Guvava Fruits Care Tips : गर्मी हो या सर्दी, अमरूद की मिठास हर मौसम में पसंद आती है। मगर इस बार अमरूद की बागवानी करने वाले किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। फल मक्खी, जिसे फूड फ्लाई भी कहते हैं, अमरूद के फलों को खराब कर रही है। ये कीट अमरूद की महक से आकर्षित होती है और उसमें अंडे देती है। फिर इसके बच्चे फल के अंदर का गूदा खा जाते हैं, जिससे फल सड़ने लगता है। सड़े फल में छोटे-छोटे छेद और भूरे धब्बे दिखने लगते हैं। अगर वक्त रहते इस पर काबू न पाया जाए, तो सारी फसल बर्बाद हो सकती है।
कृषि विभाग ने किसानों को कुछ आसान तरीके बताए हैं, जिनसे फल मक्खी को कंट्रोल करके अमरूद को बचाया जा सकता है।
फल मक्खी क्यों है खतरनाक
राजनांदगाँव के कृषि विभाग के सहायक संचालक डॉ. बीरेंद्र अनंत बताते हैं कि फल मक्खी अमरूद के लिए बड़ी मुसीबत है। मादा मक्खी फल के ऊपर अंडे देती है, जो बाद में मेगट बन जाते हैं। ये मेगट फल का गूदा अंदर से खाते हैं, जिससे फल सड़ जाता है। ये बहुभक्षी कीट कई तरह के फलों को नुकसान पहुँचाती है, मगर अमरूद की खुशबू इसे खास तौर पर लुभाती है। अगर इस पर काबू न किया जाए, तो मेहनत से उगाए फल बेकार हो सकते हैं। इसलिए फल मक्खी को रोकना बहुत जरूरी है।
फल मक्खी से फल कैसे खराब होता है
फल मक्खी का असर फल पर बड़ा खराब होता है। जब ये अंडे देती है, तो मेगट फल के अंदर घुसकर उसे खोखला कर देते हैं। बाहर से फल में छोटे-छोटे छेद और भूरे धब्बे दिखते हैं, और अंदर से सड़न शुरू हो जाती है। ऐसा फल न तो खाने लायक बचता है, न ही बाजार में बिकता है। किसानों की सारी मेहनत बर्बाद हो जाती है। वक्त रहते इस पर ध्यान देना जरूरी है, वरना नुकसान बढ़ता चला जाता है। गाँव में अनुभवी लोग फसल की सतत निगरानी की सलाह देते हैं, ताकि कीट का पता जल्दी चल सके।
फल मक्खी को कंट्रोल करने के तरीके
फल मक्खी से बचाव के लिए कीटनाशकों का सही इस्तेमाल जरूरी है। फल आने के मौसम में मिथाइल यूजिनॉल (0.1%) और मैलाथियान (0.1%) का घोल बनाकर छिड़काव करें। ये मक्खियों को फल के पास आने से रोकते हैं। इसके अलावा कात्यायनी ट्रिपल अटैक भी बढ़िया है। ये जैविक कीटनाशक है, जिसमें वर्टिसिलियम लेकानी, बयुवेरिया बैसियाना और मेटारिज़ियम एनिसोप्लियाई जैसे तत्व हैं, जो कीटों को खत्म करते हैं।
फ्रूट फ्लाई ट्रैप भी लगाया जा सकता है, जो मक्खियों को फँसाकर फसल को बचाता है। गाँव में लोग पुराने तरीके से भी मक्खियों को भगाने के लिए नीम का तेल आजमाते हैं।
फसल की देखभाल कैसे करें
अमरूद के पेड़ों की हर दिन नजर रखें। अगर फल पर छेद या धब्बे दिखें, तो उसे तोड़कर नष्ट कर दें, ताकि कीट और न फैले। छिड़काव करते वक्त पेड़ के हर हिस्से पर दवा पहुँचे। ट्रैप को खेत के चारों कोनों में लगाएँ, ताकि मक्खियाँ फँस जाएँ। सही समय पर सही कदम उठाने से फसल बचती है और बाजार में अच्छा दाम भी मिलता है। कृषि विभाग की सलाह मानें, तो फल मक्खी से लड़ाई आसान हो जाएगी।
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