Basti News: उत्तर प्रदेश के बस्ती मंडल से किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। जिला विकास अधिकारी (JDA) की टीम ने राजकीय बीज भंडार, कुदरहा का दौरा करके वहाँ के किसानों को मुफ्त बाजरा बीज बाँटे हैं। ये कदम न सिर्फ़ किसानों की मेहनत को सहारा देगा, बल्कि उनकी जेब पर पड़ने वाले बोझ को भी हल्का करेगा। मौके पर JDA की टीम ने किसानों को बीज थमाए और खेतों में डीएसआर (डायरेक्ट सीडेड राइस) विधि से धान की बुवाई का प्रदर्शन भी किया। इसके बाद विभागीय योजनाओं की समीक्षा के लिए अधिकारियों की बैठक भी हुई, जिसमें किसानों के फायदे की बातें तय की गईं।
मुफ्त बीज वितरण से किसानों में खुशी की लहर
बस्ती मंडल के कुदरहा में हुए इस कार्यक्रम में दर्जनों किसान भाई इकट्ठा हुए। JDA की टीम ने वहाँ बाजरा के मुफ्त बीज बाँटे, जो किसानों के चेहरे पर मुस्कान ले आए। बीज पाकर कई किसानों ने कहा कि ये कदम उनकी लागत को कम करेगा और खेती को मुनाफे का धंधा बना देगा। कार्यक्रम के दौरान कुछ किसानों को बीज के साथ खेती की सलाह भी दी गई, ताकि वो अपनी फसल को बेहतर तरीके से उगा सकें। खेत में खड़े होकर अधिकारियों ने डीएसआर विधि से धान की बुवाई दिखाई, जो पानी और मेहनत दोनों बचाने का तरीका है। ये नजारा देखकर लग रहा था कि खेती में नई तकनीक अब गाँव-गाँव तक पहुँच रही है।
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डीएसआर विधि और विभागीय समीक्षा
डीएसआर यानी डायरेक्ट सीडेड राइस एक ऐसी तकनीक है, जिसमें धान के बीज सीधे खेत में बोए जाते हैं, बिना पौध तैयार किए। इस तरीके से पानी की बचत होती है और मेहनत भी कम लगती है। बस्ती में इस विधि का प्रदर्शन देखकर किसानों में उत्साह है, क्योंकि मानसून के इस मौसम में पानी का सही इस्तेमाल करना हर किसी की जरूरत है।
इसके बाद JDA की टीम ने जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में विभाग की योजनाओं की समीक्षा हुई और ये तय किया गया कि किसानों तक हर योजना सही समय पर पहुँचे। अधिकारियों ने कहा कि आने वाले दिनों में और भी फसलों के लिए ऐसी मदद दी जाएगी, ताकि किसानों की आमदनी बढ़े।
खेती को आसान बनाने की कोशिश
इस कार्यक्रम से साफ है कि सरकार किसानों को रासायनिक खेती से हटाकर प्राकृतिक और सस्ती खेती की तरफ ले जाना चाहती है। मुफ्त बाजरा बीज और डीएसआर विधि जैसे कदम इसी दिशा में हैं। बस्ती के किसानों को मिले ये बीज उनकी फसल की शुरुआत को मजबूत करेंगे। साथ ही, बैठक में लिए गए फैसलों से लगता है कि आने वाले समय में और भी योजनाएँ किसानों के लिए खुलेंगी। अगर आप भी उत्तर प्रदेश के किसान हैं, तो अपने नजदीकी कृषि कार्यालय से इस योजना के बारे में जानकारी लें।
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