गेहूं घास की खेती से कमाएं हजारों रुपए हर हफ्ते! सिर्फ 7 दिन में तैयार सुपरफूड

Wheatgrass farming: गेहूं की फसल कटाई के बाद बचे डंठल को भूसे के रूप में बेचना या जला देना किसानों की पुरानी आदत रही है, लेकिन अब गेहूं घास ने इस बर्बादी को कमाई का नया रास्ता बना दिया है। ये हरी घास विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो जूस, पाउडर, टैबलेट और स्किन केयर प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल हो रही है। स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ने से योग सेंटर, हेल्थ स्टोर और ऑनलाइन बाजार में इसकी डिमांड आसमान छू रही है।

छोटे किसान भाई जो सीमित जमीन पर काम करते हैं, वे भी कम निवेश से शुरू करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि गेहूं घास की खेती 7-10 दिन में तैयार हो जाती है, और FSSAI रजिस्ट्रेशन से प्रोडक्ट्स को ब्रांड वैल्यू मिल जाती है, जिससे बिक्री तेज हो जाती है। ये न सिर्फ आर्थिक फायदा देगी बल्कि मिट्टी की बर्बादी भी रुकेगी।

गेहूं घास की खेती क्यों बनी कमाई का नया स्रोत

गेहूं घास को गेहूं के बीज अंकुरित करने के बाद निकाली जाने वाली हरी पत्तियां कहते हैं, जो पोषण का खजाना हैं। इसमें विटामिन ए, सी, ई और आयरन जैसे तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाने और डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करते हैं। बाजार में इसका जूस 50-100 रुपये ग्लास मिलता है, जबकि पाउडर और टैबलेट 200-500 रुपये की बोतल में बिकते हैं। स्किन केयर प्रोडक्ट्स जैसे क्रीम और लोशन में भी इसका इस्तेमाल हो रहा है, जो युवाओं की बढ़ती डिमांड को पूरा कर रहा है।

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किसान भाई जो गेहूं की फसल उगाते हैं, वे कटाई के बाद बचे बीजों से ही ये घास उगा सकते हैं, बिना नई जमीन की जरूरत के। ये खेती कम जगह में शुरू हो जाती है, चाहे घर के गमले में हो या खेत के किनारे पर। विशेषज्ञ बताते हैं कि गेहूं घास का उत्पादन न सिर्फ स्वास्थ्य क्षेत्र में लोकप्रिय है बल्कि इससे किसानों की आय में स्थिरता आती है।

कम निवेश से शुरू करें गेहूं घास का धंधा, मिट्टी या हाइड्रोपोनिक विधि चुनें

गेहूं घास की खेती शुरू करने के लिए ज्यादा पैसे की जरूरत नहीं पड़ती। एक छोटे स्तर पर 500-1000 रुपये से ही बीज, मिट्टी और ट्रे खरीदकर काम शुरू हो जाता है। दो तरीके अपनाए जा सकते हैं—मिट्टी वाली विधि या हाइड्रोपोनिक। मिट्टी में बीज बोने के लिए साधारण मिट्टी और पानी काफी है, जबकि हाइड्रोपोनिक में पानी और पोषक घोल से बिना मिट्टी के उगाया जाता है, जो जगह बचाता है।

बीज को रात भर पानी में भिगोकर सुबह ट्रे में बिछा दें, और हल्का नम रखें। 7-10 दिन में घास 6-8 इंच ऊंची हो जाती है, जिसे काटकर इस्तेमाल किया जा सकता है। किसान भाई गेहूं की फसल के बाद बचे बीजों का इस्तेमाल करें तो लागत और कम हो जाती है। ये विधि घर पर भी आजमाई जा सकती है, और धीरे-धीरे बड़े स्तर पर ले जाई जा सकती है।

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7-10 दिन में फसल तैयार, जूस से लेकर स्किन केयर तक बेचें प्रोडक्ट्स

गेहूं घास की सबसे बड़ी खूबी ये है कि ये तेजी से बढ़ती है। बुवाई के 7-10 दिन बाद ही पहली कटाई हो जाती है, और हर 5-7 दिन में नई फसल तैयार रहती है। कटी घास को तुरंत जूस बना लें या सुखाकर पाउडर तैयार करें। जूस को लोकल जूस कॉर्नर या योग सेंटर में बेचें, जहां एक ग्लास से 50-100 रुपये की कमाई हो जाती है।

पाउडर और टैबलेट को हेल्थ स्टोर में 200-500 रुपये में बेचा जा सकता है। फ्रोजन जूस, सलाद या स्किन स्प्रे जैसे प्रोडक्ट्स भी बनाए जा सकते हैं, जो महिलाओं के बीच लोकप्रिय हैं। किसान भाई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे अमेजन या फ्लिपकार्ट पर लिस्ट करके पूरे देश में बेच सकते हैं। शुरुआत में छोटे पैकेट बनाकर लोकल बाजार से शुरू करें, फिर ब्रांडिंग करें।

बाजार बढ़ाने के लिए योग सेंटर और हेल्थ स्टोर से जुड़ें, FSSAI रजिस्ट्रेशन लें

गेहूं घास के प्रोडक्ट्स की बिक्री बढ़ाने के लिए किसान भाई योग सेंटर, हेल्थ स्टोर और जिम से टाई-अप करें। ये जगहें जहां लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होते हैं, वहां डिमांड हमेशा बनी रहती है। ऑनलाइन चैनल से जुड़कर गांव से शहर तक पहुंच बनाएं। सबसे जरूरी है FSSAI रजिस्ट्रेशन, जो प्रोडक्ट को विश्वसनीय बनाता है। रजिस्ट्रेशन के बाद पैकेजिंग पर लेबल लगाकर ब्रांड वैल्यू बढ़ाएं, जिससे बिक्री दोगुनी हो जाती है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करें, जहां घास उगाने और जूस बनाने की प्रक्रिया दिखाएं। इससे ग्राहक खुद-ब-खुद जुड़ जाएंगे।

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  • Shashikant

    नमस्ते, मैं शशिकांत। मैं 2 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती से सम्बंधित सभी विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी एकदम सटीक ताजा खबरें बताऊंगा। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं। जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप Krishitak.com के साथ जुड़े रहिए।

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