धान की फसल को बनाएं लोहे जैसा मज़बूत – जानिए श्रीराम क्रोन का चमत्कारी असर!

Shriram Kron for Paddy: धान की खेती किसानों की कमाई का बड़ा आधार है। लेकिन कीट और रोग फसल को नुकसान पहुंचा सकते हैं। श्रीराम क्रोन एक ऐसा उत्पाद है, जो धान के पौधों को मजबूत बनाता है और पैदावार बढ़ाता है। गाँवों में इसका उपयोग करने से फसल की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार देखा गया है। यह उत्पाद पौधों को कीटों और रोगों से बचाने के साथ-साथ उनकी वृद्धि को भी बढ़ावा देता है। आइए, जानते हैं कि श्रीराम क्रोन धान की खेती को कैसे बेहतर बनाता है।

कीट और रोगों से फसल की रक्षा

धान की फसल को झुलसा रोग, मोज़ेक वायरस, और कीट जैसे ब्राउन प्लांट हॉपर से खतरा रहता है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, श्रीराम क्रोन इन समस्याओं से बचाव में बहुत कारगर है। यह उत्पाद पौधों की जड़ों और तनों को ताकत देता है, जिससे कीट और रोग कम असर करते हैं। इसका छिड़काव करने से ब्राउन प्लांट हॉपर जैसे कीटों का हमला कम होता है। यह पौधों को अतिरिक्त पोषण भी देता है, जिससे बालियाँ स्वस्थ बनती हैं और दाने भारी और चमकदार होते हैं। इससे बाज़ार में फसल का दाम भी अच्छा मिलता है।

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उपयोग का सरल देसी तरीका

 इसका इस्तेमाल करना बहुत आसान है। कृषि केंद्रों से मिली सलाह के अनुसार, बुवाई के 20-25 दिन बाद, जब पौधे बढ़ने लगते हैं, तब इसका पहला छिड़काव करें। एक एकड़ के लिए उत्पाद की पैकेजिंग पर लिखी मात्रा को पानी में मिलाएं और खेत में एक समान छिड़कें। दूसरा छिड़काव फूल आने के समय करें, ताकि बालियाँ मजबूत बनें। ड्रिप इरिगेशन के साथ भी इसका उपयोग किया जा सकता है, जिससे पानी की बचत होती है और पौधे इसे अच्छे से सोख लेते हैं। छिड़काव के समय खेत में पानी का जमाव न होने दें, ताकि उत्पाद का असर बना रहे।

पौधों की ताकत और उपज कैसे बढ़ाता है?

श्रीराम क्रोन धान के पौधों को मौसम की मार और कीटों से लड़ने की ताकत देता है। यह पौधों की जड़ों को गहरा और मजबूत बनाता है, जिससे वे ज्यादा पोषण ले पाते हैं। गाँवों में देखा गया है कि इसके इस्तेमाल से धान की बालियाँ भारी और दाने चमकदार बनते हैं। श्री पद्धति (SRI) से खेती करने वाले किसान इसे बीज की मात्रा कम करके उपयोग कर सकते हैं, जिससे खाद और पानी की खपत भी कम होती है। इससे न सिर्फ पैदावार बढ़ती है, बल्कि खेती का खर्च भी घटता है।

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उपयोग के समय जरूरी सावधानियाँ

इसका इस्तेमाल करते समय कुछ सावधानियाँ बरतें। कृषि विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि छिड़काव सुबह या शाम को करें, ताकि धूप से उत्पाद का असर कम न हो। पैकेजिंग पर लिखी मात्रा से ज्यादा उपयोग न करें। गोबर की खाद और नीम के रस का छिड़काव श्रीराम क्रोन के साथ मिलाकर करें, ताकि कीटों से अतिरिक्त सुरक्षा मिले। श्री पद्धति से खेती करने वालों के लिए 2 किलो प्रति एकड़ बीज के साथ इसका उपयोग करें। अपने नजदीकी कृषि केंद्र से सलाह लें और उत्पाद के निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।

कम लागत में ज्यादा उत्पादन

श्रीराम क्रोन धान की खेती में कम लागत में बढ़िया मुनाफा देता है। गाँवों में इसके उपयोग से पैदावार में 20-25% तक की बढ़ोतरी देखी गई है। इसके दाने चमकदार और बाज़ार में मांग वाले हैं, जिससे अच्छा दाम मिलता है। यह उत्पाद खाद और कीटनाशकों पर खर्च कम करता है, क्योंकि यह पौधों को प्राकृतिक रूप से ताकत देता है। श्रीराम क्रोन को अपने नजदीकी कृषि सेवा केंद्र या पंजीकृत दुकानों से खरीदें और सही तरीके से इस्तेमाल करें।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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