योगी सरकार दे रही आधुनिक कृषि यंत्रों पर सब्सिडी, 15 लाख किसान होंगे लाभान्वित!

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार किसानों की आय को दोगुना करने और खेती को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। इसके लिए 2024-25 में सरकार ने आधुनिक कृषि यंत्रों पर सब्सिडी की योजना को और मजबूत किया है। अब तक 10 लाख से ज्यादा किसानों को इस योजना का फायदा मिल चुका है। सरकार ने 2025-26 तक 15 लाख और किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। ये खबर गाँव के उन छोटे किसानों के लिए बड़ी राहत है, जो मेहनत तो खूब करते हैं, लेकिन संसाधनों की कमी की वजह से परेशान रहते हैं।

ऑनलाइन पोर्टल से आसान रजिस्ट्रेशन

खेती को आसान और किफायती बनाने के लिए सरकार ने एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल पर किसान खुद रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। चुने गए किसानों को ट्रैक्टर, रीपर, थ्रेशर, और पावर टिलर जैसे आधुनिक यंत्रों पर 40% से 60% तक सब्सिडी मिलती है। इसकी खास बात ये है कि पूरी प्रक्रिया पारदर्शी है। न कोई कागजी झंझट, न लंबी लाइन। बस कुछ क्लिक में आप योजना का हिस्सा बन सकते हैं। इन यंत्रों की मदद से खेती की लागत कम हो रही है और पैदावार बढ़ रही है। गाँव के किसान अब कम समय में ज्यादा खेत जोत पा रहे हैं, जिससे उनकी कमाई में इजाफा हो रहा है।

योगी जी का मानना है कि खेती तभी मुनाफे का धंधा बनेगी, जब किसानों को नई तकनीक से जोड़ा जाए। इसलिए छोटे और सीमांत किसानों के लिए खास सब्सिडी पैकेज बनाया गया है। गाँव-गाँव में कृषि विभाग, जिला प्रशासन, और पंचायतों के जरिए जागरूकता अभियान चल रहे हैं। इन अभियानों में किसानों को बताया जा रहा है कि कैसे वे इस योजना का फायदा उठा सकते हैं। कई किसानों ने अपने अनुभव साझा किए। कुछ जिलों में किसानों ने कहा कि नए यंत्रों की वजह से वे कम मेहनत में ज्यादा फसल उगा पा रहे हैं। इससे उनकी आमदनी बढ़ी और समय की भी बचत हुई।

इस योजना का बड़ा फायदा ये है कि किसानों को अब साहूकारों के चक्कर नहीं काटने पड़ते। पहले महंगे ब्याज पर कर्ज लेकर पुराने यंत्र खरीदने पड़ते थे। लेकिन अब सरकार किफायती दामों पर आधुनिक यंत्र दे रही है। इससे किसानों का आत्मविश्वास बढ़ा है। वे अपनी मेहनत और सरकारी मदद के भरोसे खेती को नए मुकाम तक ले जा रहे हैं। सरकार का लक्ष्य है कि 2027 तक उत्तर प्रदेश का हर किसान आधुनिक यंत्रों का इस्तेमाल करे। इससे खेती न सिर्फ आसान होगी, बल्कि मुनाफेदार भी बनेगी।

ये योजना सिर्फ यंत्र देने तक सीमित नहीं है। इसका मकसद है कि गाँव का किसान बाजार में अपनी फसल की अच्छी कीमत पाए। आधुनिक यंत्रों से फसल की क्वालिटी बेहतर होती है, जिससे बाजार में उसकी मांग बढ़ती है। साथ ही, कम लागत में ज्यादा पैदावार होने से किसान की बचत भी बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश के कई गाँवों में किसान इस योजना की तारीफ कर रहे हैं। उनका कहना है कि पहले खेती में इतना मुनाफा नहीं था, लेकिन अब हालात बदल रहे हैं।

योजना से जुड़ने का आसान तरीका

अगर आप उत्तर प्रदेश के किसान हैं और इस योजना का फायदा उठाना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी कृषि कार्यालय या ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर जानकारी ले सकते हैं। वहां आपको रजिस्ट्रेशन से लेकर सब्सिडी तक की पूरी प्रक्रिया समझाई जाएगी। ये मौका है अपनी खेती को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का। सरकार आपके साथ है, बस आपको एक कदम आगे बढ़ाना है।

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  • Shashikant

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