उत्तर प्रदेश में योगी सरकार अब दलहन उत्पादन को बढ़ाने के लिए कमर कस रही है। अगले दो से पांच साल में प्रदेश को दलहन में आत्मनिर्भर बनाने का सपना देखा जा रहा है। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने अधिकारियों को साफ निर्देश दिए हैं कि किसानों को फसल बदलाव के लिए प्रेरित करिए और समय से बीज, खाद, और कृषि यंत्र उपलब्ध कराइए। साथ ही, रबी सीजन की तैयारियों को भी तेज करने की बात कही है। ये रणनीति न सिर्फ खेतों को हरा-भरा रखेगी, बल्कि आपकी जेब को भी भरेगी। तो आइए, इस योजना को समझते हैं कि कैसे ये आपके लिए फायदे का सौदा बनेगी।
फसल बदलाव से बढ़ेगा दलहन का दम
योगी सरकार की नजर अब फसल बदलाव पर है। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि किसानों को पुरानी फसलों से हटकर दलहन की खेती के लिए प्रेरित करिए। इसके लिए अगले दो से पांच साल की बड़ी रणनीति बनाई जा रही है। मंत्री जी का मानना है कि अगर किसान भाई दलहन की ओर बढ़ते हैं, तो न सिर्फ उनकी आय दोगुनी होगी, बल्कि मिट्टी की सेहत भी सुधरेगी। ये फसलें कम पानी माँगती हैं और मौसम की मार को भी झेल लेती हैं।
खरीफ सीजन-2025 की तैयारियों के लिए हुई बैठक में मंत्री जी ने साफ कहा कि हर किसान को सही वक्त पर बीज, खाद, और यंत्र मिलने चाहिए। ढैंचा के बीज और जिप्सम भी समय पर पहुँचाइए, ताकि खेत तैयार करने में कोई दिक्कत न हो। ये छोटे-छोटे कदम खेती को आसान और फायदेमंद बनाएँगे। अगर आप भी इस मौके का फायदा उठाना चाहते हैं, तो अपने खेत की योजना अभी से बनाइए।
रबी सीजन की तैयारी में जुट जाइए
रबी सीजन को लेकर भी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही। कृषि मंत्री ने अधिकारियों को हिदायत दी कि निदेशालय के बड़े अफसर जिलों में जाइए, खेतों का जायजा लीजिए, और किसानों की परेशानियों को समझिए। अभी से व्यापक रणनीति बनाकर काम शुरू करिए, ताकि रबी की फसल बंपर हो। ये वक्त है खेतों को तैयार करने का, ताकि सर्दियों में दलहन की पैदावार जोरदार हो।
मंत्री जी का कहना है कि हर जिले में हालात अलग हैं, इसलिए वहाँ की जरूरतों को समझकर प्लान बनाइए। कहीं पानी की कमी है, कहीं बीज की, और कहीं यंत्रों की। इन सबको दूर करने के लिए अभी से जुट जाइए। ये तैयारी न सिर्फ उत्पादन बढ़ाएगी, बल्कि आपको बाजार में अच्छा दाम भी दिलाएगी।
समय पर बीज, खाद, और यंत्र का इंतजाम
सरकार का पूरा जोर इस बात पर है कि आपको सही वक्त पर हर चीज मिले। कृषि निदेशालय की बैठक में सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि बीज, खाद, और कृषि यंत्रों की कमी नहीं होनी चाहिए। ढैंचा के बीज मिट्टी को ताकत देते हैं, और जिप्सम खेत की सेहत सुधारता है। इनका समय पर इंतजाम करिए, ताकि बुवाई में कोई रुकावट न आए। खरीफ और रबी, दोनों सीजन में ये चीजें आपके पास होंगी।
किसानों को फसल बदलाव के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ सरकार ये भी सुनिश्चित कर रही है कि आपको मेहनत का पूरा फल मिले। अगर बीज अच्छा होगा, खाद सही वक्त पर मिलेगी, और यंत्र आसानी से उपलब्ध होंगे, तो पैदावार अपने आप बढ़ जाएगी। बस आपको अपने खेत पर थोड़ा ध्यान देना है।
क्लाइमेट स्मार्ट खेती और महिला किसानों का सम्मान
योगी सरकार सिर्फ उत्पादन बढ़ाने तक नहीं रुक रही। कृषि विभाग के 150 साल पूरे होने पर बड़े कार्यक्रम होने जा रहे हैं, जिनमें क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीकल्चर को बढ़ावा दिया जाएगा। मौसम की मार से बचने के लिए ऐसी तकनीकें लाई जा रही हैं, जो खेती को आसान और मजबूत बनाएँगी। साथ ही, महिला किसानों को खास तवज्जो दी जा रही है। उन्हें प्रोत्साहन और सम्मान मिलेगा, ताकि वो भी खेती में बराबर की हिस्सेदार बनें।
एग्री टूरिज्म को भी बढ़ावा देने की बात हो रही है। इससे न सिर्फ खेती का नाम होगा, बल्कि पर्यटकों के जरिए कमाई का नया रास्ता खुलेगा। ये सब मिलकर खेती को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा। आप भी इन योजनाओं का हिस्सा बनिए और फायदा लीजिए।
दलहन से समृद्धि की राह
योगी सरकार की ये रणनीति आपके खेतों को सोने की खान बना सकती है। अगले दो से पांच साल में दलहन उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य है, और इसके लिए फसल बदलाव, समय पर बीज-खाद, और रबी-खरीफ की तैयारी पर जोर है। क्लाइमेट स्मार्ट खेती, महिला किसानों का हौसला, और एग्री टूरिज्म जैसे कदम इसे और खास बनाते हैं। तो अपने खेत को तैयार करिए, सरकार के साथ कदम मिलाइए, और दलहन की खेती से मुनाफे की फसल काटिए। ये मौका आपके लिए समृद्धि का रास्ता खोलेगा।
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