यूरिया, डीएपी, जिंक, पोटाश: घर पर कैसे पहचानें कि असली है या नकली?

How to check the quality of fertilizer: उर्वरक किसानों के लिए फसल उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यूरिया, डीएपी (डायमोनियम फॉस्फेट), जिंक, और पोटाश जैसे उर्वरक फसलों की वृद्धि और उत्पादकता बढ़ाने में मदद करते हैं। हालांकि, बाजार में नकली उर्वरकों की उपलब्धता एक बड़ी समस्या है, जो न केवल फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि किसानों की आर्थिक स्थिति को भी प्रभावित करते हैं। ऐसे में, यह जानना जरूरी है कि घर पर कैसे पहचानें कि उर्वरक असली है या नकली

यूरिया की जांच (How to check the quality of fertilizer- Urea)

यूरिया नाइट्रोजन युक्त उर्वरक है जो फसलों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसकी शुद्धता की जांच के लिए यूरिया को पानी में डालें, यदि वह पूरी तरह से घुल जाए, तो यह असली हो सकता है। यदि पानी में अवशेष बचते हैं, तो यह नकली हो सकता है।

यूरिया को गर्म करने पर यह पिघल जाता है और अमोनिया की तीखी गंध छोड़ता है। यदि ऐसा होता है, तो यह असली यूरिया है।

असली यूरिया के दाने सफेद, चमकदार और समान आकार के होते हैं। यदि दाने रंग में असमान या मटमैले हैं, तो यह नकली हो सकता है।

डीएपी (डायमोनियम फॉस्फेट) की जांच (How to check the quality of fertilizer- DAP)

डीएपी फॉस्फोरस और नाइट्रोजन का महत्वपूर्ण स्रोत है। इसकी शुद्धता की जांच के लिए इसे पानी में डालें, यदि यह घुल जाता है और कोई अवशेष न छोड़े, तो यह असली हो सकता है।

डीएपी में हल्की अमोनिया की गंध होती है। यदि उर्वरक से यह गंध आती है, तो यह असली हो सकता है

असली डीएपी के दाने भूरे या हल्के पीले रंग के होते हैं और उनकी बनावट समान होती है। यदि दाने असमान या अलग रंग के हैं, तो यह नकली हो सकता है।

जिंक की जांच (How to check the quality of fertilizer- Zinc)

जिंक सल्फेट फसलों में जिंक की कमी को पूरा करने के लिए उपयोग किया जाता है। फसलो को हर भरा रखने के लिए जिंक का प्रयोग किसान करते हैं, असली जिंक सल्फेट का रंग सफेद या हल्का नीला होता है और यह पानी में आसानी से घुल जाता है। यदि यह पानी में घुल जाए और कोई अवशेष न छोड़े, तो यह असली हो सकता है।

पोटाश (पोटेशियम) की जांच (How to check the quality of fertilizer- Potash)

पोटाश फसलों के लिए पोटेशियम का महत्वपूर्ण स्रोत है। इसे ज्वाला पर गर्म करने पर यह बैंगनी रंग की लौ देता है, जिससे इसकी शुद्धता का पता चलता है। यह पानी में आसानी से घुल जाता है और कोई अवशेष नहीं छोड़ता, तो यह असली हो सकता है।

सामान्य सावधानियां

हमेशा मान्यता प्राप्त ब्रांड के उर्वरक खरीदें और उनकी पैकेजिंग पर लेबल, बैच नंबर, निर्माता का विवरण और ISI मार्क की जांच करें। उर्वरक का रंग, बनावट, और गंध सही होनी चाहिए। किसी भी असामान्यता पर संदेह करें।

यदि संदेह हो, तो नमूने को प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजें। यह सबसे विश्वसनीय तरीका है।

यूरिया, डीएपी, जिंक, और पोटाश जैसे उर्वरकों की शुद्धता की जांच करना आसान है, लेकिन यह फसलों की उत्पादकता और किसानों की आर्थिक स्थिति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उपरोक्त तरीकों से आप घर पर ही उर्वरकों की प्रारंभिक जांच कर सकते हैं। हालांकि, सटीक परिणाम के लिए प्रयोगशाला परीक्षण सबसे अच्छा विकल्प है। नकली उर्वरकों से बचने के लिए हमेशा विश्वसनीय स्रोत से ही उर्वरक खरीदें।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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