5 Best Varieties of Urad in Rainy Season: बरसात का मौसम आते ही खेतों में हरियाली छा जाती है। इस मौसम में हमारे किसान भाइयों के लिए उड़द की खेती किसी खजाने से कम नहीं है। कम खर्च में अच्छी कमाई देने वाली ये फसल आजकल बहुत पसंद की जा रही है। बाजार में उड़द की दाल की कीमत सौ रुपए प्रति किलो तक जा रही है, जिससे किसानों को बड़ी कमाई का मौका मिल रहा है। कृषि वैज्ञानिक भी मानते हैं कि मानसून में उड़द की खेती सबसे ज्यादा फायदेमंद है। आइए, जानते हैं कि उड़द की खेती कैसे करें और इसकी बेस्ट किस्में कौन सी हैं, जो आपके खेत को मुनाफे का खजाना बना सकती हैं।
उड़द की खेती क्यों है फायदेमंद
उड़द की फसल खरीफ के मौसम में बोई जाती है और ये कम समय में तैयार होकर अच्छा मुनाफा देती है। बरसात का मौसम इस फसल के लिए बहुत सही है, क्योंकि इस समय खेतों में नमी रहती है। बाजार में उड़द की दाल की माँग हमेशा बनी रहती है, क्योंकि ये हर घर में खाई जाती है। इसकी अच्छी कीमत मिलने से किसान भाइयों की जेब भर रही है। ये फसल मिट्टी को भी ताकत देती है, क्योंकि इसकी जड़ें हवा से नाइट्रोजन खींचकर मिट्टी को और उपजाऊ बनाती हैं। इससे अगली फसल भी अच्छी होती है।
उड़द की खेती का आसान तरीका
उड़द की खेती शुरू करना कोई बड़ा झंझट नहीं है। बरसात शुरू होते ही खेत को अच्छे से जोत लें और मिट्टी को तैयार करें। खेत में नमी होने से उड़द के पौधे तेजी से बढ़ते हैं। बीज बोने से पहले खेत में थोड़ी गोबर की खाद डाल दें, ताकि मिट्टी को ताकत मिले। बीज को एक-दूसरे से थोड़ी दूरी पर बोएँ, ताकि पौधों को बढ़ने की जगह मिले। खेत में पानी का जमाव न होने दें, नहीं तो फसल को नुकसान हो सकता है। सही देखभाल से 70-80 दिन में फसल तैयार हो जाती है।
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पंत उड़द-31: तेज और फायदेमंद किस्म
पंत उड़द-31 एक ऐसी किस्म है, जो बरसात के मौसम में बहुत अच्छी पैदावार देती है। ये फसल 70 से 75 दिन में तैयार हो जाती है। इसकी खास बात ये है कि ये हर हेक्टेयर में दस क्विंटल तक की उपज दे सकती है। बरसात की नमी में ये पौधे तेजी से बढ़ते हैं और कीड़ों से भी कम प्रभावित होते हैं। इस किस्म को बोने से किसान भाई कम समय में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
आजाद उड़द-1: भरोसेमंद और मुनाफेदार
आजाद उड़द-1 भी बरसात के लिए एक शानदार किस्म है। ये 70 से 75 दिन में तैयार हो जाती है और हर हेक्टेयर में दस क्विंटल तक फसल देती है। इस किस्म के पौधे मजबूत होते हैं और बरसात के मौसम में अच्छे से बढ़ते हैं। कम खर्च में अच्छी पैदावार के लिए ये किस्म गाँव के किसानों के बीच बहुत पसंद की जाती है।
आईपीयू-2-43: कम समय में बड़ी उपज
आईपीयू-2-43 एक ऐसी किस्म है, जो 60 से 75 दिन में तैयार हो जाती है। ये हर हेक्टेयर में दस से बारह क्विंटल तक की उपज दे सकती है। बरसात के मौसम में इसकी बुवाई करने से किसान भाई अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इस किस्म के पौधे बरसात की नमी में तेजी से बढ़ते हैं और फसल को कीड़ों से बचाने में भी आसानी होती है।
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सुजाता और माश-479: आसान और फायदेमंद
सुजाता और माश-479 किस्में भी बरसात में उड़द की खेती के लिए बहुत अच्छी हैं। ये दोनों 75 दिन के आसपास तैयार हो जाती हैं और हर हेक्टेयर में दस से बारह क्विंटल तक की उपज देती हैं। इन किस्मों को बोना आसान है और ये बरसात के मौसम में अच्छे से बढ़ती हैं। किसान भाई इनका इस्तेमाल करके अपनी फसल को लहलहा सकते हैं।
शेखर-1: मजबूत और मुनाफेदार
शेखर-1 उड़द की एक और शानदार किस्म है, जो 75 से 80 दिन में तैयार हो जाती है। ये हर हेक्टेयर में दस से बारह क्विंटल तक की उपज देती है। बरसात के मौसम में इसकी बुवाई से किसान भाई अच्छी कमाई कर सकते हैं। इस किस्म के पौधे मजबूत होते हैं और बरसात की मुश्किलों को आसानी से झेल लेते हैं।
उड़द की खेती से बढ़ाएँ कमाई
उड़द की खेती में खर्चा कम लगता है और मुनाफा ज्यादा मिलता है। बाजार में इसकी दाल की अच्छी कीमत मिलती है, जिससे किसान भाइयों को बड़ी कमाई हो रही है। ये फसल मिट्टी को भी फायदा पहुंचाती है, जिससे अगली फसल के लिए खेत तैयार रहता है। कीड़ों से बचाने के लिए नीम का तेल या गोमूत्र का छिड़काव जैसे देसी तरीके भी कारगर हैं। इस बरसात, उड़द की खेती अपनाएँ और अपने खेत को मुनाफे का खजाना बनाएँ।
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