बरसात में पालक की खेती से होगी बंपर कमाई! जानिए टॉप किस्में और बुवाई का सही समय

Barsat mein Palak Ki Kheti: पालक एक ऐसी सब्जी है, जो हर मौसम में उगती है, लेकिन बरसात में इसकी खेती से किसान भाई अच्छी कमाई कर सकते हैं। जून के आखिरी हफ्ते से अगस्त तक पालक की बुवाई का सही समय है। गांव हो या शहर, पालक की मांग हमेशा बनी रहती है। सही किस्म और थोड़ी सी मेहनत से आप अपने खेत को हरा-भरा रख सकते हैं और हर महीने 10 से 20 हजार रुपये तक कमा सकते हैं। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि बरसात में पालक की खेती आसान है, बशर्ते खेत की तैयारी और देखभाल सही हो।

खेत को ऐसे करें तैयार

बरसात में पालक की खेती के लिए खेत का सही होना बहुत जरूरी है। बारिश का पानी खेत में जमा न हो, वरना पौधे गलने लगते हैं। इसलिए खेत में जल निकासी का अच्छा इंतजाम करें। खेत को दो बार जोतकर मिट्टी को भुरभुरी बनाएं। फिर गोबर की सड़ी खाद डालें, ताकि मिट्टी को पोषण मिले। मथुरा के किसान रामपाल बताते हैं कि उन्होंने अपने खेत में गोबर की खाद डालकर पालक की फसल उगाई और पहली कटाई में ही अच्छा मुनाफा कमाया। बुवाई से पहले बीज को रातभर पानी में भिगो लें, इससे अंकुरण जल्दी और बेहतर होता है। प्रति बीघा 5 से 6 किलो बीज काफी है।

बरसात में पालक की सबसे बेस्ट किस्में..

पूसा हरित: बरसात की सबसे भरोसेमंद किस्म

बरसात में पालक की खेती के लिए पूसा हरित एक बेहतरीन किस्म है। इसे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने खासतौर पर तैयार किया है। इस किस्म के पत्ते गहरे हरे और चिकने होते हैं, जो देखने में आकर्षक लगते हैं। पूसा हरित बरसात की नमी और रोगों को अच्छी तरह झेल लेती है। खासकर झुलसा और पत्ती गलन जैसे रोगों से इसके पौधे काफी हद तक बचे रहते हैं। यह किस्म किसानों के बीच इसलिए भी लोकप्रिय है, क्योंकि इसकी पैदावार अच्छी होती है और बाजार में इसकी मांग बनी रहती है।

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अल्ली ग्रीन: मोटे पत्तों वाली किस्म

अल्ली ग्रीन पालक की एक और शानदार किस्म है, जिसे बरसात के मौसम के लिए खासतौर पर तैयार किया गया है। इसके पत्ते मोटे और भारी होते हैं, जिससे कटाई के समय वजन ज्यादा मिलता है। यानी, बाजार में बेचने पर किसान को अच्छा मुनाफा होता है। यह किस्म 30 से 35 दिन में पहली कटाई के लिए तैयार हो जाती है और दो से तीन कटाई आसानी से देती है। बरसात की नमी में भी इसके पौधे अच्छे से बढ़ते हैं और खेत में कम देखभाल की जरूरत पड़ती है।

पूसा भाटी: नम मिट्टी के लिए बेस्ट

पूसा भाटी उन खेतों के लिए बहुत अच्छी है, जहां मिट्टी में नमी ज्यादा रहती है। इस किस्म के पत्ते लंबे और चमकदार होते हैं, जो ग्राहकों को खूब पसंद आते हैं। पूसा भाटी के पौधे जल्दी बढ़ते हैं और खरपतवार से मुकाबला करने में सक्षम हैं। बरसात में जब खेत में खरपतवार की समस्या बढ़ जाती है, तब यह किस्म किसानों के लिए बड़ी राहत देती है। इसकी पैदावार भी अच्छी होती है, जिससे किसान को बार-बार कटाई का मौका मिलता है।

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देसी किस्में: स्थानीय बाजार की पसंद

कई किसान देसी किस्में जैसे लोधी पालक और काटा पालक उगाना पसंद करते हैं। ये किस्में स्थानीय जलवायु में आसानी से उग जाती हैं और गांव के बाजारों में खूब बिकती हैं। इनका स्वाद देसी होता है, जिसे लोग खूब पसंद करते हैं। हालांकि, इनमें रोगों से लड़ने की क्षमता थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन सही देखभाल से ये भी अच्छी फसल देती हैं। मिर्जापुर के किसान रमेश ने बताया कि लोधी पालक की मांग उनके गांव में इतनी है कि फसल तैयार होते ही बिक जाती है।

देखभाल के देसी नुस्खे

बरसात में पालक की फसल को खरपतवार से बचाना जरूरी है। हर 10-12 दिन में खेत की गुड़ाई करें, ताकि खरपतवार न पनपें। कीटों से बचाव के लिए नीम की खली या गौमूत्र का छिड़काव करें। बिहार के किसान श्यामलाल ने बताया कि वो गौमूत्र और नीम के तेल का मिश्रण छिड़कते हैं, जिससे कीट भाग जाते हैं। बारिश में झुलसा और पत्ती गलन का खतरा रहता है। अगर पत्तों पर धब्बे दिखें, तो नजदीकी कृषि केंद्र से सलाह लें। बरसात में ज्यादा सिंचाई की जरूरत नहीं, लेकिन पानी जमा होने से रोकें।

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कटाई और कमाई

पालक की पहली कटाई बुवाई के 25 से 30 दिन बाद शुरू हो जाती है। इसके बाद हर 10 दिन में कटाई हो सकती है। बरसात में पालक की आपूर्ति कम होती है, इसलिए बाजार में इसकी कीमत अच्छी मिलती है। गोरखपुर के हाट-बाजार में पालक बेचने वाले किसान सूरज बताते हैं कि वो हर हफ्ते पालक की कटाई बेचकर 3 से 5 हजार रुपये कमा लेते हैं। सीधे ठेले वालों या स्थानीय बाजार में बेचने से मुनाफा और बढ़ता है।

किसानों के लिए सलाह

बरसात में पालक की खेती कम मेहनत और कम लागत में अच्छा मुनाफा दे सकती है। सही किस्म चुनें, खेत की तैयारी करें, और समय-समय पर देखभाल करें। अगर मिट्टी की जांच करवाएं, तो और बेहतर रिजल्ट मिलेगा। उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग के केंद्रों पर मिट्टी जांच की सुविधा मुफ्त है। इस मौसम में पालक उगाकर अपने खेत को हरा-भरा करें और कमाई का नया रास्ता बनाएं।

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  • Shashikant

    नमस्ते, मैं शशिकांत। मैं 2 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती से सम्बंधित सभी विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी एकदम सटीक ताजा खबरें बताऊंगा। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं। जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप Krishitak.com के साथ जुड़े रहिए।

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