UP Weather Update: उत्तर प्रदेश के निवासियों को चिलचिलाती गर्मी से कुछ राहत मिल रही है क्योंकि राज्य के कई हिस्सों में बारिश और तेज हवाओं का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 3-4 दिनों तक पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश जारी रहने की संभावना है। इस दौरान कुछ स्थानों पर 50 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, जिसके कारण भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पूरे प्रदेश के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
आने वाले दिनों का मौसम पूर्वानुमान
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि 5 मई को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों और पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश के साथ-साथ गरज और बिजली चमकने की संभावना है। कई जिलों में आंधी और तूफान की भी आशंका जताई गई है। तापमान में अगले तीन दिनों तक कोई बड़ा उतार-चढ़ाव नहीं होगा, लेकिन उसके बाद अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। वहीं, न्यूनतम तापमान अगले पांच दिनों में 2-4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है।
36 जिलों में आंधी का अलर्ट
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ ने बरेली सहित 36 जिलों के लिए आंधी और तूफान का अलर्ट जारी किया है। इनमें कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, कानपुर, आगरा, मथुरा, एटा, फिरोजाबाद, बांदा, चित्रकूट, झांसी, हमीरपुर, महोबा, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर और रामपुर जैसे जिले शामिल हैं। इन क्षेत्रों में 50-70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, जिससे पेड़ गिरने और बिजली के खंभों के हिलने की आशंका है।
सावधानी बरतने की सलाह
मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। तेज हवाओं और बारिश के दौरान पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचने, घर की खिड़कियां और दरवाजे बंद रखने तथा बिजली के उपकरणों को अनावश्यक रूप से चालू न रखने की सलाह दी गई है। वाराणसी जैसे कुछ जिलों में नाव संचालन पर रोक लगा दी गई है क्योंकि नदियों में जलस्तर बढ़ने की संभावना है।
प्रशासन की तैयारियां
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रभावित जिलों के अधिकारियों को मौसमी आपदा से निपटने के लिए तत्परता से काम करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि आंधी-तूफान या ओलावृष्टि से होने वाले नुकसान का तुरंत आकलन कर प्रभावितों को राहत राशि वितरित की जाए। साथ ही, जल जमाव वाले क्षेत्रों में जल निकासी की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
अधिकारियों को फसल क्षति का सर्वेक्षण कर शासन को रिपोर्ट भेजने को कहा गया है ताकि किसानों को समय पर मुआवजा मिल सके। इस बीच, राज्य के कई हिस्सों में मौसम सुहावना हो गया है, लेकिन 10 मई तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे मौसम विभाग के अपडेट पर नजर रखें और आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहें।