Monsoon Update: दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार, 29 जुलाई 2025 को अचानक मौसम ने करवट ली और दोपहर बाद कई इलाकों में तेज बारिश हुई। इससे गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन सड़कों पर जलभराव और ट्रैफिक जाम ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 30 जुलाई 2025 के लिए दिल्ली और पूर्वी एनसीआर के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है, जिसमें “तीव्र से बहुत तीव्र बारिश” की चेतावनी दी गई है।
ITO, धौला कुआँ, नरैना, रोहिणी, और लाजपत नगर जैसे इलाकों में भारी बारिश से सड़कें पानी से भर गईं, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मंगलवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। IMD के अनुसार, 30 और 31 जुलाई को अधिकतम तापमान 31 डिग्री और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। अगले दो दिनों तक दिल्ली में तेज बारिश का दौर जारी रह सकता है।
उत्तर भारत में भारी बारिश का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने उत्तर-पश्चिम भारत के कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। पूर्वी राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में 30 और 31 जुलाई को कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है। उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भी इन्हीं तारीखों पर भारी बारिश की संभावना है। उत्तराखंड, पंजाब, और हरियाणा में 30 जुलाई से 4 अगस्त तक व्यापक बारिश का पूर्वानुमान है।
पश्चिमी राजस्थान में 30 और 31 जुलाई को, जबकि पूर्वी राजस्थान में 1 और 2 अगस्त को बारिश होगी। पंजाब, हरियाणा, और चंडीगढ़ में 3 और 4 अगस्त को बारिश का एक और दौर देखने को मिलेगा। पूरे सप्ताह पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और मैदानी इलाकों में गरज-चमक और 30-40 किमी/घंटा की तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
ये भी पढ़ें- कृषि क्षेत्र में बड़ी छलांग! 2025 में 4.6% की विकास दर, 2026 में क्या है सरकार की रणनीति?
हिमाचल में बादल फटने से तबाही
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में मंगलवार को बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई। मंडी जेल परिसर और आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ आ गई, जिसके मलबे में दो लोगों की जान चली गई। कई घर और वाहन मलबे में दब गए। IMD ने हिमाचल में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। मंडी के किसान श्यामलाल ने बताया कि ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से उनकी फसलों को भारी नुकसान हुआ, और अब वे खेतों की मरम्मत और फसलों की सुरक्षा की तैयारी कर रहे हैं।
पश्चिम और मध्य भारत में बारिश का अनुमान
पश्चिम भारत में मध्य महाराष्ट्र, कोंकण, और घाट क्षेत्रों में 30 जुलाई को भारी बारिश की संभावना है। अगले 6-7 दिनों तक इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है। मध्य भारत में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 30 और 31 जुलाई को भारी बारिश के आसार हैं। झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, और पश्चिम मध्य प्रदेश में 30 जुलाई को बहुत भारी बारिश की संभावना है। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 30 जुलाई से 4 अगस्त तक, और फिर 2 से 4 अगस्त को बारिश का एक और दौर देखने को मिलेगा। इन क्षेत्रों में 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएँ भी चल सकती हैं, जिससे जन-जीवन और खेती पर असर पड़ सकता है।
ये भी पढ़ें- खरीफ सीजन में प्याज की खेती पर 75% सब्सिडी, जानिए कैसे उठाएं इसका फायदा
पूर्वोत्तर भारत में सक्रिय मानसून
पूर्वोत्तर भारत में अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम, और त्रिपुरा में 30 जुलाई से 4 अगस्त तक लगातार बारिश, गरज-चमक, और 1 अगस्त से सक्रिय मानसून की चेतावनी है। इन राज्यों में भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है। असम के किसान रामप्रकाश ने बताया कि बारिश ने उनकी धान की फसल को कुछ राहत दी, लेकिन अब उन्हें जलभराव से बचाने के लिए नालियाँ बनानी पड़ रही हैं।
दक्षिण भारत में भी सतर्कता जरूरी
दक्षिण भारत में केरल, माहे, लक्षद्वीप, कर्नाटक, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, और तेलंगाना में अगले सात दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। अगले तीन दिनों में दक्षिणी तटीय क्षेत्रों में 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएँ चलने की चेतावनी दी गई है। तमिलनाडु के किसान शंकर ने बताया कि बारिश ने उनकी मूंगफली और तिलहन की फसलों को फायदा पहुँचाया, लेकिन तेज हवाओं से फसलों को नुकसान का डर भी है।
ये भी पढ़ें- नींबू की ये नई वैरायटी बना रही है किसानों को अमीर! बस अपनाएं ये तरीका