प्याज के कन्द बढ़ाने के लिए; क्या करें उपाय ? उसकी तनों को काट या मोड़ देना चाहिए

When to fold over onions : प्याज का कन्द जितना बड़ा और मोटा हो, उतना ही बाज़ार में दाम मिलता है। और घर में भी काम आता है। कई बार लोग सोचते हैं कि प्याज की तनों (हरी पत्तियों) को काट देना या मोड़ देना कन्द को बढ़ाने में मदद करता है। कुछ जगहों पर ये बात चलती भी है कि ऐसा करने से प्याज का सारा रस कन्द में चला जाता है। मगर क्या ये सच है? क्या तनों को काटने या मोड़ने से वाकई फायदा होता है, या ये सिर्फ पुरानी गलतफहमी है? आइए इसे देसी अंदाज में समझते हैं और सही तरीका जानते हैं कि प्याज के कन्द को बढ़िया कैसे बनाएं।

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तनों को काटना या मोड़ना क्या है?

प्याज की तनों को काटने या मोड़ने की बात तब आती है, जब प्याज का पौधा बढ़ रहा होता है या पकने के करीब होता है। कुछ किसान मानते हैं कि हरी पत्तियों को मोड़ देने से पौधा ऊपर बढ़ना बंद कर देता है और सारी ताकत कन्द में लगती है। कोई-कोई तो पत्तियों को काट भी देते हैं, ये सोचकर कि इससे कन्द जल्दी मोटा होगा। गाँव में ये तरीका पुराने जमाने से चला आ रहा है, मगर आजकल की खेती की समझ कहती है कि ऐसा करना सही नहीं है। तो क्या है इसका सच, चलो देखते हैं।

तनों को काटने या मोड़ने से क्या होता है?

प्याज की तनें पौधे का सबसे जरूरी हिस्सा हैं। ये सूरज की रोशनी से खाना बनाती हैं और उस खाने को कन्द तक पहुँचाती हैं। अगर इन तनों को काट दिया जाए या मोड़ दिया जाए, तो पौधा कमजोर पड़ सकता है। हरी पत्तियाँ जितनी ज्यादा स्वस्थ रहेंगी, उतना ही कन्द को पोषण मिलेगा। तनों को मोड़ने से पौधा ऊपर बढ़ना बंद कर देता है, मगर इसका मतलब ये नहीं कि कन्द बड़ा होगा। कई बार इससे कन्द छोटा रह जाता है, क्यूंकि पत्तियों का काम रुक जाता है। काटने से तो और भी नुकसान होता है, क्यूंकि पौधा बीमारी का शिकार हो सकता है। साइंस कहती है कि ऐसा करना प्याज की सेहत के लिए ठीक नहीं।

तो कब मोड़ें या काटें?

अब सवाल ये है कि तनों को कब छेड़ना चाहिए। सच ये है कि प्याज की तनों को मोड़ना या काटना तभी करना चाहिए, जब प्याज पूरी तरह पक जाए और कटाई का वक्त हो। जब पत्तियाँ अपने आप पीली पड़ने लगें और सूखने लगें, तब आप उन्हें मोड़ सकते हैं। इससे प्याज को सुखाने (क्यूरिंग) में मदद मिलती है, मगर ये कन्द बढ़ाने का तरीका नहीं है। कटाई से पहले पत्तियों को मोड़ने से प्याज जमीन से निकालना आसान हो जाता है, लेकिन ये काम पौधे के बढ़ते वक्त नहीं करना चाहिए। कन्द को बड़ा करने के लिए तनों को छेड़ने की जरूरत नहीं।

प्याज के कन्द बढ़ाने का सही तरीका

प्याज का कन्द बढ़ाने के लिए तनों को काटने या मोड़ने से ज्यादा जरूरी है सही देखभाल। खेत को जोतकर गोबर की खाद डालें और मिट्टी को भुरभुरा करें। प्याज को 4-6 इंच की दूरी पर लगाएं, ताकि कन्द को फैलने की जगह मिले। बीज की जगह छोटे प्याज (सेट्स) इस्तेमाल करें, ये जल्दी बड़े कन्द बनाते हैं। पानी नियमित दें, मगर खेत को गीला न रखें। नाइट्रोजन से पत्तियाँ बढ़ती हैं, फॉस्फोरस से जड़ें मजबूत होती हैं, और सल्फर से कन्द का आकार और स्वाद बढ़ता है। गोबर का घोल या नीम की खली डालें, ये देसी तरीके से पौधे को ताकत देते हैं। खरपतवार निकालते रहें, ताकि प्याज को पूरा खाना मिले।

गलतफहमी से बचें

कई बार गाँव में सुनने में आता है कि तनों को मोड़ने से प्याज जल्दी पक जाता है और कन्द बड़ा हो जाता है। मगर ये सही नहीं। पत्तियाँ पौधे का इंजन हैं, इन्हें जल्दी काटने या मोड़ने से पौधा कमजोर पड़ता है और कन्द का विकास रुक जाता है। प्याज को अपने वक्त पर बढ़ने दें। जब पत्तियाँ पीली पड़ें और 50-70% सूख जाएँ, तभी कटाई करें। उससे पहले तानों को छूने की जरूरत नहीं। सही देखभाल से कन्द अपने आप बड़ा और मोटा होगा।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र पिछले तिन साल से पत्रकारिता कर रहा हूँ मै ugc नेट क्वालीफाई हूँ भूगोल विषय से मै एक विषय प्रवक्ता हूँ , मुझे कृषि सम्बन्धित लेख लिखने में बहुत रूचि है मैंने सम्भावना संस्थान हिमाचल प्रदेश से कोर्स किया हुआ है |

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