक में 56 सामान्य और 25 अनुसूचित जाति के किसानों को लाभ मिलेगा, जबकि बाकी 11 ब्लॉकों में 204 सामान्य और 125 अनुसूचित जाति के किसानों को चुना जाएगा। सहायक अभियंता नवीन सहगल के मुताबिक, ऑनलाइन आवेदन शुरू हो चुके हैं और समय पर लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।
कौन उठा सकता है योजना का लाभ
इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ जरूरी शर्तें हैं। किसान के पास कम से कम 50 डिसमिल (0.2 हेक्टेयर) और ज्यादा से ज्यादा 2.5 एकड़ जमीन होनी चाहिए। साथ ही, किसान को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में पंजीकृत होना चाहिए या पारदर्शी किसान सेवा पोर्टल पर उसका रजिस्ट्रेशन जरूरी है। अगर किसी किसान ने पहले किसी दूसरी सिंचाई योजना, जैसे गहरे नलकूप योजना, का लाभ लिया है, तो वह इस योजना के लिए पात्र नहीं होगा। ये शर्तें छोटे और सीमांत किसानों को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद किसानों को फायदा मिले।
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आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
योजना में शामिल होने के लिए किसान भाइयों को कुछ जरूरी कागजात तैयार रखने होंगे। इसमें आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, उम्र का प्रमाण, खेत के कागजात (खसरा-खतौनी), पासपोर्ट साइज फोटो, बैंक खाता विवरण, और मोबाइल नंबर शामिल हैं। इन कागजातों के साथ आपको उत्तर प्रदेश लघु सिंचाई विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। फॉर्म डाउनलोड करें, उसे भरें, और अपने नजदीकी ब्लॉक या विकास भवन के लघु सिंचाई कार्यालय में जमा करें। आवेदन की जांच के बाद पात्र किसानों को बोरिंग की सुविधा दी जाएगी।
ब्लॉकवार बंटा लक्ष्य
महराजगंज जिले के 12 ब्लॉकों में इस योजना को लागू किया जा रहा है। हर ब्लॉक में लाभार्थियों की संख्या तय कर दी गई है। धानी ब्लॉक को छोड़कर बाकी 11 ब्लॉकों में 204 सामान्य और 125 अनुसूचित जाति के किसानों को बोरिंग की सुविधा मिलेगी। धानी ब्लॉक में ये संख्या थोड़ी कम है, जहां 56 सामान्य और 25 अनुसूचित जाति के किसानों को चुना जाएगा। बोरिंग का काम जूनियर इंजीनियर (जेई) और विभागीय तकनीशियनों की देखरेख में होगा। बोरिंग के लिए जरूरी सामग्री, जैसे पाइप और पंप, अनुदान के तहत दी जाएगी। इससे किसानों का खर्च कम होगा और खेती आसान होगी।
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