BlackGram VBN 12: उड़द (ब्लैकग्राम) भारत की प्रमुख दाल फसलों में से एक है, जो तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और अन्य राज्यों में बड़े पैमाने पर उगाई जाती है। तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय (TNAU) और राष्ट्रीय दाल अनुसंधान केंद्र, वंबन ने उड़द की एक नई किस्म वीबीएन 12 विकसित की है, जो कम समय में ज्यादा पैदावार देती है और रोगों से लड़ने में माहिर है। ये किस्म केयू 2016 और वीबीएन 3 के संकर से बनी है। इसकी लंबी फलियाँ, ज्यादा बीज और रोग प्रतिरोधक क्षमता इसे किसानों के लिए खास बनाती है। आइए, वीबीएन 12 की खासियतें, खेती का तरीका, लागत, मुनाफा और बीज की उपलब्धता के बारे में विस्तार से जानते हैं।
BlackGram VBN 12 की खासियतें
वीबीएन 12 एक कम अवधि की किस्म है, जो सिर्फ 75 से 80 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। इसे अलग-अलग मौसम में उगाया जा सकता है। इसकी औसत पैदावार सिंचित खेती में 859 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर है, जो पुरानी किस्म वीबीएन 6 से 12% ज्यादा है। इसकी पैदावार 850 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर है, जो एडीटी 6 से 22% और एडीटी 7 से 18% अधिक है।
इसकी फलियाँ लंबी (5.5-6.0 सेंटीमीटर) होती हैं और हर फली में 9 बीज तक हो सकते हैं। दानों का इस्तेमाल डोसा-इडली बनाने में शानदार है, क्योंकि 500 ग्राम दानों से 2.25 लीटर बैटर बनता है। ये किस्म मंगबीन येलो मोजेक वायरस (MYMV), उड़द लीफ क्रिंकल वायरस (ULCV) और पाउडरी मिल्ड्यू रोगों के प्रति प्रतिरोधी है। साथ ही, ये सफेद मक्खी और फली छेदक कीट से भी कम प्रभावित होती है।
खेती के लिए सही मौसम और क्षेत्र
BlackGram VBN 12 को तमिलनाडु के अलग-अलग मौसम में उगाया जा सकता है। सिंचित खेती के लिए आदिपट्टम (जून-जुलाई), पुरट्टासी (सितंबर-अक्टूबर) और चिथिरई (अप्रैल-मई) सबसे अच्छे हैं। धान के बाद बची जमीन में लेट सांबा (अक्टूबर-नवंबर) मौसम में इसे बोया जा सकता है। ये किस्म तमिलनाडु के तंजावुर, तिरुवारुर, नागपट्टिनम, कुड्डालोर, पुदुक्कोट्टई, त्रिची, करूर और अरियालुर जिलों के लिए खास तौर पर उपयुक्त है। दोमट या बलुई दोमट मिट्टी, जिसमें जल निकासी अच्छी हो, इसके लिए सबसे अच्छी है। मिट्टी का पीएच मान 6.0 से 7.5 होना चाहिए। ये किस्म तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और अन्य दक्षिणी राज्यों के राइस फॉलो क्षेत्रों में लोकप्रिय है।
खेती का तरीका
BlackGram VBN 12 की खेती शुरू करने के लिए खेत को अच्छे से तैयार करें। खेत को 2-3 बार जुताई करके भुरभुरा बनाएं। 4-5 टन प्रति हेक्टेयर गोबर की खाद डालें, ताकि मिट्टी की उर्वरता बढ़े। प्रति हेक्टेयर 25 किलोग्राम प्रमाणित बीज पर्याप्त हैं। बीज को बोने से पहले राइजोबियम और फॉस्फोबैक्टीरिया (प्रति हेक्टेयर 600 ग्राम प्रत्येक) से उपचारित करें। बीज को 30×10 सेंटीमीटर की दूरी पर लाइन में बोएं। सिंचित खेती में बुवाई का समय जून-जुलाई, सितंबर-अक्टूबर या अप्रैल-मई है। राइस फॉलो में अक्टूबर-नवंबर में बोएं।
