भारत में किसानों की सबसे बड़ी समस्या अनाज का सुरक्षित भंडारण और समय पर ऋण है। फसल कटाई के बाद गोदामों की कमी से अनाज सड़ जाता है या सस्ते में बेचना पड़ता है। लेकिन अब वेयरहाउसिंग डेवलपमेंट एंड रेगुलेटरी अथॉरिटी (WDRA) ने एक ऐसी योजना शुरू की है जो भंडारण और ऋण दोनों को आसान बना रही है। WDRA पंजीकृत गोदामों में अनाज जमा करें और इलेक्ट्रॉनिक नेगोशिएबल वेयरहाउस रिसीप्ट (eNWR) के जरिए बैंक से तुरंत क्रेडिट पाएं। ये योजना किसानों को भरोसा देती है कि उनका अनाज सुरक्षित है और जरूरत पड़ने पर पैसा भी मिल जाएगा। 2025 में ये पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बना रही है। WDRA की वेबसाइट wdra.gov.in पर पूरी जानकारी उपलब्ध है।
WDRA क्या है और कैसे काम करती है ये योजना
वेयरहाउसिंग डेवलपमेंट एंड रेगुलेटरी अथॉरिटी (WDRA) भारत सरकार की संस्था है, जो गोदामों को रेगुलेट करती है। 2007 में बनी ये अथॉरिटी किसानों को आधुनिक भंडारण सुविधाएं उपलब्ध कराती है। योजना का मुख्य हिस्सा है WDRA पंजीकृत गोदाम। ये गोदाम वैज्ञानिक तरीके से बने होते हैं – नमी कंट्रोल, कीट नियंत्रण और सुरक्षा। अनाज जमा करने पर eNWR जारी होता है, जो एक डिजिटल रसीद है। ये रसीद नेगोशिएबल है, यानी इसे बेचा या गिरवी रखा जा सकता है। बैंक eNWR के आधार पर 70-80% मूल्य तक ऋण देते हैं, ब्याज दर कम (7-9%)। पहले किसान अनाज बेचकर पैसा लेते थे, अब भंडारण करके बाजार का इंतजार कर सकते हैं।
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भरोसेमंद भंडारण, अनाज की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित
WDRA पंजीकृत गोदामों में अनाज की गुणवत्ता बनी रहती है। ये गोदाम साइलो, कोल्ड स्टोरेज और वैज्ञानिक वेंटिलेशन से लैस होते हैं। पराली या अनाज सड़ने का खतरा नहीं। किसान अनाज जमा करके चिंता मुक्त हो जाते हैं। eNWR डिजिटल होने से धोखाधड़ी का खतरा zero। ये रसीद ऑनलाइन ट्रांसफर होती है, जैसे शेयर। 2025 तक 5000+ गोदाम पंजीकृत हो चुके हैं। उत्तर भारत में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में ये सुविधा तेजी से बढ़ रही है।
आसान क्रेडिट सुविधा, बैंक से तुरंत ऋण, कम ब्याज
eNWR की सबसे बड़ी ताकत है ऋण। अनाज जमा करने के 24 घंटे में बैंक से क्रेडिट मिल जाता है। कोई गारंटी नहीं, सिर्फ eNWR। ऋण राशि अनाज के मूल्य का 70-80%। ब्याज दर सब्सिडाइज्ड। किसान बाजार में दाम अच्छे होने पर अनाज बेचकर ऋण चुकता कर सकते हैं। ये योजना KCC (किसान क्रेडिट कार्ड) से लिंक है। छोटे किसान को 3 लाख तक ऋण आसानी से। 2025 में 10 लाख किसानों ने eNWR से लाभ लिया।
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भरोसा और अवसर दोनों एक साथ
(WDRA Scheme) इस योजना से किसानों का भरोसा बढ़ा है। पंजाब के एक किसान ने 100 टन गेहूं जमा किया, eNWR से 50 लाख ऋण लिया और दाम अच्छे होने पर बेचकर मुनाफा कमाया। उत्तर प्रदेश में महिलाओं के SHG गोदाम प्रबंधन कर रही हैं। ये योजना MSP से जोड़कर किसानों को सशक्त बना रही है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नई जान आई है।
कैसे जुड़ें, सरल प्रक्रिया
WDRA वेबसाइट wdra.gov.in पर रजिस्टर करें। निकटतम पंजीकृत गोदाम खोजें। अनाज जमा करें, eNWR लें। बैंक से ऋण के लिए eNWR दिखाएं। हेल्पलाइन या ऐप से ट्रैकिंग।
WDRA पंजीकृत गोदाम और eNWR से भंडारण भरोसेमंद और ऋण आसान हो गया है। किसान अब अनाज बेचने की मजबूरी से मुक्त हैं। भरोसा और अवसर दोनों एक साथ – ये WDRA का वादा है। किसान भाइयों, आज ही जुड़ें और अपनी फसल को सुरक्षित बनाएं।
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