Wheat Cultivate Care Tips: भारतीय गेहूं और जौ अनुसंधान संस्थान (IIWBR) के वैज्ञानिकों ने गेहूं की फसल को लेकर एक एडवाइजरी जारी कर दी है। इसमें बताया गया है कि अगर गर्मी लगातार बढ़ रही है और तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा रह है, तो किसान कैसे अपनी फसल को बचा सकते हैं। आइए, जानते हैं कि इस वक्त किसानों को क्या करना चाहिए।
तापमान 30 डिग्री से ऊपर होने पर क्या करें?
IIWBR के वैज्ञानिकों के अनुसार, अगर तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा रहा है, तो किसानों को खास ध्यान रखने की जरूरत है। गेहूं की फसल को गिरने से बचाने के लिए आवश्यकतानुसार सिंचाई करें। ध्यान रहे कि सिंचाई हवा की गति कम होने पर ही करें।
अगर तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा बढ़ रहा है, तो 0.2% (200 लीटर पानी में 400 ग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश) या 2% (200 लीटर पानी में 4 किलोग्राम पोटैशियम नाइट्रेट) का छिड़काव करें। दक्षिणी हरियाणा और राजस्थान के उत्तरी भागों में उच्च तापमान वाले दिन में दोपहर 2 से 2:30 बजे के आसपास एक घंटे का छिड़काव और सिंचाई कर सकते हैं।
सामान्य सुझाव
- खरपतवार प्रबंधन: इस वक्त खरपतवार प्रबंधन का खास ख्याल रखें। खरपतवार फसल के पोषक तत्वों को खींच लेते हैं, जिससे फसल की गुणवत्ता प्रभावित होती है।
- नाइट्रोजन का उपयोग: अगर फसल में पीलापन है, तो अत्यधिक नाइट्रोजन (यूरिया) का उपयोग न करें। कोहरे या बादल वाली स्थिति में भी नाइट्रोजन के प्रयोग से बचें।
- रोग प्रबंधन: पीले, भूरे और काले रतुआ संक्रमण के लिए फसल की नियमित निगरानी रखें। अगर किसी भी तरह का संक्रमण दिखे, तो तुरंत उचित उपाय करें।
गर्मी बढ़ने पर गेहूं की फसल को बचाने के लिए सही सिंचाई और छिड़काव बहुत जरूरी है। IIWBR की एडवाइजरी के अनुसार, किसानों को खरपतवार प्रबंधन, नाइट्रोजन के उपयोग में सावधानी, और रोगों की नियमित निगरानी करनी चाहिए। इन उपायों को अपनाकर किसान अपनी फसल को गर्मी से बचा सकते हैं और अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं।
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