Guava Farming Tips : अगर आप पिंक ताइवान अमरूद की बागवानी करते हैं, तो अप्रैल का महीना आपके लिए खास है। इन दिनों आपके पेड़ों में फूल खिल रहे हैं, और थोड़ी सी लापरवाही से फूल झड़ सकते हैं। गर्मी बढ़ रही है, धूप तेज हो रही है, और तापमान चढ़ रहा है। ऐसे में पेड़ों को गर्मी से बचाना जरूरी है, वरना फूल और फल दोनों को नुकसान हो सकता है। जमीन में दरारें भी पड़ सकती हैं। मगर चिंता मत करिए, एक्सपर्ट और देसी तरीकों से आप अपने अमरूद को बचा सकते हैं। चलिए, पूरा हिसाब-किताब समझते हैं।
अप्रैल में सिंचाई का खास ध्यान
एक्सपर्ट कहते हैं कि अप्रैल में बढ़ती गर्मी के बीच पिंक ताइवान अमरूद के पेड़ों की अच्छे से देखभाल करिए। फूल खिलने के बाद फल बनने का वक्त शुरू होगा, तो पेड़ों को गर्मी से बचाना बड़ा जरूरी है। इसके लिए समय-समय पर सिंचाई करते रहिए। हर 7-10 दिन में हल्का पानी दीजिए, ताकि जड़ों तक नमी पहुँचे। गर्मी में पानी कम हो, तो सुबह या शाम को सिंचाई करिए। ये सस्ता और आसान तरीका आपके पेड़ों को तरोताजा रखेगा और फूलों को झड़ने से बचाएगा।
गर्मियों में पेड़ों के लिए नमी बरकरार रखना बड़ा जरूरी है, खासकर पिंक ताइवान अमरूद के लिए। अप्रैल में तापमान तेजी से बढ़ रहा है, तो मल्चिंग कर लीजिए। मल्चिंग से जमीन में दरारें नहीं पड़ेंगी और गर्मी का असर कम होगा। धान की पराली, गन्ने का अवशेष या सूखी घास लीजिए और पेड़ों की दो लाइनों के बीच खाली जगह पर बिछा दीजिए। फिर एक बार हल्का पानी डाल दीजिए। इससे नमी लंबे वक्त तक टिकी रहेगी, मिट्टी सख्त नहीं होगी, और फूल भी नहीं झड़ेंगे।
मल्चिंग से पोषण और बंपर पैदावार
मल्चिंग का फायदा सिर्फ नमी तक नहीं है। जो पराली या अवशेष आप बिछाएँगे, वो धीरे-धीरे सड़कर खाद में बदल जाएगा। ये प्राकृतिक खाद आपके पेड़ों को ताकत देगी। पिंक ताइवान अमरूद को इससे बंपर फल मिलेंगे। फूल झड़ेंगे नहीं, और फल बढ़िया बढ़िया आएँगे। ये देसी तरीका सस्ता भी है और फायदेमंद भी। बस इतना ध्यान रखिए कि मल्चिंग के बाद हल्का पानी जरूर डालें, ताकि नमी बनी रहे।
पिंक ताइवान अमरूद की खासियत
पिंक ताइवान अमरूद की बात ही अलग है। इसका बीज नरम होता है, और अंदर का गुलाबी हिस्सा खाने में क्रिस्पी और मीठा लगता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी और मिनरल्स खूब मिलते हैं। आम फलों के पेड़ दो-तीन साल में फलते हैं, मगर ये 6 महीने में ही फल देना शुरू कर देता है। साल में तीन बार, हर तीन महीने बाद इसमें फूल और फल आते हैं। कीट और कीड़े भी कम लगते हैं, तो देखभाल आसान है। बाजार में इसके दाम भी अच्छे मिलते हैं।
पिंक ताइवान अमरूद की माँग और बढ़ने वाली है। अप्रैल में फूलों की सही देखभाल करिए, तो जुलाई-अगस्त तक फल तैयार होंगे। गुलाबी रंग और स्वाद की वजह से बाजार में ये खूब बिकता है। अगर मौसम साथ दे और आप गर्मी से बचा लें, तो एक पेड़ से 20-30 किलो फल आसानी से मिल सकते हैं। दाम 40-50 रुपये किलो भी माने, तो मुनाफा बढ़िया होगा। अभी से तैयारी कर लीजिए, ये फसल आपकी जेब भर सकती है।
टिप्स और सावधानियाँ
अमरूद को गर्मी से बचाने के लिए कुछ देसी नुस्खे आजमाइए। मल्चिंग के साथ पेड़ की जड़ों के पास गोबर की सड़ी खाद डालिए, इससे ताकत मिलेगी। तेज धूप में पेड़ के तने को बोरी से ढक दीजिए। कीटों से बचाने के लिए नीम का तेल छिड़किए। फूल आने पर ज्यादा पानी मत डालिए, वरना झड़ सकते हैं। फल तैयार हों, तो समय पर तोड़ लीजिए, नहीं तो बाजार में दाम कम मिलेगा। ये छोटी बातें आपकी फसल को बंपर बनाएँगी।
तो भाइयों, पिंक ताइवान अमरूद की बागवानी अप्रैल में सँभाल लीजिए। सिंचाई करिए, मल्चिंग डालिए, और पेड़ों को गर्मी से बचाइए। 6 महीने में फल तैयार होंगे, और साल में तीन बार कमाई का मौका मिलेगा। ये फसल आपकी मेहनत को सोने में बदलेगी।
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