Wheat MSP: मध्य प्रदेश के किसानों के लिए खुशखबरी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गेहूं और धान उत्पादक किसानों को बड़ी सौगात दी है। सरकार ने गेहूं को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से 175 रुपये ज्यादा यानी 2600 रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर खरीदने का ऐलान किया है। साथ ही, धान की खेती करने वाले किसानों के लिए 2000 रुपये प्रति हेक्टेयर की प्रोत्साहन राशि देने की भी घोषणा की है। ये राशि सीधे उनके खाते में आएगी।
गेहूं की खरीद 2600 रुपये प्रति क्विंटल
मध्य प्रदेश सरकार ने गेहूं उत्पादक किसानों को बड़ी राहत दी है। इस साल गेहूं 2600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा। केंद्र सरकार ने गेहूं का MSP 2425 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है, लेकिन मध्य प्रदेश सरकार इससे ज्यादा दाम देकर किसानों का हौसला बढ़ा रही है। मतलब साफ है कि हमारे किसानों की मेहनत को सही कीमत मिलेगी। अब तक 1 लाख 88 हजार से ज्यादा किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए पंजीयन कराया है। सरकार ने कहा है कि 31 मार्च तक पंजीयन करा लें, ताकि कोई भी किसान इस फायदे से वंचित न रहे।
धान वालों के लिए भी खास इंतजाम
जो किसान धान की खेती करते हैं, उनके लिए भी सरकार ने कमर कस ली है। हर हेक्टेयर पर 2000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, वो भी सीधे बैंक खाते में। ये राशि किसानों को अपनी फसल और खेती को बेहतर करने में मदद करेगी। गाँव में धान की खेती मेहनत का काम है, और इस तोहफे से किसानों को अपनी मेहनत का फल और मीठा लगेगा। सरकार का ये कदम दिखाता है कि वो हर तरह के किसान की तरक्की के बारे में सोच रही है।
पंजीयन का मौका, न चूकें
गेहूं की बिक्री के लिए समर्थन मूल्य का फायदा लेने के लिए पंजीयन जरूरी है। अभी तक 1 लाख 88 हजार से ज्यादा किसानों ने अपना नाम दर्ज करा लिया है। सरकार ने साफ कहा है कि 31 मार्च तक पंजीयन का समय है। जो किसान भाई अभी तक नहीं जुड़े, वो जल्दी से पंजीयन करा लें। तो समय रहते अपनी फसल का सही दाम पक्का कर लें।
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