मई-जून की लू और तेज़ धूप नींबू के फूलों को गिरा देती है। इससे पौधा कमजोर हो जाता है और फल नहीं बन पाते।
मिट्टी में दरारें और गर्म हवाएं जड़ों को नुकसान पहुंचाती हैं, जिससे पौधे की बढ़वार रुक जाती है।
दिन में नहीं, सिर्फ शाम के समय सिंचाई करें। इससे पौधे को ठंडक मिलेगी और पत्तियों पर भी हल्का छिड़काव करें।
2 लीटर पानी में 1 कप छाछ और 1 चम्मच फिटकरी पाउडर मिलाकर घोल तैयार करें। अच्छी तरह मिलाएं।
महीने में दो बार इस घोल को शाम के समय नींबू के पौधे की जड़ में डालें। इससे पौधा हरा-भरा रहेगा।
छाछ में कैल्शियम, फास्फोरस और पोटैशियम होते हैं। ये पौधे को ठंडक और पोषण दोनों देते हैं।
फिटकरी में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो नींबू के पौधे को संक्रमण से बचाते हैं।
देसी घोल, शाम की सिंचाई और थोड़ी देखभाल से आपका नींबू का पौधा गर्मी में भी खूब फल देगा।
अब नींबू के पौधे पर फलों की बारिश होगी!