UP Carbon Credit Finance Scheme: किसान भाइयों, उत्तर प्रदेश सरकार ने एक ऐसी योजना शुरू की है, जिससे आप खेती के साथ-साथ पेड़ लगाकर भी मोटी कमाई कर सकते हैं। ये है कार्बन क्रेडिट फाइनेंस योजना, जिसमें पौधरोपण के बदले आपको हर पेड़ पर 250 से 350 रुपये तक की अतिरिक्त आय हो सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 20 जुलाई 2025 को अयोध्या में पौधरोपण महाभियान के दौरान इसकी शुरुआत की। पहले चरण में 401 किसानों को 25.45 लाख रुपये बाँटे गए हैं। ये योजना न सिर्फ़ आपकी जेब भर रही है, बल्कि पर्यावरण को भी बचा रही है। आइए जानते हैं कि ये योजना आपके लिए क्या लाई है।
कार्बन क्रेडिट क्या है?
इस योजना में किसान अपने खेतों की मेड़ पर पेड़ लगाते हैं, जैसे पॉपलर, मेलिया, डुबिया और सेमल। ये पेड़ हवा से कार्बन डाइऑक्साइड जैसी हानिकारक गैसों को सोखते हैं। हर टन गैस सोखने पर एक कार्बन क्रेडिट मिलता है, जिसे अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में 6 डॉलर (लगभग 500 रुपये) में बेचा जा सकता है। सरकार ये पैसा सीधे आपके बैंक खाते में डालती है। The Energy and Resources Institute (TERI) इन पेड़ों की निगरानी करती है और कार्बन क्रेडिट की गणना करती है। इससे न सिर्फ़ पर्यावरण साफ होता है, बल्कि आपकी आमदनी भी बढ़ती है।
पहले चरण में किन जिलों को मिला फायदा?
योजना का पहला चरण गोरखपुर, लखनऊ, बरेली, मेरठ, मुरादाबाद और सहारनपुर मंडलों में शुरू हुआ है। यहाँ 25,140 किसानों को 42 लाख से ज़्यादा कार्बन क्रेडिट मिले हैं, जिसके तहत 202 करोड़ रुपये बाँटे जाएँगे। पहले ही 244 किसानों को 49.55 लाख रुपये मिल चुके हैं, और अब 401 किसानों को 25.45 लाख रुपये दिए जा रहे हैं। मिसाल के तौर पर, रामपुर के शिवकुमार और सहारनपुर के रमन सिंह जैसे किसानों ने अपने खेतों में पौधरोपण करके अच्छी कमाई शुरू कर दी है। हर पेड़ से 250 से 350 रुपये की अतिरिक्त आय हो रही है, जो पेड़ की लकड़ी की कीमत से अलग है।
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और जिले भी होंगे शामिल
सरकार इस योजना को और बड़ा करने जा रही है। दूसरे चरण में देवीपाटन, अयोध्या, झांसी, मिर्जापुर, कानपुर, वाराणसी और अलीगढ़ मंडल शामिल होंगे। तीसरे चरण में पूरे उत्तर प्रदेश को इस योजना से जोड़ा जाएगा। इस साल सरकार ने 36.5 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है, जिससे कार्बन क्रेडिट की संख्या और बढ़ेगी। TERI और VNV Advisory Services जैसे संस्थान इस काम में तकनीकी मदद दे रहे हैं, ताकि पेड़ों की गणना और क्रेडिट का हिसाब सही हो। ये योजना 2026 तक और ज़्यादा किसानों तक पहुँचेगी।
पेड़ लगाने से कैसे बढ़ेगी कमाई?
इस योजना में पेड़ लगाना कमाई का नया ज़रिया बन गया है। मान लीजिए, आप अपने खेत की मेड़ पर 100 पेड़ लगाते हैं। हर पेड़ 5 साल में 250 से 350 रुपये का कार्बन क्रेडिट दे सकता है। यानी 100 पेड़ों से 25,000 से 35,000 रुपये की अतिरिक्त कमाई हो सकती है। साथ ही, इन पेड़ों की लकड़ी बेचकर भी मुनाफा होगा। सरकार तेज़ी से बढ़ने वाले पेड़ों, जैसे पॉपलर और सेमल, की सलाह देती है, जो कम जगह लेते हैं और फसलों को धूप भी मिलती रहती है। मेरठ की ममता पाल जैसी किसान बहनें भी इस योजना से जुड़कर अपनी जेब मज़बूत कर रही हैं।
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पर्यावरण और कमाई का डबल फायदा
ये योजना सिर्फ़ पैसे की बात नहीं है, बल्कि पर्यावरण को बचाने का भी बड़ा कदम है। भारत ने 2070 तक कार्बन न्यूट्रल होने का लक्ष्य रखा है, और उत्तर प्रदेश इसमें अहम भूमिका निभा रहा है। उत्तर प्रदेश का हरित क्षेत्र अभी 9.23% है, और सरकार इसे 2027 तक 15% तक ले जाना चाहती है। इस योजना से न सिर्फ़ हवा साफ होगी, बल्कि गाँवों की अर्थव्यवस्था भी मज़बूत होगी।
कैसे उठाएँ इस योजना का फायदा?
अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो अपने नज़दीकी वन विभाग या कृषि कार्यालय से संपर्क करें। आपको अपने खेत में तेज़ी से बढ़ने वाले पेड़, जैसे पॉपलर या मेलिया, लगाने होंगे। इन पेड़ों का रजिस्ट्रेशन करवाएँ, और TERI की टीम उनकी निगरानी करेगी। हर 5 साल में आपके कार्बन क्रेडिट की गणना होगी, और पैसा आपके खाते में आएगा। सरकार पौधों और उनकी देखभाल के लिए भी आर्थिक मदद दे रही है। ये योजना छोटे और बड़े, सभी किसानों के लिए है।
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