खेत में तीसरे दिन पहली सिंचाई करें और फिर जरूरत के हिसाब से पानी दें। नाइट्रोजन (25 किलोग्राम), फास्फोरस (50 किलोग्राम) और पोटाश (25 किलोग्राम) प्रति हेक्टेयर डालें। खरपतवार नियंत्रण के लिए बुवाई के 20-25 दिन बाद निराई-गुड़ाई करें। अगर जरूरत हो, तो पेंडीमेथालिन जैसे प्री-इमर्जेंस हर्बिसाइड का छिड़काव करें।
कीट और रोग प्रबंधन
BlackGram VBN 12 मंगबीन येलो मोजेक वायरस, उड़द लीफ क्रिंकल वायरस और पाउडरी मिल्ड्यू रोगों के प्रति प्रतिरोधी है। ये सफेद मक्खी और फली छेदक कीट से भी कम प्रभावित होती है। फिर भी, सावधानी के लिए बीज को बोने से पहले थीरम या कार्बेन्डाजिम से उपचारित करें। अगर सफेद मक्खी या फली छेदक दिखें, तो इमिडाक्लोप्रिड या क्लोरपायरीफॉस का छिड़काव करें। पाउडरी मिल्ड्यू के शुरुआती लक्षण दिखने पर सल्फर-आधारित फफूंदनाशक का इस्तेमाल करें। खेत की नियमित निगरानी करें और जरूरत पड़ने पर नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) या राष्ट्रीय दाल अनुसंधान केंद्र, वंबन से सलाह लें।
लागत और मुनाफा
वीबीएन 12 की खेती में प्रति एकड़ लागत करीब 15,000-20,000 रुपये आती है। इसमें बीज, खाद, उर्वरक, जुताई, बुवाई, सिंचाई और मजदूरी का खर्च शामिल है। एक एकड़ से सिंचित खेती में औसतन 3.5-4 क्विंटल और राइस फॉलो में 3.4-3.8 क्विंटल उड़द मिलता है। अगर बाजार में उड़द का भाव 7,000-8,000 रुपये प्रति क्विंटल हो, तो प्रति एकड़ 24,500-32,000 रुपये की कमाई हो सकती है। लागत निकालने के बाद 10,000-15,000 रुपये का शुद्ध मुनाफा मिलता है। इसका उच्च बैटर वॉल्यूम और रोग प्रतिरोधक क्षमता बाजार में अच्छा दाम दिलाती है। अगर जैविक खेती करें, तो मुनाफा और बढ़ सकता है।
बीज की उपलब्धता और खरीद
BlackGram VBN 12 के प्रमाणित बीज राष्ट्रीय दाल अनुसंधान केंद्र, वंबन और तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय (TNAU), कोयंबटूर से मिलते हैं। सरकारी बीज केंद्र, जैसे राष्ट्रीय बीज निगम (NSC), और निजी बीज कंपनियां भी इसे उपलब्ध कराती हैं। बीज की कीमत 100-150 रुपये प्रति किलोग्राम हो सकती है। हमेशा प्रमाणित बीज खरीदें और पैकेट पर TNAU या वंबन केंद्र का लोगो चेक करें। नजदीकी KVK या राष्ट्रीय दाल अनुसंधान केंद्र, वंबन से संपर्क करें।
खेती के लिए आसान नुस्खे
BlackGram VBN 12 की खेती को कामयाब बनाने के लिए कुछ आसान नुस्खे अपनाएं। प्रमाणित बीज ही इस्तेमाल करें। बुवाई का सही समय जून-जुलाई, सितंबर-अक्टूबर या अप्रैल-मई (सिंचित) और अक्टूबर-नवंबर (राइस फॉलो) चुनें। खेत में जल निकासी का अच्छा इंतजाम रखें। जैविक खाद जैसे गोबर की खाद और वर्मी कम्पोस्ट डालें। राइजोबियम और फॉस्फोबैक्टीरिया से बीज उपचार करें। कीट और रोगों की नियमित निगरानी करें। TNAU या KVK से नई तकनीकों की जानकारी लेते रहें। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन जैसी सरकारी योजनाओं का फायदा उठाएं।
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