किसानों के लिए उनकी फसल का सही उत्पादन मिलना सबसे बड़ी खुशी होती है। अगर फसल से अधिक पैदावार मिल जाए, तो यह उनकी मेहनत की सफलता होती है। आज हम आपको गेहूं की फसल की पैदावार बढ़ाने के कुछ आसान तरीके बताने जा रहे हैं। इन तरीकों को अपनाकर आप गेहूं की बाली को लंबा कर सकते हैं और अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
गेहूं की पैदावार बढ़ाने के लिए जरूरी कदम
गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए खेत की समय-समय पर देखभाल करना जरूरी है। खेत में नमी बनाए रखें और सिंचाई का विशेष ध्यान रखें। खेत में खरपतवार न होने दें और समय-समय पर निराई-गुड़ाई करें। गेहूं की फसल में फास्फोरस की कमी को दूर करने के लिए उर्वरक का उपयोग करें। फास्फोरस गेहूं की जड़ों को मजबूत बनाता है और बाली की लंबाई बढ़ाता है। जल विलेय उर्वरक और सागरिका का छिड़काव करें। यह गेहूं की बाली को लंबा करने में मदद करता है और दानों की संख्या भी बढ़ाता है।
गेहूं की फसल में नैनो डीएपी का उपयोग करने से पैदावार बढ़ती है। नैनो डीएपी फसल को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है। नैनो डीएपी का छिड़काव करने से पहले खेत में नमी बनाए रखें। अगर खेत सूखा है, तो हल्की सिंचाई करें और फिर छिड़काव करें।
गेहूं की बाली लंबी करने के फायदे
गेहूं की बाली लंबी होने से दानों की संख्या बढ़ती है, जिससे पैदावार अधिक होती है। लंबी बाली वाले गेहूं की बाजार में कीमत भी अच्छी मिलती है। फास्फोरस युक्त उर्वरक के उपयोग से खेत की मिट्टी की गुणवत्ता भी सुधरती है। गेहूं की फसल में उर्वरक और दवाओं का छिड़काव करने में लगभग 600 रुपए प्रति एकड़ का खर्च आता है। यह खर्च फसल की बेहतर पैदावार और अधिक मुनाफे के सामने बहुत कम है।
गेहूं की फसल से अधिक पैदावार प्राप्त करने के लिए सही उर्वरक और देखभाल जरूरी है। जल विलेय उर्वरक, सागरिका, और नैनो डीएपी का उपयोग करके आप गेहूं की बाली को लंबा कर सकते हैं और अधिक दाने प्राप्त कर सकते हैं। इससे न केवल पैदावार बढ़ेगी बल्कि किसानों की आमदनी भी अधिक होगी।
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