Gulab ki kheti: गुलाब फूलों का राजा कहलाता है और इसकी खेती से अच्छी कमाई हो सकती है। यह न सिर्फ सुंदरता बढ़ाता है बल्कि शादी, पूजा और इत्र उद्योग में भी इसकी बहुत मांग रहती है। अगर आप गुलाब की खेती करना चाहते हैं, तो आपको सही जलवायु, मिट्टी और देखभाल की जानकारी होना जरूरी है। गुलाब की खेती करना ज्यादा कठिन नहीं है, बस थोड़ी मेहनत और सही जानकारी से आप अच्छे फूल उगा सकते हैं।
गुलाब की खेती के लिए सही मौसम और मिट्टी
गुलाब के पौधे को बढ़ने के लिए 15°C से 30°C तक का तापमान सबसे अच्छा होता है। इन्हें रोज़ कम से कम 6-8 घंटे की धूप चाहिए। बहुत ज्यादा नमी होने से पौधों में फंगस लग सकता है, इसलिए पानी का सही निकास बहुत जरूरी है। गुलाब की खेती (Gulab ki kheti) के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है, जिसमें जैविक खाद डालकर उसकी उर्वरता बढ़ाई जा सकती है। मिट्टी का pH स्तर 6.0 से 7.5 के बीच होना चाहिए ताकि पौधे को सभी जरूरी पोषक तत्व मिल सकें।
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गुलाब की किस्में और खेती की तैयारी
गुलाब कई किस्मों में आता है, जैसे कि हाइब्रिड टी गुलाब, फ्लोरिबुंडा गुलाब, ग्रांडीफ्लोरा गुलाब और मिनी गुलाब। गुलाब की खेती शुरू करने से पहले खेत की अच्छी तरह जुताई करें और उसमें गोबर की खाद, वर्मी कम्पोस्ट और हरी खाद मिलाएं। खेत में पानी जमा न होने दें क्योंकि इससे जड़ें सड़ सकती हैं। गुलाब के पौधों को कटिंग या ग्राफ्टिंग विधि से लगाया जाता है। रोपाई का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है। पौधों के बीच 30-60 सेमी की दूरी रखें और 45x45x45 सेमी गहरा गड्ढा बनाकर उसमें खाद डालें, फिर पौधा लगाएं।
सिंचाई और पौधों की देखभाल
गुलाब को सही मात्रा में पानी देना बहुत जरूरी है। गर्मी के मौसम में हफ्ते में 2-3 बार और सर्दियों में हफ्ते में 1 बार पानी देना चाहिए। बरसात में पानी का निकास सही तरीके से करना जरूरी है ताकि जड़ें खराब न हों। पौधों की अच्छी बढ़त और फूलों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए नियमित रूप से खाद और कीटनाशक का इस्तेमाल करें।
गुलाब के पौधों में कुछ सामान्य रोग जैसे पाउडरी मिल्ड्यू (पत्तों पर सफेद परत), ब्लैक स्पॉट डिजीज (पत्तों पर काले धब्बे) और रूट रॉट (जड़ सड़ना) हो सकते हैं। इनसे बचाव के लिए जैविक फफूंदनाशक और नीम का तेल छिड़कें। साथ ही, एफिड्स और मकड़ी जैसे कीटों से बचाव के लिए जैविक कीटनाशक का उपयोग करें।
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गुलाब की तुड़ाई और बाजार में बिक्री
गुलाब के फूलों को सही समय पर तोड़ने से उनकी गुणवत्ता बनी रहती है। तुड़ाई हमेशा सुबह या शाम के समय करें और तेज तथा साफ कैंची का इस्तेमाल करें। फूलों को ठंडी जगह पर रखें और जल्द से जल्द बाजार में भेजें ताकि उनकी ताजगी बनी रहे। गुलाब की बिक्री के लिए शादी, पूजा और इत्र उद्योग सबसे बड़े बाजार हैं।
गुलाब की खेती के फायदे
गुलाब की खेती कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाला व्यवसाय है। इसकी मांग हर मौसम में बनी रहती है और इसे बड़े पैमाने पर इत्र और दवा उद्योग में भी इस्तेमाल किया जाता है। अगर सही तकनीक अपनाई जाए तो यह एक बहुत अच्छा व्यवसाय साबित हो सकता है। सही देखभाल और खेती के उचित तरीकों से किसान इससे अच्छी आमदनी कमा सकते हैं। अगर आप भी गुलाब की खेती करना चाहते हैं, तो यह एक लाभदायक और टिकाऊ व्यवसाय हो सकता है।
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