उत्तर प्रदेश की योगी सरकार 9 जुलाई 2025 को पौधरोपण महाभियान-2025 के तहत एक नया इतिहास रचने जा रही है। इस दिन एक ही दिन में 37 करोड़ से ज्यादा पौधे लगाने का लक्ष्य है। इस महाभियान में नए वनों की स्थापना के साथ-साथ प्रदेश की 7608 गोशालाओं में गोपाल वन बनाए जाएंगे। इन गोपाल वनों में सहजन, पीपल, पाकड़, और बरगद जैसे छायादार और चारा प्रजाति के पौधे लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस मुहिम में संत समाज और गोपालक भी कंधे से कंधा मिलाकर हिस्सा ले रहे हैं। यह अभियान न सिर्फ पर्यावरण को संवार रहा है, बल्कि गोवंश के लिए भी छाया और चारा सुनिश्चित करेगा।
योगी की वन नीति
योगी सरकार की वन नीति ने उत्तर प्रदेश को हरियाली के मामले में देश में अग्रणी बनाया है। एक समय था जब प्रदेश में 5 करोड़ पौधे जुटाना मुश्किल था, लेकिन अब 2025 के लिए 52.43 करोड़ पौधे तैयार किए गए हैं, जिनमें से 37 करोड़ 9 जुलाई को लगाए जाएंगे। 2017 से अब तक योगी सरकार 204.92 करोड़ पौधे लगा चुकी है, जिसके चलते यूपी हरियाली में देश में दूसरे स्थान पर है। भारतीय वन सर्वेक्षण की रिपोर्ट बताती है कि इस दौरान यूपी का ग्रीन कवर 3 लाख एकड़ बढ़ा है। यह सिर्फ आंकड़ा नहीं, बल्कि पर्यावरण और पशु कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का सबूत है।
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गोवंश के लिए छाया और चारा
गोपाल वन की स्थापना योगी सरकार की अनूठी पहल है। भगवान श्रीकृष्ण, जिन्हें गोपाल कहा जाता है, गायों की देखभाल करते थे। उसी भावना को अपनाते हुए सरकार ने सभी गोशालाओं में गोपाल वन बनाने का फैसला किया है। प्रदेश में 6613 अस्थायी गोआश्रय स्थल, 387 वृहद गोसंरक्षण केंद्र, 305 कांजी हाउस, और 303 कान्हा गोआश्रय स्थल हैं। इन सभी 7608 स्थानों पर गोपाल वन बनेंगे। इनमें सहजन, पीपल, पाकड़, और बरगद जैसे पौधे लगाए जाएंगे, जो गोवंश को छाया और चारा देंगे। पौधों के संरक्षण के लिए खास इंतजाम किए जाएंगे, ताकि ये पेड़ लंबे समय तक फलें-फूलें।
संत समाज और गोपालकों का योगदान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस मुहिम ने संत समाज और गोपालकों को भी जोश से भर दिया है। संत समाज ने निजी और सरकारी गोशालाओं में पौधरोपण का जिम्मा लिया है। 9 जुलाई से शुरू होने वाले इस अभियान में वे पूरे साल पौधे लगाएंगे और उनके रखरखाव पर ध्यान देंगे। गोपालक भी इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। सरकार ने निजी गोपालकों से भी अपील की है कि वे अपने स्तर पर छायादार और चारा प्रजाति के पौधे लगाएं। यह सामूहिक प्रयास यूपी को हरा-भरा बनाने के साथ-साथ गोवंश की देखभाल को और बेहतर करेगा।
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गोसेवा आयोग की सक्रिय भागीदारी
उत्तर प्रदेश गोसेवा आयोग ने भी पौधरोपण महाभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की तैयारी की है। आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता ने हाल ही में ऑनलाइन बैठक कर गोशालाओं में सहजन, पीपल, और बरगद जैसे पौधों पर जोर दिया। ये पौधे गोवंश के लिए छाया और चारा तो देंगे ही, साथ ही पर्यावरण को भी शुद्ध करेंगे। आयोग पूरे वर्षा काल में पौधरोपण और उनके संरक्षण पर काम करेगा। 9 जुलाई को मुख्यमंत्री द्वारा अभियान शुरू होने के बाद आयोग भी अपनी पूरी ताकत झोंक देगा।
पौधरोपण महाभियान-2025 में हिस्सा लेने के लिए किसान और ग्रामीण नजदीकी वन विभाग या गोसेवा आयोग के कार्यालय से संपर्क करें। सहजन, पीपल, और बरगद जैसे पौधे नर्सरियों से मुफ्त या कम कीमत पर लें। गोशाला में पौधे लगाते समय गड्ढों को 2-3 फीट गहरा करें और जैविक खाद का इस्तेमाल करें। पौधों की जियो-टैगिंग और फेंसिंग पर ध्यान दें, ताकि उनकी सुरक्षा हो। यह अभियान सिर्फ हरियाली नहीं, बल्कि गोवंश और पर्यावरण की रक्षा का संकल्प है। आइए, 9 जुलाई को इस जनांदोलन का हिस्सा बनें।
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