Maize Farming Tips : किसान भाइयों, मक्का की खेती तो हमारे गाँवों का गहना है। चाहे जानवरों का चारा हो या इंसानों का भोजन, मक्का हर घर में काम आता है। लेकिन तना छेदक कीट (Stem Borer) इस फसल का सबसे बड़ा दुश्मन है। ये कीट पौधे के तने में सुराख करके अंदर घुस जाता है और उसे खोखला कर देता है। नतीजा? पौधा सूख जाता है, बालियाँ नहीं बनतीं, और सारी मेहनत बेकार हो जाती है। अगर आप समय रहते इस कीट पर काबू पा लें, तो अपनी फसल को बचा सकते हैं। आइए, जानें कि तना छेदक कीट को कैसे पहचानें और देसी-वैज्ञानिक नुस्खों से इसका इलाज कैसे करें।
तना छेदक कीट को कैसे पहचानें?
तना छेदक कीट को पकड़ना आसान है, बशर्ते आप अपने खेत पर नज़र रखें। इस कीट के हमले से पौधे की पत्तियों पर सीधे-सीधे सुराख या सुरंगें दिखने लगती हैं। सबसे नई पत्तियाँ बीच से कटकर झूलने लगती हैं, जिसे ‘डेड हार्ट’ कहते हैं। अगर आप तने को तोड़कर देखें, तो अंदर सफेद रंग के कीड़े नज़र आएँगे। पौधे की बढ़त रुक जाती है, और पूरा पौधा कमजोर होकर सूखने लगता है। अगर आपके खेत में ये लक्षण दिखें, तो फौरन इलाज शुरू करें, वरना फसल को भारी नुकसान हो सकता है।
देसी नुस्खों से करें तना छेदक का खात्मा
सबसे आसान उपाय है राख और नीम का। एक किलो राख में 200 ग्राम नीम की खली मिलाएँ और इसे उन पौधों की जड़ों के पास डालें, जहाँ कीट का हमला दिखे। ये मिश्रण कीटों को भगा देता है और पौधे को ताकत देता है। दूसरा नुस्खा है नीम तेल का। 500 मिलीलीटर नीम तेल को 200 लीटर पानी में मिलाकर खेत में छिड़कें। ये पूरी तरह जैविक है और कीटों को दूर रखता है।
एक और शानदार तरीका है पक्षियों की मदद लेना। खेत में टी-आकार की लकड़ियाँ (टांड) गाड़ें, ताकि मैना या ड्रोंगो जैसे कीट खाने वाले पक्षी वहाँ बैठें और तना छेदक के लार्वा को खा जाएँ। ये तरीका गाँव में बिना खर्च के फसल बचाने का सबसे पुराना और पक्का नुस्खा है।
वैज्ञानिक तरीकों से करें कीट पर वार
अगर कीट का हमला बढ़ जाए, तो वैज्ञानिक उपाय भी अपनाए जा सकते हैं। सबसे पहले, फेरोमोन ट्रैप लगाएँ। प्रति एकड़ 10-12 ट्रैप लगाने से नर कीट फँस जाते हैं, और उनका प्रजनन रुक जाता है। दूसरा उपाय है कोराजन (क्लोरान्ट्रानिलीप्रोल 18.5% SC)। 60 मिलीलीटर कोराजन को 150 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ छिड़कें। ये कीट के लार्वा को जल्दी मार देता है। अगर फसल अभी छोटी है, तो कार्बोफ्यूरान 3G दाना आजमाएँ। 10 किलो दाना प्रति एकड़ खेत में डालें और हल्की सिंचाई करें। ये कीट को जड़ से खत्म करता है। लेकिन ध्यान रखें, रासायनिक दवाओं का कम और सावधानी से इस्तेमाल करें, ताकि मिट्टी की सेहत बनी रहे।
तना छेदक से बचाव के आसान टिप्स
तना छेदक से फसल बचाने के लिए कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें। बोवनी से पहले खेत की गहरी जुताई करें, ताकि पुराने कीट और उनके अंडे खत्म हो जाएँ। हर बार मक्का न बोएँ, बल्कि फसल चक्र अपनाएँ, जैसे मूँग, उड़द या तिल की खेती करें। खेत को साफ रखें और पुराने तनों को जला दें या खेत से बाहर करें, क्योंकि इनमें कीट छिपे हो सकते हैं। एक ही कीटनाशक बार-बार न चलाएँ, वरना कीट उसका आदी हो जाता है। समय-समय पर खेत में घूमकर पौधों की जाँच करें, ताकि कीट का हमला शुरू होते ही पकड़ में आ जाए।
मक्का की खेती से मुनाफा कैसे कमाएँ?
अगर आप तना छेदक कीट पर काबू पा लें, तो मक्का की फसल आपकी जेब भर सकती है। देसी और वैज्ञानिक उपायों को एक साथ अपनाएँ, ताकि फसल 100% सुरक्षित रहे। मक्का की अच्छी पैदावार गाँव से लेकर शहर तक अच्छा दाम लाती है। गाँव की बहनें भी मक्का से भुट्टा, आटा या पशु चारा बेचकर कमाई कर सकती हैं। बस थोड़ी सतर्कता और सही समय पर इलाज, और आपकी फसल लहलहाएगी।
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