गन्ना किसानों के लिए अच्छी खबर! उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गन्ने की खेती करने वाले भाईयों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। अब किसानों को कीटनाशक दवाएँ सस्ते दामों में मिलेंगी, जिससे खेती की लागत कम होगी और पैदावार बढ़ेगी। ये फैसला लाखों गन्ना किसानों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है। सरकार ने न सिर्फ कीटनाशकों की कीमतें घटाई हैं, बल्कि 50 फीसदी सब्सिडी भी देने का ऐलान किया है। आइए, जानते हैं कि ये योजना क्या है और इससे आपको कैसे फायदा होगा।
सस्ते कीटनाशक और सब्सिडी
हाल ही में लखनऊ के लाल बहादुर शास्त्री गन्ना किसान संस्थान में एक बड़ी बैठक हुई। इस बैठक में प्रमुख सचिव (चीनी उद्योग) वीणा कुमारी मीणा की अगुवाई में गन्ना विकास विभाग और इफको ने मिलकर कई अहम फैसले लिए। इनका मकसद है गन्ना किसानों को कम लागत में अच्छी पैदावार दिलाना। बैठक में शिमो, काशिमा और शिरासागी जैसे कीटनाशकों की कीमतों में भारी कटौती का फैसला हुआ। साथ ही, ये दवाएँ गन्ना सहकारी समितियों के जरिए सस्ते दामों पर उपलब्ध होंगी। सरकार ने सभी जिला गन्ना अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि नई कीमतों को तुरंत लागू किया जाए।
कीटनाशकों की नई कीमतें
पहले गन्ना किसानों को कीटनाशक खरीदने में अच्छा-खासा खर्च करना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। सरकार ने इफको के कीटनाशकों की कीमतों में बड़ी राहत दी है। चलिए, नई कीमतों पर एक नजर डालते हैं:
शिमो, जो चोटी बेधक कीटों को खत्म करने में कारगर है, उसकी 150 मिलीलीटर की बोतल पहले 1200 रुपये में मिलती थी। अब ये सिर्फ 885 रुपये में मिलेगी। वहीँ, 60 मिलीलीटर की बोतल जो 500 रुपये की थी, अब 390 रुपये में मिलेगी। काशिमा की बात करें तो 1000 ग्राम वाला पैक पहले 180 रुपये का था, जो अब 140 रुपये में मिलेगा। 4000 ग्राम वाला पैक 650 रुपये से घटकर 520 रुपये हो गया है। शिरासागी की 100 ग्राम की दवा, जो पहले 900 रुपये में मिलती थी, अब सिर्फ 755 रुपये में उपलब्ध होगी।
और तो और, इन दवाओं पर सरकार 50 फीसदी सब्सिडी भी दे रही है। यानी, अगर कोई दवा 800 रुपये की है, तो आपको सिर्फ 400 रुपये देने होंगे। ये सब्सिडी गन्ना सहकारी समितियों के जरिए मिलेगी।
किसानों को कैसे होगा फायदा?
गन्ने की फसल में कीटों का हमला आम बात है। चोटी बेधक और अन्य कीट फसल को नुकसान पहुँचाते हैं, जिससे पैदावार कम हो जाती है। लेकिन अब सस्ते कीटनाशकों की मदद से आप समय पर छिड़काव कर सकते हैं। इससे न सिर्फ फसल सुरक्षित रहेगी, बल्कि प्रति एकड़ खर्च भी कम होगा। कम लागत में ज्यादा पैदावार का मतलब है कि आपकी जेब में ज्यादा पैसे बचेंगे।
उदाहरण के लिए, अगर आप एक एकड़ में शिमो का छिड़काव करते हैं, तो पहले के मुकाबले अब आपको 300-400 रुपये की बचत होगी। अगर पूरे सीजन में 2-3 बार छिड़काव करना पड़े, तो हजारों रुपये की बचत हो सकती है। साथ ही, सब्सिडी का फायदा लेकर आप और भी कम खर्च में खेती कर पाएँगे।
गन्ना किसानों की मजबूती के लिए सरकार प्रतिबद्ध
उत्तर प्रदेश में गन्ना किसान अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। करीब 45 लाख परिवार गन्ने की खेती से जुड़े हैं, जो हर साल 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई करते हैं। योगी सरकार ने पिछले कुछ सालों में गन्ना किसानों के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं। चाहे समय पर भुगतान की बात हो या चीनी मिलों को फिर से शुरू करना, सरकार ने हमेशा किसानों का साथ दिया है।
इस नई योजना से न सिर्फ आपकी खेती आसान होगी, बल्कि आप आर्थिक रूप से भी मजबूत होंगे। इफको की दवाएँ, जो मेक क्राफ्ट साइंस लिमिटेड बनाती है, गुणवत्ता में बेहतरीन हैं। इनके इस्तेमाल से फसल की पैदावार बढ़ेगी और कीटों की समस्या खत्म होगी।
अब क्या करें किसान भाई?
अगर आप गन्ना किसान हैं, तो अपनी नजदीकी गन्ना सहकारी समिति से संपर्क करें। वहाँ आपको नई कीमतों पर शिमो, काशिमा और शिरासागी जैसी दवाएँ मिलेंगी। सब्सिडी का फायदा लेने के लिए अपने दस्तावेज तैयार रखें। समय पर छिड़काव करें, ताकि फसल को कीटों से बचाया जा सके।
ये योजना आपके लिए एक सुनहरा मौका है। सस्ते कीटनाशकों और सब्सिडी की मदद से आप कम खर्च में ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। तो देर न करें, आज ही अपनी समिति जाकर इस योजना का लाभ उठाएँ।
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